Waaree Energies IPO का अलॉटमेंट आज, आपको शेयर मिले या नहीं? फटाफट ऐसे चेक करें स्‍टेटस

भारत में सौर ऊर्जा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी Waaree Energies के आईपीओ का आज यानी 24 अक्‍टूबर को अलॉटमेंट होने वाला है. अगर आपने भी इसमें इंवेस्‍ट किया है और देखना चाहते हैं कि शेयर मिले या नहीं तो इन तरीकों से करें चेक.

वारी एनर्जी के आईपीओ का अलॉटमेंट Image Credit: freepik

बोली के दौरान निवेशकों से जबरदस्‍त रिस्‍पांस पाने वाले Waaree Energies के आईपीओ का आज यानी 24 अक्‍टूबर को अलॉटमेंट होने वाला है, जिसमें निवेशकों को इसके शेयर मिलेंगे. भारत में सौर ऊर्जा क्षेत्र की इस प्रमुख कंपनी के आईपीओ को 97.34 लाख रुपये के साथ अब तक के सबसे अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं, ऐसे में देखने वाली बात है कि ये शेयर किसकी झोली में आते हैं. अगर आपने भी इसमें पैसा लगाया है और देखना चाहते हैं कि शेयर आपको मिले या नहीं तो इन स्‍टेप्‍स को फॉलो करके आप आसानी से स्‍टेटस चेक कर सकते हैं.

जिन लोगों ने इस इश्यू को सब्सक्राइब किया है, वे रजिस्ट्रार, लिंक इनटाइम और बीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर अपने अलॉटमेंट का स्‍टेटस चेक कर सकते हैं.

ऐसे देखें स्‍टेटस

बीएसई पर कैसे करें चेक?

76 गुना से ज्‍यादा हुआ सब्‍सक्राइब

वारी एनर्जीज के आईपीओ को 76.34 गुना सब्सक्राइब किया गया. इसने करीब 2.41 लाख करोड़ रुपये से अधिक का सब्सक्रिप्शन हासिल किया. कंपनी को 4,321.44 करोड़ रुपये के आईपीओ में 2.10 शेयरों की पेशकश के मुकाबले 160 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं. इससे पहले, इसने एंकर निवेशकों से 1,277 करोड़ रुपये जुटाए थे. इस इश्यू का प्राइस बैंड 1,427 रुपये से 1,503 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है.

ग्रे मार्केट में कैसी है पकड़?

वारी एनर्जीज के आईपीओ ने ग्रे मार्केट में काफी दबदबा बनाया. पिछले हफ्ते इसका जीएमपी शुरुआती तौर पर 1,500 से 1,510 रुपये तक बढ़ गया था हालांकि, हाल ही में यह जीएमपी 1,370 से 1,375 रुपये पर आ गया है, जो बाजार में मामूली बदलाव का संकेत है. इस गिरावट के बावजूद, अनुमानित लिस्टिंग लाभ 90 प्रतिशत से अधिक मजबूत बना हुआ है.

क्‍या करती है कंपनी?

वारी एनर्जीज भारत में सौर ऊर्जा उद्योग की प्रमुख खिलाड़ी है. इसने 30 जून, 2023 तक 12 गीगावाट की कुल स्थापित क्षमता के साथ पीवी मॉड्यूल विनिर्माण स्‍थापित किया है. यह गुजरात के सूरत, तुंब, नंदीग्राम और चिखली में स्थित एक-एक फैक्ट्री और उत्तर प्रदेश के नोएडा में इंडोसोलर फैसिलिटी के साथ पांच विनिर्माण सुविधाएं संचालित करता है. आईपीओ के जरिए जुटाई गई रकम का इस्‍तेमाल कंपनी ओडिशा में 6 गीगावाट (गीगावाट) इनगॉट वेफर, सोलर सेल और सोलर पीवी मॉड्यूल विनिर्माण सुविधा स्थापित करने में करेगी.