क्‍या सच होगी भविष्‍य मालिका की भविष्‍यवाणी, भारत-पाक में होगा तीसरा विश्वयुद्ध! इस तारीख से शुरू महाविनाश

भारत और पाकिस्‍तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्‍तान के 12 अलग-अलग इलाकों में धमाके की खबर है. दोनों देशों के बीच चल रहे इस विवाद की खबर भले ही अब जग जाहिर हो रही हो, लेकिन इसकी भविष्‍यवाणी 16वीं सदी में ही कर दी गई थी. भविष्‍य मालिका में इस सिलसिले में कई चौंकाने वाली भविष्‍यवााणियां की गई हैं, जिसमें तीसरे विश्‍व युद्ध का भी जिक्र है.

क्‍या भारत-पाक पर सच होगी ये भविष्‍यवाणी? Image Credit: money9

Bhavishya Malika Predictions: कश्‍मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया है. इसके जरिए उसने आतंक के 9 ठिकानों को तबाह कर दिया है. अब भारत-पाकिस्‍तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. 8 मई को पाकिस्‍तान के 12 अलग-अलग हिस्‍सों में धमाके की खबर सामने आ रही है. ऐसे में दोनों देशों के बीच जंग जैसे हालात बन रहे हैं. मगर इस तनाव की भविष्‍यवाणी वर्षों पहले ही ‘भविष्य मालिका’ नाम की पुस्तक में कर दी गई थी. संत अच्युतानंद दास की ओर से लिखी गई इस किताब में भविष्‍य को लेकर कई भविष्‍यवााणियां की गई हैं. इसमें तीसरे विश्वयुद्ध का भी जिक्र है. तो क्‍या ये वर्ल्‍ड वॉर भारत और पाकिस्‍तान के बीच होगा, क्‍या इससे महाविनाश होगा, ऐसे ही सवालों के जवाब ‘भविष्य मालिका’ में दर्ज है.

भारत पर होगा इस्‍लामिक देशों का हमला

संत अच्युतानंद की ओर से 16वीं सदी में लिखी गई भविष्‍य मालिका में तीसरे विश्वयुद्ध की भविष्यवाणी की गई है. इसके मुताबिक इस्‍लामिक देश भारत पर हमला करेंगे. इसमें चीन भी शामिल होगा. तीसरा विश्वयुद्ध 6 साल और 6 माह तक चलेगा. ये वर्ल्‍ड वॉर कलयुग के अंत से कुछ समय पहले होगा. भारत आखिरी के 13 माह युद्ध में शामिल होगा और इसमें विजयी बनेगा. भारत अपने दुश्‍मनों का खात्‍मा करके विश्‍वगुरू भी बनेगा.

कब बिगड़ेंगे हालात?

स्‍वामी यो ने अपने यूट्ब चैनल पर पोस्‍ट एक वीडियो में बताया कि भविष्य मालिका के अनुसार हालात 29 मार्च 2025 से बिगड़ने शुरू हो चुके हैं. तब शनि और मीन का योग बना है. शनि जब मीन राशि में प्रवेश करेंगे तब भारत पर संकट आएगा. इससे ढाई साल तक अराजकता रहेगी. 29 मार्च 2025 से 23 फरवरी 2028 तक शनि मार्गी और वक्री होकर मीन राशि में रहेंगे. इस दौरान महाविनाश की संभावना होगी. 23 फरवरी 2028 से 17 अप्रैल 2030 तक शनि मेष राशि में रहेंगे. इसी दौरान महाविनाश का दौर खत्म हो जाएगा और एक नए युग का जन्‍म होगा.

सोशल मीडिया पर भी छाया ट्रेंड

भविष्‍य मालिका की भविष्‍यवाणियों को लेकर सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा चल रही है. कई ज्‍योतिषाचार्यों और संतों ने इस किताब के आधार पर भारत के बुरे समय को लेकर कई चौंकाने वाली बातें कही हैं. इसमें तीसरे विश्‍व युद्ध से लेकर भारत-पाकिस्‍तान के बीच के तनाव और कई आपदाओं का भी जिक्र किया गया है.

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अब कहां है ये किताब?

संत अच्युतानंद दास ने अपनी योग शक्ति के बल पर भविष्य मालिका को लिखा था. जानकारों के मुताबिक ये ग्रंथ ओडिशा में जगन्नाथ पुरी के मठों, मंदिरों और महंतों के पास अलग-अलग रखे हुए हैं. अच्युतानंद दास ने 318 पुस्तकें भविष्य के विषय पर लिखी हुई हैं और ये किताबें अच्युतानंद मालिका के नाम से जाना जाता है. भविष्य मालिका के अनुसार कलयुग का अंत होगा, इसके बाद महाविनाश होगा और तीसरा दौर में एक नए युग का जन्‍म होगा.