Nifty के प्रमुख gainers में Asian Paints, Maruti Suzuki, NTPC, SBI और Trent शामिल रहे, जबकि ICICI Bank, Bajaj Finserv, Bajaj Finance, Shriram Finance और Reliance Industries कमजोरी के साथ कामकाज कर रहे थे. अगर सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो मेटल, बैंक, मीडिया शेयरों में गिरावट देखने को मिली.
सरकार ने 2025-26 में डिफेंस बजट 6.81 लाख करोड़ रुपये रखा है और लक्ष्य है कि 2029 तक घरेलू मैन्युफैक्चरिंग तीन लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाई जाए. ऐसे माहौल में जिन कंपनियों के पास मजबूत ऑर्डर बुक है. इस सेक्टर के 5 ऐसे शेयर हैं जो कमाल कर सकते हैं.
Man Infraconstruction का मार्केट कैप 5,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है और यह कंपनी नेट कैश पॉजिटिव स्थिति में है. FY25 के अनुसार कंपनी ने 1,108 करोड़ रुपये की नेट सेल्स और 313 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया था. कंपनी 18 फीसदी ROE और 24 फीसदी ROCE के साथ अपने सेक्टर में मजबूत वित्तीय प्रदर्शन करने वाली कंपनियों में गिनी जाती है, जो इसकी बैलेंस शीट और ऑपरेशनल एफिशिएंसी को बताता है.
MIC Electronics का मार्केट कैप 1,158.06 करोड़ रुपये है और पिछले 5 साल में कंपनी ने 19.2 फीसदी CAGR की प्रॉफिट ग्रोथ दिखाई है. यह स्टॉक 3 साल में 320 फीसदी और 5 साल में 5,800 फीसदी तक का जबरदस्त मल्टीबैगर रिटर्न दे चुका है. सितम्बर 2025 तक प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 58.01 फीसदी है और कंपनी का डेट टू इक्विटी रेश्यो सिर्फ 0.20 है.
सोमवार के ट्रेड में कई दिग्गज कंपनियों से जुड़ी खबरें बाजार की चाल तय कर सकती हैं. निवेश, डील, तिमाही अपडेट, ऑर्डर बुकिंग से लेकर बड़े शेयरधारकों की मूवमेंट तक आज कई स्टॉक्स फोकस में रहेंगे. यहां जानिए किस-किस शेयर पर नजर रखना जरूरी होगा.
HSBC फ्लैश इंडिया कंपोजिट आउटपुट इंडेक्स, मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर की संयुक्त परफॉर्मेंस को ट्रैक करता है. यह नवंबर में घट गया और 59.9 पर आ गया. अक्टूबर के 60.4 के मुकाबले कम है और छह महीने का लो लेवल है. यह इंडेक्स माह-दर-माह दोनों सेक्टर के कुल आउटपुट की दिशा बताता है और इस बार इसका संकेत रहा कि बढ़त जारी है लेकिन अक्टूबर के मुकाबले स्लो हो गई है. इसके साथ 4 ऐसे कारण हैं जिससे निवेशक अब अलर्ट हैं.
सुबह के कारोबार में ITC का शेयर 0.85 फीसदी गिरकर 400.8 रुपये पर आ गया, जबकि Godfrey Phillips India 1.05 फीसदी टूटकर 2,842.90 रुपये पर ट्रेड हुआ. वहीं VST Industries हल्की बढ़त के साथ 255.25 रुपये पर दिखा. टैक्स स्ट्रक्चर बदलने की आशंका के कारण निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया और तंबाकू कंपनियों के स्टॉक्स में बिकवाली बढ़ गयी.
HSBC फ्लैश इंडिया कम्पोजिट आउटपुट इंडेक्स, मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर की संयुक्त परफॉर्मेंस को ट्रैक करता है. यह नवंबर में घटकर 59.9 रहा. यह अक्टूबर के 60.4 के मुकाबले कम है और छह महीने का लो लेवल है. यह इंडेक्स माह-दर-माह दोनों सेक्टर के कुल आउटपुट की दिशा दिखाता है और इस बार इसका संकेत रहा कि बढ़त जारी है लेकिन अक्टूबर के मुकाबले धीमी हो गई है.
हफ्ते के पहले कारोबारी दिन बाजार में शानदार तेजी देखने को मिली है. Sensex तथा Nifty दोनों ने नई ऑल-टाइम हाई बना ली. Sensex 303.93 अंक यानी 0.35 प्रतिशत चढकर 86,010.60 पर पहुंच गया, जबकि Nifty 87.35 अंक यानी 0.33 प्रतिशत बढकर 26,290.30 पर ट्रेड हुआ. इस तेजी के पीछे की वजह GDP की वृद्धि दर है जो दूसरी तिमाही में 8.2 प्रतिशत बढ़ी है.
जब 50-दिन का मूविंग एवरेज 200-दिन के मूविंग एवरेज के ऊपर निकल जाता है, जिससे यह संकेत मिलता है कि स्टॉक का मोमेंटम तेज हो रहा है और आगे भी तेजी जारी रह सकती है. इस दौरान वॉल्यूम में भी बढ़ोतरी देखने को मिलती है, जो खरीदारी की दिलचस्पी को बताता है. ट्रेडर इस इंडिकेटर का यूज काफी करते हैं.