Tejas Chaturvedi

पूर्वांचल से ताल्लुक रखने वाले तेजस चतुर्वेदी, भारत के उच्च संस्थान जैसे जवाहर लाल नेहरू विश्विद्यालय, इलाहाबाद विश्वविद्यालय और भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली से पढ़ाई पूरी की है. तेजस उत्तर भारत के राजनीति की अच्छी समझ रखते हैं. साथ ही शेयर बाजार के हर चाल पर पैनी नजर रखते हैं. संवाद लिए जुड़ें- https://www.instagram.com/tejas_jnu/

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Tejas Chaturvedi

जब 50-दिन का मूविंग एवरेज 200-दिन के मूविंग एवरेज के ऊपर निकल जाता है, जिससे यह संकेत मिलता है कि स्टॉक का मोमेंटम तेज हो रहा है और आगे भी तेजी जारी रह सकती है. इस दौरान वॉल्यूम में भी बढ़ोतरी देखने को मिलती है, जो खरीदारी की दिलचस्पी को बताता है. ट्रेडर इस इंडिकेटर का यूज काफी करते हैं.

एक्सचेंज समय-समय पर ऐसे स्टॉक्स की पहचान करता है जिनमें कीमत या वॉल्यूम में अचानक जोरदार उतार-चढ़ाव दिखता है. अपनी सर्विलांस मैकेनिज्म के तहत BSE ऐसे शेयरों पर 2 फीसदी, 5 फीसदी या 10 फीसदी तक कम प्राइस बैंड लागू कर सकता है, ताकि कीमतें नियंत्रित दायरे में रहें.

कंपनी को लगातार प्रमुख ग्राहकों से रिपीट ऑर्डर मिल रहे हैं जिनमें BSNL, Indian Railways और Indus Towers जैसे बड़े नाम शामिल हैं. HBL Engineering को आने वाले सालों में तेज ग्रोथ की उम्मीद है. FY26 में कंपनी लगभग 3,000 करोड़ रुपये की बिक्री हासिल करना चाहती है, जो FY25 के 1,967 करोड़ रुपये की तुलना में 50 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ोतरी होगी.

शेयर बाजार में आज कई अहम कंपनियां खबरों में रहेंगी. कहीं बड़े ऑर्डर मिले हैं तो कहीं तिमाही अपडेट, निवेश, डील, मैनेजमेंट में बदलाव और नियामकीय फैसलों ने निवेशकों का ध्यान खींचा है. आइये जानते हैं आज किन स्टॉक्स पर नजर रहेगी.

Parag Parikh Flexi Cap उन गिने-चुने फंड्स में है जो सचमुच Buy-and-Hold करते हैं. फंड ने अब तक कुल 159 स्टॉक्स पकड़े, जिनमें से 28 स्टॉक्स कम से कम 10 साल तक पोर्टफोलियो में टिके रहे. इन लंबे समय वाले स्टॉक्स ने 22.6 फीसदी XIRR दिया, जबकि BSE 500 TRI की रिटर्न 17 फीसदी रही.

हफ्ते के अंतिम कारोबारी दिन बाजार में गिरावट देखने को मिली. शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 37 अंक गिरकर 85,683 पर और निफ्टी 25 अंक फिसलकर 26,190 पर ट्रेड कर रहा था. गुरुवार को ही दोनों इंडेक्स ने इंट्रा-डे में नया ऑल टाइम हाई बनाया था. सेंसेक्स पहली बार 86,000 के ऊपर और निफ्टी 26,300 के ऊपर पहुंचा था.

ये शेयर अपने एक साल के हाई से 50 फीसदी तक नीचे कामकाज कर रहे हैं. इन शेयरों के लिस्ट में 10 रुपये से कम, 50 रुपये से कम और 2000 रुपये से कम के शेयर शामिल हैं. इन कंपनियों को हाल में ही ऑर्डर्स मिले हैं. इन ऑर्डर के बाद ये शेयर निवेशकों को रडार पर आ गए हैं.

सितंबर 2025 तक Transrail Lighting Ltd की अनएक्जीक्यूटेड ऑर्डर बुक 15,117 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल के मुकाबले 46 फीसदी ज्यादा है. कंपनी 50 से ज्यादा देशों में एक्सपोर्ट करती है. अफ्रीका, यूरोप, एशिया और लैटिन अमेरिका में इसकी मजबूत मौजूदगी है. बोत्सवाना, कतर, जाम्बिया और पोलैंड जैसे देशों में बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं.

फंडामेंटल की बात करें तो कंपनी की ऑर्डरबुक करीब 800 करोड़ रुपये की है, जो इसके सालाना रेवेन्यू का लगभग 1.50 गुना है. यह बताता है कि कंपनी के पास काम की कमी नहीं है. मई में इसकी कीमत 114 रुपये थी और कुछ ही महीनों में यह 354.70 रुपये तक पहुंच गया. लेकिन तेज उछाल के बाद स्टॉक में करेक्शन शुरू हो गया और पिछले दो महीनों में यह करीब 20 फीसदी नीचे आ चुका है.

खासकर मिड और स्मॉल कैप सेक्टर में ऑर्डर बुक एक बड़ा ग्रीन सिग्नल माना जाता है क्योंकि इससे भविष्य की रेवेन्यू विजिबिलिटी काफी साफ दिखाई देती है. आइए हम ऐसे तीन स्टॉक्स के बारे में बताते हैं जो 200 रुपये से नीचे ट्रेड कर रहे हैं लेकिन जिनका ऑर्डर बुक उनकी मार्केट कैप से कई गुना बड़ा है.