Jungle Camps IPO को ग्रे मार्केट से मिले मंगल संकेत, 10 दिसंबर से शुरू होगा सब्सक्रिप्शन
Jungle Camps India Limited IPO का ऐलान हो चुका है. SME कैटेगरी की इस कंपनी के आईपीओ के लिए सब्सक्रिप्शन 10 दिसंबर से खुलेगा. सब्सक्रिप्शन के लिए ओपन होने से पहले ही इसके शेयर की ग्रे मार्केट में जबरदस्त डिमांड आ रही है. जानते हैं कंपनी के आईपीओ की पूरी डिटेल और प्री-ओपनिंग जीएमपी का हाल.
Jungle Camps India Limited वाइल्ड लाइफ को करीब से देखने के लिए लॉजिंग और कैंपिंग की सेवा देती है. कंपनी ने बुधवार अपने IPO का ऐलान किया है. यह आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 10 दिसंबर को खुलेगा और 12 दिसंबर को बंद होगा. कंपनी की लिस्टिंग BSE SME पर होगी. Jungle Camps India Limited IPO के जरिये 29.42 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. यह पूरी तरह फ्रेश इश्यू होने वाले शेयरों पर आधारित आईपीओ होगा. इसके तहत 40.86 लाख नए शेयर इश्यू किए जाने हैं. शेयर अलॉटमेंट 13 दिसंबर को होगा और 17 दिसंबर को इसकी लिस्टिंग होनी है.
आईपीओ का स्ट्रक्चर
Jungle Camps India Limited IPO का प्राइस बैंड 68 से 72 रुपये तय किया गया है. रिटेल कैटेगरी में आवेदन के लिए मिनिमम लॉट साइज 1,600 शेयर का रखा गया है. इस तरह मिनिमम इन्वेस्टमेंट 1,15,200 रुपये का होगा. खंबाटा सिक्योरिटीज लिमिटेड इस आईपीओ का बुक रनिंग लीड मैनेजर है. वहीं, स्काईलाइन फाइनेंशियल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड इसका रजिस्ट्रार है. जंगल कैंप्स इंडिया आईपीओ के लिए मार्केट मेकर निकुंज स्टॉक ब्रोकर्स है.
GMP हुआ रॉकेट
आईपीओ की डेट और प्राइस बैंड का ऐलान होते ही कंपनी के शेयर ग्रे मार्केट में तहलका मचाने लगे हैं. मंगलवार जैसे ही कंपनी को आईपीओ लाने की मंजूरी मिली, उसके बाद से ही कंपनी के शेयर को ग्रे मार्केट में 47 रुपये का प्रीमियम मिलने लगा. वहीं, बुधवार को जैसे ही सब्सक्रिप्शन, प्राइस बैंड और लिस्टिंग डेटा का ऐलान किया गया, जीएमपी उछलकर 97.22% तक चला गया. फिलहाल 70 रुपये के प्रीमियम के साथ ग्रे मार्केट में कंपनी के शेयर का भाव 142 रुपये पहुंच गया है. इस लिहाज से देखा जाए, तो जिन्हें शेयर अलॉट होंगे, उन्हें 90 फीसदी से ज्यादा लिस्टिंग गेन मिल सकता है.
क्या करती है कंपनी
2002 में बनी यह कंपनी वाइल्ड लाइफ कैंपिंग, होटल, मोटल, लॉज, गेस्ट हाउस, हॉलिडे होम, हेल्थ क्लब, कैटरिंग हाउस और रेस्तरां संचालित करती है. कंपनी एक कंजर्वेशन सेंटर हॉस्पिटैलिटी में महारत रखती है. खासतौर पर मध्य भारत के प्रमुख वाइल्ड लाइफ और टाइगर रिजर्व रिसॉर्ट चलाती है. इन रिसॉर्ट्स के अलावा एक हाईवे रिट्रीट और एक रेस्तरां का प्रबंधन भी करती है. कंपनी के पास विला, कॉटेज, डीलक्स रूम और सफारी टेंट सहित 87 कमरे हैं.
यहां हैं कपनी के रिजॉर्ट
- पेंच जंगल कैंप, पेंच नेशनल पार्क, मध्य प्रदेश
- रुखड़ जंगल कैंप, रुखड़, सिवनी, मध्य प्रदेश
- ताडोबा जंगल कैंप, भामडेली, चंद्रपुर, महाराष्ट्र
- जंगल कैंप कान्हा, संतपुर, बालाघाट, मध्य प्रदेश
कैसी है कंपनी की वित्तीय हालत
कंपनी की ताकत की बात करें, तो इसके पास अनुभवी प्रमोटर और एक अनुभवी प्रबंधन टीम है. कंपनी का बिजनेस मॉडल स्केलेबल है. पहले से कई अहम जगहों पर कंपनी मौजूद है. वहीं, कंपनी की वित्तीय स्थिति को देखें, तो 31 मार्च, 2023 से 31 मार्च, 2024 और के दौरान जंगल कैंप्स इंडिया लिमिटेड के रेवेन्यू में 61.01% की वृद्धि हुई है. इसके अलावा कर के बाद लाभ (PAT) में 699.55% की जबरइस्त वृद्धि हुई है.
IPO की रकम यहां होगी इस्तेमाल
आरएचपी के मुताबिक आईपीओ से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल मध्य प्रदेश के संजय दुबरी नेशनल पार्क में प्रोजेक्ट डवलपमेंट के लिए किया जाएगा. इसके अलावा पेंच नेशनल पार्क के मौजूदा रिसॉर्ट पेंच जंगल कैंप को बेहतर बनाने के लिए थोड़ी रकम खर्च होगी. इसके अलावा मथुरा में एक होटल प्रोजेक्ट के लिए सहायक कंपनी मधुवन हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड में निवेश किया जाएगा.
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