Tejas Chaturvedi

पूर्वांचल से ताल्लुक रखने वाले तेजस चतुर्वेदी, भारत के उच्च संस्थान जैसे जवाहर लाल नेहरू विश्विद्यालय, इलाहाबाद विश्वविद्यालय और भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली से पढ़ाई पूरी की है. तेजस उत्तर भारत के राजनीति की अच्छी समझ रखते हैं. साथ ही शेयर बाजार के हर चाल पर पैनी नजर रखते हैं. संवाद लिए जुड़ें- https://www.instagram.com/tejas_jnu/

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Tejas Chaturvedi

कई कंपनियां अभी भी अपनी 52-वीक हाई से 20 फीसदी से 32 फीसदी तक नीचे ट्रेड कर रही हैं, जिससे मजबूत वैल्यू पर खरीदारी का मौका बन रहा है. सेमीकंडक्टर डिमांड में सुधार, घरेलू मैन्युफैक्चरिंग पर जोर और MNCs के भारत की ओर झुकाव के बीच ये स्टॉक्स आने वाले क्वार्टर्स में रडार पर रह सकते हैं.

Shukra Pharma ने पिछले कुछ वर्षों में निवेशकों को चौंका देने वाले रिटर्न दिए हैं. पिछले तीन साल में इस स्टॉक ने लगभग 4,600 प्रतिशत रिटर्न दिया है, जबकि पांच साल में यह आंकड़ा 21,500 प्रतिशत तक पहुंच गया. यानी छोटी रकम को भी इस स्टॉक ने कई गुना बढ़ाया है, और इसी वजह से यह पेनी स्टॉक अब मार्केट में एक मजबूत मल्टीबैगर के रूप में पहचाना जा रहा है.

शेयर बाजार में आज कई कंपनियां खबरों में रहने वाली हैं. कहीं बड़े ऑर्डर मिले हैं, तो कहीं प्रमोटर एक्टिविटी, फंड रेजिंग, नई डील्स और ओपन ऑफर की वजह से ट्रेडर्स इन स्टॉक्स पर नजर बनाए रखेंगे. आइए जानते हैं कौन से स्टॉक्स आज की ट्रेडिंग में फोकस में रहेंगे.

भारत से सीधे US में बने म्युचुअल फंड्स खरीदना संभव तो है, लेकिन नियमों और प्रोसेस की वजह से यह काफी कठिन माना जाता है. भारतीय निवेशकों के लिए ज्यादा आसान तरीका यह है कि वे उन इंडियन म्युचुअल फंड्स में निवेश करें जो फीडर फंड या ETF के जरिए ग्लोबल मार्केट में पैसा लगाते हैं.

प्री-ओपन के दौरान सभी ऑर्डर एक कॉल ऑक्शन पूल में जमा होते हैं. सिस्टम उस कीमत को ओपनिंग प्राइस बनाता है जहां अधिक से अधिक वॉल्यूम मैच हो सके. जो लिमिट ऑर्डर मैच नहीं होते, वे सीधे नॉर्मल सेशन में ले जाए जाते हैं. मैचिंग के दौरान ऑर्डर में कोई भी बदलाव नहीं किया जा सकता.

गुरुवार को रुपया लुढ़ककर 90.43 के नए ऑल-टाइम लो पर गया. बड़े स्तर पर विदेशी निवेशकों की बिकवाली ने रुपये पर सीधा दबाव डाला. इसके अलावा, आयात करने वाले की ओर से लगातार डॉलर खरीद ने भी मांग बढ़ा दी, जिससे रुपये में कमजोरी गहराती चली गई.

सेंसेक्स 148 अंक या 0.17 प्रतिशत गिरकर करीब 84958 पर खुला, जबकि निफ्टी 33 अंक या 0.13 प्रतिशत फिसलकर 25953 के स्तर पर खुला. ब्रॉडर मार्केट की बात करें तो NSE निफ्टी मिडकैप इंडेक्स और निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स मिले-जुले रुख के साथ ट्रेड कर रहे थे. गुरुवार की ओपनिंग पर रुपया एक नया रिकॉर्ड लो छू गया. घरेलू करेंसी 22 पैसे कमजोर होकर 90.41 प्रति डॉलर पर खुली, जबकि बुधवार को यह 90.19 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था.

जब किसी स्टॉक का 50-डे मूविंग एवरेज उसके 200-डे मूविंग एवरेज के ऊपर निकल जाता है. यह संकेत देता है कि स्टॉक में मोमेंटम मजबूत हो रहा है और आगे भी कीमत ऊपर जाने की संभावना रह सकती है. ये काफी चर्चित इंडिकेटर होता है जिसका यूज निवेशक ट्रे़ंड को जानने के लिए करते हैं.

पिछले पांच दिन में Affordable Robotic का शेयर 215.2 रुपये से बढ़कर 220 रुपये तक पहुंच गया है. हालांकि पिछले एक साल में स्टॉक 15 प्रतिशत टूट गया, जो निवेशकों के लिए चिंता का विषय रहा. स्टॉक ने 18 दिसंबर 2024 को 700 रुपये का 52-वीक हाई बनाया था, जबकि 24 नवंबर 2025 को यह 210 रुपये के 52-वीक लो तक गिर गया.

Apollo Micro Systems BSE Small-Cap Index का हिस्सा है और इसका मार्केट कैप 9,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है. स्टॉक ने पिछले कुछ सालों में निवेशकों को चौंकाने वाले रिटर्न दिए हैं. पिछले तीन साल में स्टॉक ने 900 प्रतिशत तक का मल्टीबैगर रिटर्न दिया, जबकि पांच साल में यह बढ़त 2,245 प्रतिशत तक पहुंच गई.