निफ्टी में Cipla और Apollo Hospitals हल्की बढ़त के साथ टॉप गेनर रहे, जबकि Asian Paints, Trent, Hindalco, Shriram Finance और Tech Mahindra में दबाव देखने को मिला. अगर सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो सभी सेक्टर गिरावट के साथ ट्रेड कर रहे थे.
पिछले एक हफ्ते में स्टॉक 3.61 फीसदी टूटा है, जबकि पिछले एक क्वार्टर में यह 9.87 फीसदी नीचे आया है. एक साल में स्टॉक में 23.16 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है, लेकिन तीन साल की बात करें तो यह अब भी शानदार 1,488.34 फीसदी रिटर्न दे चुका है. फिलहाल शेयर अपने 52-वीक हाई से 30.31 फीसदी नीचे ट्रेड हो रहा है.
टेक्निकल एनालिसिस में 50DEMA और 200DEMA को ट्रेंड की लक्समन रेखा माना जाता है. जब स्टॉक इन दोनों के ऊपर चलता है तो निवेशक आराम में रहते हैं, लेकिन इनके नीचे जाने पर बाजार एक तरह की चुपचाप चेतावनी देना शुरू कर देता है. और जब 50DEMA, 200DEMA के नीचे चला जाता है, यानी “डेथ क्रॉस” बनता है.
कंपनी का मार्केट कैप 10,600 करोड़ रुपये से ज्यादा है. कंपनी की ऑर्डर बुक 30 जून 2025 तक 7,197 करोड़ रुपये पर पहुंच चुकी है, जो आने वाले सालों के लिए मजबूत रेवेन्यू विजिबिलिटी दिखाती है. स्टॉक अपने 52 हफ्ते के लो 265.30 रुपये से करीब 25 प्रतिशत ऊपर है और पिछले 3 साल में 182 प्रतिशत का मल्टीबैगर रिटर्न दे चुका है.
स्टॉक अपने 52 हफ्ते के लो 8.75 रुपये से करीब 5 प्रतिशत ऊपर है, जबकि पिछले 5 साल में इसने 145 प्रतिशत का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है. कंपनी को लगातार मिल रहे प्रोजेक्ट्स और ठोस फाइनेंशियल परफॉर्मेंस को देखते हुए यह पेनी स्टॉक निवेशकों के रडार पर तेजी से ऊपर आया है.
शेयर बाजार में आज कई बड़े कॉर्पोरेट एक्शन, नए करार, निवेश योजनाएं और सेक्टर से जुडी खबरें ट्रेडिंग सेंटीमेंट को प्रभावित कर सकती हैं. आज Larsen & Toubro, Tata Group, ICICI Bank, IndiGo, Waaree Energies समेत कई शेयरों पर एक्शन देखने को मिल सकता है.
ऐसी कंपनियां सामने आयी हैं जिनकी बैलेंस शीट लगभग कर्ज मुक्त है और इनका ग्रोथ ट्रैक रिकॉर्ड बेहद मजबूत है. निवेशकों के बीच इन डेट-फ्री और लो-डेट कंपनियों की खास मांग है क्योंकि इनका रिस्क कम और प्रॉफिटेबिलिटी का ट्रेंड लगातार ऊपर की तरफ दिखाई देता है.
कई बार लिस्टिंग के बाद तेज गिरावट का कारण मार्केट सेंटीमेंट, शार्ट-टर्म प्रॉफिट बुकिंग या वोलैटिलिटी होता है, न कि कंपनी की फंडामेंटल कमजोरी. फिलहाल 6 नयी लिस्टेड कंपनियां अपने इश्यू प्राइस से 56 फीसदी तक के डिस्काउंट पर ट्रेड कर रही हैं. इन शेयरों में निवेशकों के लिए मौका भी बन सकता है.
शुक्रवार को हुई ब्लॉक डील के आधार पर सोमवार को स्टॉक में जोरदार एक्शन दिखा. Frontier Warehousing Limited ने कंपनी में 13,29,69,279 शेयर 4 रुपये प्रति शेयर की दर से खरीदे. यह खरीद करीब 53 करोड़ रुपये की रही. इस डील के साथ Birla Family का Kesoram पर नियंत्रण पूरी तरह खत्म हो गया है.
कुछ इंवेस्टर्स ऐसे भी हैं जो चुपचाप अरबों का पोर्टफोलियो संभालते हैं. First Water Capital के फाउंडर रिकी कृपलानी ऐसा ही एक नाम है. सिर्फ 3 स्टॉक्स को लगभग 10 साल तक पकड़कर रखना और 630 करोड़ रुपये से अधिक की होल्डिंग. इनके शेयरों ने कमाल कर दिया है.