Arisinfra Solutions IPO: सब्सक्रिप्शन पर बजाज ब्रोकिंग ने दी सलाह, लॉन्ग टर्म के लिए लगाएं दांव
एरिस इन्फ्रा सॉल्युशन का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 18 जून को खुल रहा है. 210 से 222 रुपये के प्राइस बैंड वाले इस आईपीओ के जरिये कंपनी को बाजार से कुल 499.60 करोड़ रुपये जुटाने हैं. बजाज ब्रोकिंग ने इस आईपीओ में लॉन्ग टर्म के लिए निवेश की सलाह दी है.
ArisInfra Solutions Limited कंस्ट्रक्शन और इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में काम करती है. कंपनी मोटे तौर पर बिजनेस टू बिजनेस मॉडल पर काम करती है. एरिस इन्फ्रा का मुख्य काम कंस्ट्रक्शन और इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाने वाली कंपनियों को रॉ मटेरियल खरीदने में मदद करना है. इस तरह एरिस इन्फ्रा कंस्ट्रक्शन कैपिटल मार्केट को टैप कर कंस्ट्रक्शन मटेरियल की सप्लाई चेन में फाइनेंस मैनेजमैंट का काम करती है. Bajaj Brokerage के आईपीओ नोट में बताया गया है कि एरिस इन्फ्रा कंस्ट्रक्शन कंपनियों की खरीद प्रक्रिया को डिजिटल और सरल बनाने पर ध्यान केंद्रित करती है, जिससे ग्राहकों को बेहतर एंड-टू-एंड अनुभव मिलता है. इसके प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में जीआई पाइप, एमएस वायर, एमएस टीएमटी बार, ओपीसी बल्क शामिल हैं.
कौन हैं कंपनी के ग्राहक?
1 अप्रैल, 2021 से 31 मार्च, 2024 के बीच कंपनी ने 1.35 करोड़ मीट्रिक टन निर्माण सामग्री ग्राहकों को डिस्ट्रिब्यूट की है. इसमें एग्रीगेट्स, रेडी-मिक्स कंक्रीट, स्टील, सीमेंट, कंस्ट्रक्शन केमिकल शामिल हैं. कंपनी ने इस दौरान मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई सहित विभिन्न शहरों में 1,458 विक्रेताओं से सामान खरीदकर 2,133 ग्राहकों को सप्लाई की है. कंपनी के ग्राहकों में कैपेसिट इंफ्राप्रोजेक्ट्स लिमिटेड, जे कुमार इंफ्राप्रोजेक्ट्स लिमिटेड, एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, ईएमएस लिमिटेड, एस पी सिंगला कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं.
कैसा है आईपीओ का स्ट्रक्चर?
- एरिस इन्फ्रा सॉल्यूशंस आईपीओ पूरी तरह से फ्रैश इश्यू है.
- यह रकम जुटाने के लिए कंपनी 2.25 करोड़ नए शेयर जारी किए जाएंगे.
- आईपीओ के लिए सब्सक्रिप्शन 18 जून, 2025 से 20 जून, 2025 तक चलेगा.
- अलॉटमेंट 23 जून, 2025 को अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है.
- आईपीओ को बीएसई, एनएसई पर 25 जून, 2025 को लिस्ट किया जाएगा.
- इसका प्राइस बैंड 210 से 222 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है.
- आवेदन के लिए न्यूनतम लॉट साइज 67 शेयर का रखा गया है.
- रिटेल निवेशकों को कम से कम 14,070 रुपये इन्वेस्ट करने होंगे.
कौन मैनेज कर रहा इश्यू
Arisinfra Solutions IPO के लिए जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड, आईआईएफएल कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड, नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं, जबकि एमयूएफजी इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड इस इश्यू के लिए रजिस्ट्रार हैं.
क्या है बजाज ब्रोकिंग की सलाह?
Arisinfra Solutions IPO Review में बजाज ब्रोकिंग ने कहा है कि निवेशक लॉन्ग टर्म के लिए इस आईपीओ में निवेश कर सकते हैं. वहीं, एक्सिस कैपिटल ने इसे रेट नहीं किया है. मोटे तौर पर ज्यादातर ब्रोकर और एनालिस्ट की तरफ से इस इश्यू को लॉन्ग टर्म निवेश के लिए सब्सक्रिप्शन के रेट किया गया है.
क्वालिटी, ग्रोथ और वैल्यूएशन कैसा?
अगर कंपनी की वित्तीय सेहत को क्वालिटी के लिहाज देखा जाए, तो कंपनी ने वित्त वर्ष 22 और वित्त वर्ष 24 के बीच -10 से 0.4 फीसदी का तीन वर्षीय औसत ROE और ROCE दर्ज किया है. वहीं, ग्रोथ के मोर्चे पर देखा जाए, तो FY22 से FY24 के दौरान रेवेन्यू ग्रोथ सालाना 24 फीसदी की रही है. लेकिन, कंपनी पिछले तीन वित्त वर्ष में लगातार घाटा रिपोर्ट किया है. इसके अलावा वैल्यूएशन के लिहाज से देखें, तो 222 के अपर प्राइस बैंड पर देखा जाए तो P/B रेश्यो तीन गुना है. वहीं, कंपनी चूंकि घाटे में है, तो P/E रेश्यो नहीं निकाला जा सकता है. वहीं, इसके लिस्टेड पीयर्स में SG Mart का P/E 48 गुना है.
कैसा है कंपनी का बिजनेस मॉडल?
कंस्ट्रक्शन सप्लाई का बाजार बहुत बिखरा हुआ और असंगठित है. इसमें बिल्डरों और ठेकेदारों को अक्सर बढ़ी हुई लागत की चुनौती का सामना करना पड़ता है. इस तरह एरिस इन्फ्रा सॉल्यूशंस संगठित खिलाड़ियों को इसका फायदा मिलने की संभावना है.
GMP पकड़ने लगा रफ्तार
Arisinfra Solutions का इश्यू अभी सब्सक्रिप्शन के लिए नहीं खुला है, लेकिन इससे पहले ही इसका जीएमपी रफ्तार पकड़ने लगा है. Investorgain के मुताबिक मंगलवार 17 जून का इसका जीएमपी 25 रुपये रहा. जो अपर प्राइस बैंड 222 रुपये पर 11.26 फीसदी प्रीमियम दिखाता है.
डिसक्लेमर: इस खबर में GMP संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.