ICICI Prudential AMC IPO में अलॉटमेंट का ‘डबल चांस’! इस ट्रिक को अपनाते ही बदल जाएगा खेल, देखें पूरी डिटेल

शेयरहोल्डर कोटा और रिटेल/HNI कैटेगरी एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हैं. इसलिए एक एलिजिबल निवेशक दो अलग-अलग आवेदन कर सकता है. एक शेयरहोल्डर कैटेगरी में और एक रिटेल कैटेगरी में ₹2 लाख तक. दोनों आवेदन अलग माने जाते हैं.

ICICI Prudential AMC IPO Image Credit: Money9live/Canva

ICICI Prudential AMC IPO: ICICI Prudential AMC का 10602 करोड़ रुपये का IPO खुल चुका है. यह 16 दिसंबर तक खुला रहेगा. प्राइस बैंड 2,061 से 2,165 रुपए तय किया गया है. इस इश्यू में ICICI Bank के शेयरहोल्डर्स को एक अलग रिजर्व हिस्सा दिया गया है, जो अलॉटमेंट मिलने की संभावना बढ़ाने में मदद कर सकता है. कंपनी ने कुल इश्यू का 5 फीसदी हिस्सा यानी लगभग 24.48 लाख शेयर ICICI Bank शेयरहोल्डर्स के लिए अलग रखा है.

इस कोटे का फायदा वही निवेशक उठा सकते हैं जिनके डिमैट अकाउंट में ICICI Bank के शेयर 5 दिसंबर या उससे पहले मौजूद थे. इस कैटेगरी में कम से कम 6 और अधिकतम 90 शेयर ही आवेदन किए जा सकते हैं. आवेदन 6 के मल्टीपल में ही स्वीकार किया जाएगा.

दो अलग-अलग आवेदन करने का फायदा

शेयरहोल्डर कोटा और रिटेल/HNI कैटेगरी एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हैं. इसलिए एक एलिजिबल निवेशक दो अलग-अलग आवेदन कर सकता है. एक शेयरहोल्डर कैटेगरी में और एक रिटेल कैटेगरी में ₹2 लाख तक. दोनों आवेदन अलग माने जाते हैं और इससे अलॉटमेंट की संभावना बढ़ जाती है, क्योंकि आप दो अलग पूल में Competition कर रहे होते हैं.

कट-ऑफ प्राइस पर बोली क्यों जरूरी?

अगर आप शेयरहोल्डर कैटेगरी में ₹2 लाख तक आवेदन कर रहे हैं तो कट-ऑफ प्राइस चुनना फायदेमंद है. इससे आपकी बोली अंतिम प्राइस तय होने के बावजूद वैध रहती है और आपका आवेदन अस्वीकार होने की संभावना कम हो जाती है.

घर में कई डिमैट अकाउंट? और बढ़ाएं मौका

अगर परिवार में कई डिमैट अकाउंट हैं और हर अकाउंट में पहला होल्डर ICICI Bank का शेयरहोल्डर है, तो हर अकाउंट से अलग-अलग आवेदन किए जा सकते हैं. हर अकाउंट शेयरहोल्डर कैटेगरी में और साथ ही रिटेल कैटेगरी में आवेदन कर सकता है. इससे एक ही परिवार के आवेदन कई गुना बढ़ जाते हैं और अलॉटमेंट मिलने की संभावना भी कई गुना हो जाती है.

बड़े निवेशकों की रणनीति

शेयरहोल्डर कोटे में अधिकतम ₹2 लाख तक ही बोली लगाई जा सकती है. इससे अधिक के लिए निवेशकों को sNII (₹2–₹10 लाख) या bNII (₹10 लाख से ऊपर) कैटेगरी में जाना होगा. इन higher categories में अलॉटमेंट proportional होता है, इसलिए बड़ी बोली लगाने से ज्यादा अलॉटमेंट मिलने की संभावना बढ़ जाती है.

जरूरी सावधानियां

निवेश से पहले यह सुनिश्चित करें कि आपका PAN और KYC सही है, डिमैट अकाउंट अपडेट है और 5 दिसंबर को आपके डिमैट में ICICI Bank के शेयर मौजूद थे. शेयरहोल्डर कैटेगरी में 90 से ज्यादा शेयरों का आवेदन रिजेक्ट किया जा सकता है. IPO पूरी तरह OFS है और इसमें कंपनी नए शेयर्स जारी नहीं कर रही. रिफंड और शेयर क्रेडिट 18 दिसंबर को होगा और लिस्टिंग 19 दिसंबर को होने की उम्मीद है.

डेटा सोर्स: NSE, ET, Chittorgarh

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.