Ellenbarrie Industrial Gases IPO: 24 जून से खुलेगा 977 करोड़ का इश्यू, प्राइस बैंड तय, जानें क्या करती है कंपनी
इंडस्ट्रियल गैस प्रोडक्शन कंपनी Ellenbarrie Industrial Gases का आईपीओ 24 जून से सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने वाला है. कंपनी ने इसका प्राइस बैंड तय कर दिया है. डॉ. रेड्डीज, लॉरस लैब्स, भारतीय वायुसेना और AIIMS जैसे बड़े खिलाड़ी इसके क्लाइंट्स हैं. तो कैसा है कंपनी का कारोबार, जानें डिटेल.
Ellenbarrie Industrial Gases IPO: इंडस्ट्रियल गैसेज की दुनिया में बड़ा नाम रखने वाली कोलकाता की कंपनी एलेंबैरी इंडस्ट्रियल गैसेज लिमिटेड शेयर बाजार में धमाकेदार एंट्री करने को तैयार है. इसका आईपीओ 24 जून से सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा. कंपनी इसके जरिए 977 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी कर रही है. ऐसे में कंपनी ने इसका प्राइस बैंड तय कर दिया है, जो 380-400 रुपये प्रति शेयर रखा गया है. ऐसे में अगर आप भी इसमें दांव लगाने की सोच रहे हैं तो यहां चेक करें आईपीओ से जुड़ी डिटेल्स.
कितने शेयरों के लिए करना होगा निवेश?
एलेंबैरी का IPO 24 जून से 26 जून तक खुला रहेगा, जिसमें 2 रुपये फेस वैल्यू वाले शेयरों का प्राइस बैंड 380-400 रुपये रखा गया है. मिनिमम लॉट साइज 37 शेयरों का है, यानी रिटेल निवेशकों को कम से कम 14,800 रुपये का निवेश करना होगा. एंकर इनवेस्टर्स के लिए अलॉटमेंट 23 जून को होगा, शेयर अलॉटमेंट 27 जून को फाइनल होगा, और 30 जून को रिफंड शुरू होंगे. डीमैट अकाउंट में शेयर भी उसी दिन क्रेडिट होंगे. लिस्टिंग 1 जुलाई को BSE और NSE पर होने की उम्मीद है.
कितने शेयरों की है पेशकश?
IPO में 400 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और 1.44 करोड़ शेयरों का ऑफर-फॉर-सेल (OFS) शामिल है, जिसमें प्रमोटर्स पदम कुमार अग्रवाल और वरुण अग्रवाल 72-72 लाख शेयर बेचेंगे. ऊपरी प्राइस बैंड पर OFS की वैल्यू 577 करोड़ रुपये होगी, जिससे कुल इश्यू साइज 977 करोड़ रुपये के करीब पहुंचेगा.
किसके लिए कितना हिस्सा है रिजर्व?
IPO में 50% शेयर क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB), 15% नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII), और 35% रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व हैं.
एलेंबैरी का बिजनेस
1973 में शुरू हुई एलेंबैरी भारत की सबसे बड़ी 100% भारतीय इंडस्ट्रियल गैस कंपनी है, जो ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन, हीलियम, हाइड्रोजन, आर्गन, नाइट्रस ऑक्साइड जैसी गैसेज बनाती और सप्लाई करती है. इसके अलावा, कंपनी ड्राई आइस, मेडिकल ऑक्सीजन, फायर-फाइटिंग गैसेज, LPG, वेल्डिंग मिक्सचर और स्पेशियलिटी गैसेज भी ऑफर करती है. स्टील, फार्मा, हेल्थकेयर, डिफेंस, रेलवे, एविएशन और पेट्रोकेमिकल जैसे सेक्टर्स में इसके 1,836 क्लाइंट्स हैं, जिनमें डॉ. रेड्डीज, लॉरस लैब्स, भारतीय वायुसेना और AIIMS जैसे बड़े नाम शामिल हैं.
कैसी है कमाई?
FY24 में कंपनी की ऑपरेशनल इनकम 31.38% बढ़कर 269.4 करोड़ रुपये रही, जो FY23 में 205.1 करोड़ थी. मुनाफा? वो तो 61% की छलांग लगाकर 28.1 करोड़ से 45.3 करोड़ रुपये हो गया! FY25 में कंपनी ने 348.4 करोड़ की रेवेन्यू और 83.3 करोड़ का प्रॉफिट कमाया, जो इसकी ग्रोथ स्टोरी को और मजबूत करता है.
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कौन है बुक लीड मैनेजर?
IPO का जिम्मा मोतीलाल ओसवाल इनवेस्टमेंट एडवाइजर्स, IIFL सिक्योरिटीज और JM फाइनेंशियल के पास है, जबकि KFin टेक्नोलॉजीज रजिस्ट्रार है. कंपनी पहले कोलकाता स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड थी, लेकिन 2018 में डीलिस्ट हो गई. अब BSE और NSE पर वापसी का प्लान है.
क्यों है ये IPO खास?
औद्योगिक गैसेज की बढ़ती डिमांड, खासकर मैन्युफैक्चरिंग और हेल्थकेयर सेक्टर्स में, एलेंबैरी को निवेशकों के लिए आकर्षक बनाती है. कर्ज घटाने और नए प्लांट की योजना से कंपनी की ग्रोथ की राह और मजबूत होगी. लेकिन, 190-200 गुना वैल्यूएशन को देखते हुए निवेशकों को सावधानी बरतनी होगी.