Gold Rate Today: सोने की कीमत में आई भारी गिरावट, जानें अब क्या है 10 ग्राम सोने का भाव

शुक्रवार को सर्राफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई. मिडिल ईस्ट में तनाव कम होने और अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता में सकारात्मक संकेतों के चलते सुरक्षित निवेश की मांग घटी. निवेशकों ने मुनाफावसूली को प्राथमिकता दी, जिससे कीमती धातुओं पर दबाव बना रहा.

सोने के दाम में गिरावट Image Credit: freepik

Gold Prices Fall: शुक्रवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिली. सोना 930 रुपये टूटकर 97,670 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर आ गया. इस गिरावट के पीछे मिडिल ईस्ट में तनाव कम होने और अमेरिका-चीन व्यापार समझौते को लेकर सकारात्मक संकेतों का असर माना जा रहा है. ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के मुताबिक, गुरुवार, 26 जून को सोना 99.9 फीसदी शुद्धता के साथ 98,600 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. वहीं, 99.5 फीसदी शुद्धता वाला सोना भी शुक्रवार को 850 रुपये की गिरावट के साथ 97,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया. यह गुरुवार को 98,050 रुपये पर बंद हुआ था.

क्यों गिर रहा भाव?

Abans Financial Services के CEO चिंतन मेहता के मुताबिक, “बाजार में मुनाफावसूली हावी है. सोने की सुरक्षित निवेश की मांग घट रही है क्योंकि ताजा कोई बड़ा जियो पॉलिटिकल तनाव नहीं दिख रहा है.” इसके साथ ही, कच्चे तेल की कीमतों में भी गिरावट आई है क्योंकि ईरान ने अपने हमलों को सीमित रखा है और प्रमुख तेल आपूर्ति मार्गों, जैसे कि होर्मुज स्ट्रेट पर हमला नहीं किया. इससे बाजारों में जोखिम प्रीमियम घटा और सोने की कीमत पर दबाव पड़ा.

चांदी की कीमत भी गिरी

सिर्फ सोना ही नहीं, चांदी की कीमतों में भी 100 रुपये की गिरावट दर्ज की गई. अब चांदी 1,03,000 रुपये प्रति किलो पर आ गई है, जबकि गुरुवार को यह 1,03,100 रुपये पर थी. वैश्विक स्तर पर भी सोने की कीमतों में कमजोरी देखने को मिली. स्पॉट गोल्ड 43.45 डॉलर या 1.31 फीसदी गिरकर 3,284.40 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया.

क्या है विशेषज्ञों की राय?

Anand Rathi Shares के AVP मनीष शर्मा ने कहा, “अब निवेशकों की नजर अमेरिका के PCE प्राइस इंडेक्स डेटा पर है, जिससे फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों को लेकर संकेत मिल सकते हैं.” LKP Securities के कमोडिटी विशेषज्ञ जतिन त्रिवेदी ने कहा कि फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल की टिप्पणी, जिसमें उन्होंने ब्याज दरों में कटौती को टालने के संकेत दिए, उसने सोने पर और दबाव बढ़ाया. साथ ही, डॉलर इंडेक्स कमजोर होने से निवेशक अब शेयर बाजार और क्रिप्टो जैसे जोखिम भरे निवेश की ओर बढ़ रहे हैं.

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