इंटेल करने जा रही छंटनी, 20 फीसदी कर्मचारियों को नौकरी से निकालेगी

Intel Lay Off: नए सीईओ लिप-बू टैन के कार्यकाल में यह छंटनी पहला बड़ा कदम है. इंटेल ने लगातार तीन वर्षों से सेल्स में गिरावट दर्ज की है. कंपनी अपनी खोई हुई बाजार हिस्सेदारी को हासिल करने की कोशिश कर रही है. कंपनी अपनी सेहत को सुधारने के लिए छंटनी कर रही है.

इंटेल में छंटनी. Image Credit: Getty image

Intel Lay Off: इंटेल ने बड़े स्तर पर छंटनी करने जा रही है. कंपनी इस सप्ताह अपने 20 फीसदी से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकालने जा रही है. पिछले साल अगस्त में करीब 15,000 नौकरियों में कटौती करने के बाद संघर्षरत चिपमेकर इंटेल ने 2024 में 1,08,900 कर्मचारियों को बाहर किया था. अब एक बार फिर से कंपनी ने छंटनी का प्लान बनाया है. नए सीईओ लिप-बू टैन के कार्यकाल में यह छंटनी पहला बड़ा कदम है. उन्होंने वर्षों की चुनौतियों के बाद संघर्षरत सिलिकॉन वैली चिपमेकर को रिवाइव करने के लिए पिछले महीने पदभार संभाला था.

रिवाइवल प्लान

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, सीईओ लिप-बू टैन द्वारा रिवाइवल प्लान के तहत इस सप्ताह छंटनी की घोषणा की जा सकती है. इस फैसले के बाद कंपनी के भीतर लगभग 20,000 पद समाप्त हो जाएंगे. इस छंटनी का उद्देश्य ऑपरेशन को आसान बनाना और इंजीनियरिंग-ड्रिवेन कल्चर को फिर से बिल्ट करना है. इंटेल ने लगातार तीन वर्षों से सेल्स में गिरावट दर्ज की है, क्योंकि इसने AI कंप्यूटिंग और अन्य सेक्टरों में एनवीडिया कॉर्प जैसे प्रतिद्वंद्वियों के सामने अपना मार्केट गंवा दिया है.

रीस्ट्रक्चरिंग की रणनीति

रॉयटर्स ने पिछले हफ्ते यह भी बताया था कि टैन अपनी लीडरशिप टीम को रीस्ट्रक्चर कर रहे हैं. नए ट्रेजेक्टरी में कंपनी की AI रणनीति की रीस्ट्रक्चरिंग और कर्मचारियों की कटौती को लागू करना शामिल है. सीईओ ने मार्च के अंत में संकेत दिया था कि कंपनी उन एसेट्स को अलग कर देगी, जो उसके मिशन के लिए प्रमुख नहीं हैं और नए प्रोडक्ट बनाएगी. इसमें कस्टम सेमीकंडक्टर भी शामिल हैं.

बाजार हिस्सेदारी वापस पाने की कोशिश

कंपनी अपनी खोई हुई बाजार हिस्सेदारी को हासिल करने की कोशिश कर रही है. लिप-बू टैन ने बैलेंस शीट में सुधार करने और मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस के प्रति बेहतर रूप से सजग होने की आवश्यकता पर भी जोर दिया था. अपनी नियुक्ति के तुरंत बाद उन्होंने टाउन हॉल में कर्मचारियों से कहा था कि कंपनी को कठोर निर्णय लेने होंगे.

वित्तीय सेहत खराब

हालांकि, अभी तक घोषित नहीं की गई छंटनी भी कंपनी द्वारा अपनी प्रोग्रामेबल चिप्स यूनिट अल्टेरा में 51 फीसदी हिस्सेदारी सिल्वर लेक मैनेजमेंट को बेचने के लिए सहमत होने के कुछ ही दिनों बाद हुई है. 4.46 अरब डॉलर की यह डील कंपनी को बहुत जरूरी कैश प्रदान करेगी. क्योंकि पूर्व सीईओ पैट जेल्सिंगर द्वारा कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग पर भारी दांव लगाने से कंपनी की वित्तीय स्थिति खराब हो गई थी.

यह भी पढ़ें: अभी नहीं आएगा LG का IPO, कंपनी को सता रहा ये डर, जानें- कहां बिगड़ी बात

Latest Stories

दुनिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स अंबानी स्टाइल में करेंगे शादी, 90 प्राइवेट जेट्स-वॉटर टैक्सी, ये है पूरा तामझाम

Gold Rate Today: तनाव के बीच इंटरनेशनल लेवल पर 50 डॉलर प्रति औंस लुढ़का सोना, भारतीय बाजार में दिखा मिला-जुला असर

57185 करोड़ के कर्ज में फंसी इस कंपनी पर अडानी, वेदांता, डालमिया की नजर, जानें किसके प्लान में दम; कौन मारेगा बाजी

अनिल अंबानी की जिस कंपनी को माना गया ‘बर्बादी की मिसाल’, अब हो रही उसकी वापसी! जानें पूरी कहानी

सीजफायर से फायर हुआ रुपया! लगा दी पांच साल की सबसे बड़ी छलांग, डॉलर के मुकाबले 73 पैसे मजबूत

IndiGo Monsoon Sale: 1499 से शुरू घरेलू उड़ानें, इंटरनेशनल फ्लाइट पर भी छूट; जानें ऑफर की डेडलाइन