हर महीने जारी होंगे बेरोजगारी के आंकड़े, 15 मई से बदलने जा रहा सांख्यिकी मंत्रालय का सिस्टम
Unemployment से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा नीतिगत बदलाव करने का फैसला किया है. देश में अब बेरोजगारी के आंकड़े तिमाही की जगह मासिक आधार पर जारी किए जाएंगे. यह बदलाव 15 मई से लागू होने वाला है.
Centre Govt बेरोजगारी के आंकड़ों को जारी किए जाने की अवधि में बड़ा बदलाव करने जा रही है. मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों का कहना है कि अब देश में बेरोजगारी के आंकड़े हर महीने जारी किए जाएंगे. अब तक देश में बेरोजगारी के आंकड़ों को तिमाही आधार पर जारी किया जाता रहा है. MoSPI यानी सांख्यिकीय व कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय की तरफ से 15 मई से इस बदलाव की शुरुआत की जा रही है.
एक रिपोर्ट में समाचार एजेंसी PTI ने मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों के हवाले से दावा किया है कि सरकार अगले महीने 15 मई से बेरोजगारी के आंकड़े हर महीने जारी करेगी. इसके अलावा 15 को जारी किए जाने वाले आंकड़ों में इस साल जनवरी से मार्च तक के बेरोजगारी के आंकड़े शामिल होंगे. इसके बाद हर महीने बेरोजगारी के आंकड़ों को रिपोर्ट किया जाएगा.
बदला जाएगा मौजूदा सिस्टम?
रिपोर्ट में सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के एक अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि इस साल के पहले तीन महीनों के लिए हम 15 मई को डाटा जारी करेंगे. यह पहली बार है, जब हम ऐसा कर रहे हैं. भारत में अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के विपरीत, बेरोजगारी पर हाई फ्रिक्वेंसी डाटा कलेक्शन और डिस्क्लोजर का कोई सिस्टम नहीं है. अब तक, सरकार तिमाही आधार पर शहरी बेरोजगारी के आंकड़े और वार्षिक आधार पर ग्रामीण और शहरी बेरोजगारी के संयुक्त आंकड़े उपलब्ध कराती रही है. लेकिन, अब नया सिस्टम बनाया जाएगा.
क्यों किया जा रहा बदलाव?
रिपोर्ट में बताया गया है कि नए सिस्टम के लिए एक मजबूत डाटा कलेक्शन और इंटरर्नल कंसिस्टेंसी की जांच की जा रही है. इससे सरकार को अपने गाइडेंस को पूरा करने में मदद मिलेगी. इसके अलावा अप्रैल के अंत तक प्राइवेट कैपिटल एक्सपेंडिचर के आंकड़े भी जारी कर देगी. इसके साथ ही अधिकारी ने बताया कि अगले साल से सेवा क्षेत्र के उद्यमों के सर्वेक्षण के निष्कर्ष भी जारी किए जाएंगे. इसके साथ ही सरकार असंगठित क्षेत्र के वार्षिक सर्वेक्षण में शामिल अनौपचारिक क्षेत्र के आंकड़ों को भी तिमाही आधार पर लाने के लिए भी काम कर रही है.
डाटा है नया तेल
एक अधिकारी ने बताया कि सरकार ने तिमाही आधार पर ग्रामीण क्षेत्रों के लिए आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण शुरू करने का भी फैसला किया है. अधिकारी ने कहा कि चूंकि डाया अब नया तेल है. ऐसे में इसका विश्वसनीय और समय पर होना जरूरी है.