कंधार हाईजैक शो के विवाद के बाद बढ़ी नेटफ्लिक्स की मुश्किलें, आईबी मिनिस्ट्री ने कंटेंट हेड को किया तलब
'IC814' वेब सीरीज को लेकर उठे विवाद के बाद सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने नेटफ्लिक्स के कंटेंट हेड को 3 सितंबर को तलब किया है. प्रसारण मंत्रालय का यह समन ऐसे समय में आया है जब सोशल मीडिया पर नेटिज़न्स ने वेब सीरीज के निर्माताओं पर जानबूझकर आतंकवादियों के नाम बदलकर 'भोला' और 'शंकर' करने का आरोप लगाया है.
कंधार हाईजैक शो विवाद को लेकर नेटफ्लिक्स की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि ‘IC814’ वेब सीरीज को लेकर उठे विवाद के बाद सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने नेटफ्लिक्स के कंटेंट हेड को 3 सितंबर को तलब किया है. इससे एक दिन पहले ही एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कई लोगों ने आरोप लगाया था कि इस वेब सीरीज में गलत तरीके से चीजों को दिखाया गया है.
प्रसारण मंत्रालय का यह समन ऐसे समय में आया है जब सोशल मीडिया पर नेटिज़न्स ने वेब सीरीज के निर्माताओं पर जानबूझकर आतंकवादियों के नाम बदलकर ‘भोला’ और ‘शंकर’ करने का आरोप लगाया है.
क्यों हो रही है आलोचना
नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ हुई “IC814: द कंधार हाईजैक” में आतंकवादियों की वास्तविक पहचान छिपाने का आरोप लग रहा है. 1 सितंबर को सोशल मीडिया पर कुछ नेटिज़न्स ने इसकी आलोचना की, जिसके बाद मामला तूल पकड़ गया. इसके बाद शो के कास्टिंग निर्देशक मुकेश छाबड़ा ने दावा किया कि आतंकवादियों ने एक-दूसरे के लिए उपनामों का इस्तेमाल किया था, इसलिए वही नाम उन्होंने अपने शो में भी दिखाए हैं. इस शो का निर्देशन अनुभव सिन्हा ने किया है और यह 29 अगस्त से नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम होना शुरू हो गया है.
विमान हाईजैक की घटना पर आधारित
यह सीरीज 24 दिसंबर 1999 को काठमांडू से उड़ान भरने के 40 मिनट बाद पांच आतंकवादियों द्वारा एक भारतीय विमान को हाईजैक करने की घटना पर आधारित है. आतंकवादी संगठन हरकत-उल-मुजाहिदीन द्वारा इंडियन एयरलाइंस के विमान का अपहरण कर लिया गया था. 1999 के अपहरण के दौरान, तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए भारतीय जेलों से तीन कुख्यात आतंकवादियों मसूद अजहर, अहमद उमर सईद शेख और मुश्ताक अहमद जरगर को रिहा करने के लिए मजबूर होना पड़ा था. तालिबान ने अपहरणकर्ताओं और रिहा किए गए आतंकवादियों को पाकिस्तान पहुंचने में मदद की थी.