अचानक बंद हुई Nippon की विदेशी योजनाएं! निवेशकों को बड़ा झटका, जानें आपके पैसे का क्या होगा

निप्पॉन इंडिया म्यूचल फंड ने निवेशकों के लिए एक अहम फैसला लिया है, जिससे उनकी योजनाओं पर असर पड़ने वाला है. जानिए क्यों फंड हाउस ने अचानक यह कदम उठाया और इसके पीछे की पूरी वजह.

बंद हुई निप्पॉन म्यूचल फंड की विदेशी योजनाएं Image Credit:

Nippon India Mutual Fund ने 18 अक्टूबर, 2024 से अपनी विदेशी योजनाओं में निवेश की नई सदस्यताओं को अस्थायी रूप से निलंबित करने का बड़ा फैसला लिया है. यह निलंबन उन सभी योजनाओं पर लागू होगा, जिनमें निवेशक एकमुश्त (लम्पसम) निवेश, स्विच-इन, या सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) और सिस्टेमैटिक ट्रांसफर प्लान (STP) के लिए नई रजिस्ट्रेशन कर रहे थे. इस कदम का मुख्य उद्देश्य सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के सख्त दिशानिर्देशों का पालन करना है, जो भारतीय म्यूचुअल फंड्स के विदेशी निवेश की सीमा निर्धारित करते हैं.

इन योजनाओं पर पड़ा रोक का असर

निप्पॉन इंडिया म्यूचल फंड की जिन योजनाओं पर यह अस्थायी रोक लगाई गई है, उनमें शामिल हैं:

हालांकि, कंपनी ने जानकारी दी कि जो मौजूदा SIP और STP पहले से चल रहे हैं उन्हें जारी रखा जाएगा. इसके साथ ही, योजनाओं के अंदर एक विकल्प से दूसरे विकल्प में स्विच करने पर कोई रोक नहीं लगाई गई है यानी निवेशक अभी भी अपनी योजनाओं के भीतर प्लान्स और ऑप्शंस के बीच बदलाव कर सकते हैं.

SEBI के नियमों के कारण लिया फैसला

Nippon India Mutual Fund का यह निर्णय SEBI के उन कड़े नियमों के चलते आया है, जो म्यूचुअल फंड्स द्वारा विदेशी निवेश की सीमा तय करते हैं. वर्तमान में भारतीय म्यूचुअल फंड्स द्वारा विदेशी बाजारों में कुल 7 बिलियन डॉलर का निवेश किया जा सकता है, जिसमें से प्रत्येक फंड हाउस को 1 बिलियन डॉलर तक का निवेश करने की अनुमति है. Nippon India MF ने 15 अक्टूबर, 2024 को अपनी विदेशी योजनाओं में निवेश को अस्थायी रूप से फिर से शुरू किया था, लेकिन SEBI द्वारा निर्धारित सीमा का पालन करने के लिए इसे 18 अक्टूबर से फिर से रोक दिया गया है.

नई योजनाओं की शुरुआत

इस बीच, Nippon India Mutual Fund ने बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए दो नई योजनाओं की घोषणा भी की है. ये योजनाएं हैं:

इन नई योजनाओं के लिए नया फंड ऑफर (NFO) 21 अक्टूबर 2024 तक खुला रहेगा, जिससे निवेशक अपनी पसंद की योजनाओं में निवेश कर सकते हैं. ये योजनाएं निवेशकों को भविष्य में एक स्थिर रिटर्न का अवसर दे सकती हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं.

विदेशी और घरेलू निवेश में संतुलन की चुनौती

Nippon India Mutual Fund का यह कदम म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के सामने मौजूद एक बड़े सवाल को भी उजागर करता है—विदेशी और घरेलू निवेश में सही संतुलन कैसे बनाएं. विशेषज्ञों का मानना है कि विदेशी निवेश पर सीमाएं लगाए जाने से भारतीय निवेशकों के पास वैश्विक बाजारों में अवसरों की सीमित पहुंच होती है. लेकिन SEBI के नियमों का पालन करना सभी के लिए अनिवार्य है ताकि विदेशी निवेश में अनुशासन बना रहे.

निवेशकों के लिए यह एक संकेत है कि उन्हें बाजार की परिस्थितियों और नए नियमों के आधार पर अपनी निवेश रणनीति को लचीला बनाना होगा. Nippon India MF की इस अस्थायी रोक का मतलब यह नहीं है कि विदेशी निवेश के अवसर हमेशा के लिए बंद हो गए हैं बल्कि यह एक अस्थायी कदम है. जैसे ही SEBI के नियमों के भीतर जगह बनेगी यह उम्मीद की जा सकती है कि विदेशी योजनाओं में फिर से निवेश शुरू होगा.