उदय कोटक ने दिखाई न्यू इंडिया की तस्वीर, बैंकों से रेस लगा रहे म्यूचुअल फंड; बदल गया सेविंग का ट्रेंड
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मई 2025 तक म्यूचुअल फंड में निवेश की गई कुल राशि (AUM ) अब भारत के बैंकों में रखी बैंक डिपोजिट के 31 फीसदी के बराबर पहुंच गई है. यह ग्रोथ साफ-साफ बताता है कि म्यूचुअल फंड का चलन तेजी से बढ़ रही है. इसके पीछे की वजह है कि यह बैंक FD से कहीं बेहतर है. जिससे लोग इसकी तरफ भाग रहे हैं.
FD Vs Fixed Deposit: भारत में निवेश को लेकर एक आदत बहुत तेजी से बदल रही है. एक समय था जब लोग महीनों या वर्षों की पैसे को सिर्फ बैंकों या पोस्ट ऑफिस के बचत खाते या फिक्स्ड डिपॉजिट में रखते थे, लेकिन अब तस्वीर पहले जैसी नहीं रही. मई 2025 तक म्यूचुअल फंड का AUM देश के बैंकों में रखी गई कुल जमाओं के 31 फीसदी के बराबर पहुंच गई है. उदय कोटक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर यह जानकारी दी. यह इस बात की तरफ इशारा करता है कि अब लोग सेविंग से आगे बढ़कर सोच रहे हैं या और निवेश कर रहे हैं.
पिछले 10 वर्षों में म्यूचुअल फंड AUM में जबरदस्त बढ़ोतरी
ब्लूमबर्ग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2015 (FY15) में बैंक जमा की तुलना में म्यूचुअल फंड का AUM केवल 13 फीसदी था. लेकिन धीरे-धीरे यह हिस्सेदारी बढ़ती ही गई.
बैंक डिपॉजिट की तुलना में म्यूचुअल फंड का एयूएम
- FY17 में 16 फीसदी पहुंच गया
- FY21 में 21 फीसदी बढ़कर हो गया
- FY24 में 26 फीसदी बढ़ा
- FY25 में 29 फीसदी की जोरदार उछाल देखने को मिला.
- और अब मई 2025 में यह आंकड़ा 31 फीसदी तक पहुंच गया है.
यह ग्रोथ साफ-साफ बताता है कि म्यूचुअल फंड का चलन तेजी से बढ़ रही है. इसके पीछे की वजह है कि यह बैंक FD से कहीं बेहतर है. यही वजह है कि लोग इसे तरजीह दे रहे हैं.
लोग क्यों बढ़ रहे म्यूचुअल फंडों की तरफ?
कोविड-19 महामारी के बाद से लोगों की निवेश को लेकर सोच में बड़ा बदलाव आया है. डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की मौजूदगी, SIP जैसे सुविधाजनक विकल्प और इक्विटी मार्केट से मिलने वाले रिटर्न ने आम निवेशकों को इसकी तरफ सोचने को मजबूर किया है.
SIP अकाउंट की संख्या में भी बढ़ोतरी
मई महीने में SIP वाले अकाउंट की संख्या 8.56 करोड़ रही, जो अप्रैल के 8.38 करोड़ से अधिक है. कुल SIP खाते अब बढ़कर 9.06 करोड़ हो पहुंच गए हैं.
म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की कुल स्थिति
मई में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का कुल नेट एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) बढ़कर 72.20 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो अप्रैल में 69.99 लाख करोड़ रुपये था. इस दौरान, मई महीने में कुल नेट इनफ्लो 29,108 करोड़ रुपये दर्ज किया गया.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.