आज के कारोबार में कई शेयर खबरों के दम पर फोकस में रह सकते हैं. निवेश, बड़े ऑर्डर, अधिग्रहण, समझौते और रेगुलेटरी अपडेट्स के चलते इन शेयरों में हलचल देखने को मिल सकती है. आइए जानते हैं किन शेयरों पर बाजार की नजर रहेगी.
पांच साल पहले जहां यह शेयर सिर्फ 2.70 रुपये पर ट्रेड कर रहा था, वहीं अब यह करीब 362 रुपये तक पहुंच चुका है. यानी करीब 14,879.42 फीसदी का जबरदस्त उछाल. दिखाया है. इतने कम समय में शेयर की कीमत में आई इस बड़ी तेजी ने निवेशकों की दौलत कई गुना बढ़ा दी है. अगर किसी निवेशक ने पांच साल पहले इस शेयर में 1 लाख रुपये लगाए होते और निवेश बनाए रखा होता, तो आज उसकी वैल्यू करीब 1.34 करोड़ रुपये हो चुकी होती.
इस फिल्टर में ऐसे शेयर सामने आए जो अब भी सही दाम पर मिल रहे हैं. इनमें से सिर्फ दो शेयर ऐसे निकले जिनका 10 साल का सालाना रिटर्न सेंसेक्स से 12.59 फीसदी से ज्यादा रहा. ये दोनों शेयर लंबे समय के शानदार प्रदर्शन और मौजूदा वैल्यूएशन कंफर्ट का दुर्लभ कॉम्बिनेशन दिखाते हैं.
निफ्टी में मैक्स हेल्थकेयर, टीसीएस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, ट्रेंट और एलएंडटी टॉप गेनर शेयर रहे. वहीं श्रीराम फाइनेंस, टाइटन कंपनी, डॉ. रेड्डीज लैब्स, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस और आईसीआईसीआई बैंक दबाव में नजर आए. अगर सेक्टरोरल इंडेक्स की बात करें तो मेटल, आईटी और ऑटो शेयरों में तेजी देखने को मिली.
अगर RSI 70 से ऊपर हो तो शेयर ओवरबॉट माना जाता है यानी वहां से मुनाफावसूली आ सकती है. वहीं RSI 30 से नीचे चला जाए तो शेयर ओवरसोल्ड जोन में माना जाता है और वहां से बाउंस बैक की उम्मीद बनती है.
Take Solutions का शेयर 18 दिसंबर को भी हरे निशान में 35.15 रुपये के आसपास कारोबार कर रहा था. पिछले एक हफ्ते में शेयर करीब 1.88 फीसदी चढ़ा है. बीते तीन महीनों में इसमें करीब 239.29 फीसदी की तेजी आई है, जबकि एक साल में शेयर करीब 108.61 फीसदी ऊपर रहा है. कंपनी का मार्केट कैप करीब 520 करोड़ रुपये के आसपास है. कंपनी डेट फ्री है.
एनएसई ने अक्टूबर में चार सिक्योरिटीज को F&O सेगमेंट से बाहर करने का फैसला किया था. इनमें Cyient, HFCL, NCC और Titagarh Rail Systems शामिल हैं. ऐसे में 31 दिसंबर से इन शेयरों में कोई भी F&O कॉन्ट्रैक्ट ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध नहीं होगा.
आज के कारोबार में कई बड़ी कंपनियों से जुड़ी खबरों के चलते बाजार की नजर चुनिंदा स्टॉक्स पर रहेगी. कहीं अधिग्रहण है तो कहीं बड़े ऑर्डर, तो कहीं मैनेजमेंट और रेगुलेटरी अपडेट्स. आइए जानते हैं किन शेयरों में हलचल रह सकती है.
इस लिस्ट में JBM Auto का नाम पहले नंबर पर है, जो अपने 52 हफ्ते के हाई से करीब 36 फीसदी नीचे ट्रेड कर रहा है. इस लिस्ट में Olectra Greentech दूसरे नंबर पर है, जो अपने 52 हफ्ते के हाई से करीब 29 फीसदी नीचे है. इस लिस्ट में आखिरी नाम Ather Energy का है, जो अक्टूबर के हाई 790 रुपये से करीब 19 फीसदी नीचे आ चुका है.
CEO पीटर एल्बर्स के मुताबिक, अब कंपनी तीन अहम बातों पर ध्यान दे रही है. पहला सिस्टम की मजबूती बढ़ाना, दूसरा पूरे घटनाक्रम की जड़ तक जाकर जांच करना, और तीसरा भविष्य में ऐसी दिक्कत दोबारा न आए इसके लिए सिस्टम को फिर से तैयार करना. उन्होंने कहा कि रिकवरी के बाद IndiGo आगे की रणनीति पर फोकस कर रही है.