सितंबर 2025 में DIIs ने 25,85,438 शेयर खरीदे और अपनी हिस्सेदारी जून 2025 की तुलना में बढ़ाकर 0.63 फीसदी कर ली. कंपनी का मार्केट कैप 1,600 करोड़ रुपये से अधिक है. स्टॉक 52-वीक लो 27.54 रुपये से अब तक 20 फीसदी ऊपर ट्रेड कर रहा है. कंपनी का ROE 12 फीसदी और ROCE भी 12 फीसदी है.
पिछले एक हफ्ते में स्टॉक 12.88 फीसदी चढ़ा है. बीते तीन महीनों में इसमें 6.3 फीसदी की बढ़त रही, जबकि पिछले एक साल में शेयर 21.55 फीसदी ऊपर गया है. 21 नवंबर 2025 तक कंपनी का मार्केट कैप 13,878.25 करोड़ रुपये है. शेयर अभी अपने 52-वीक हाई से 26.90 फीसदी नीचे ट्रेड कर रहा है. वहीं, पिछले 5 साल में स्टॉक ने 713.60 फीसदी की जबरदस्त रैली दी है.
कंपनी का नेट प्रॉफिट Q2 FY25 के 420.16 करोड़ रुपये से बढ़कर 471.4 करोड़ रुपये हो गया है. हालांकि, रेवेन्यू में गिरावट देखने को मिली. Q2 FY25 के 1,125.39 करोड़ रुपये की तुलना में Q2 FY26 में रेवेन्यू 9.5 प्रतिशत घटकर 1,018.7 करोड़ रुपये रह गया. नतीजे जारी होने के बाद स्टॉक ने कुछ बढ़त गंवाई और 10:43 बजे यह करीब 5 प्रतिशत ऊपर 163.97 रुपये पर ट्रेड कर रहा था.
हफ्ते के अंतिम कारोबारी दिन बाजार गिरकर खुला. शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 273.54 अंक या 0.32 फीसदी फिसलकर 85,359.14 पर खुला, जबकि निफ्टी 90.75 अंक या 0.35 फीसदी गिरकर 26,101.40 के स्तर पर आ गया. बाजार में 885 शेयर बढ़त, 1312 शेयर गिरावट और 158 शेयर बिना बदलाव के रहे. अगर सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो निफ्टी के सभी सेक्टोरल इंडेक्स दबाव में कामकाज करते दिखे.
30 सितम्बर 2025 तक कंपनी की ऑर्डर बुक 1,303.81 करोड़ रुपये पर है, जो एक मजबूत पाइपलाइन है. मजे की बात यह भी है कि कंपनी के शेयर ने पिछले 5 साल में करीब 9,200 प्रतिशत की जोरदार तेजी दिखाई है. कंपनी का मार्केट कैप 20 नवम्बर 2025 तक 7,435.96 करोड़ रुपये है. कंपनी का शेयर अपने 52-हफ्ते के हाई से लगभग 33 प्रतिशत नीचे ट्रेड कर रहा है.
LIC ने BPCL में अपनी 2 प्रतिशत हिस्सेदारी का डिसइंवेस्टमेंट किया है. पहले LIC के पास 8.75 प्रतिशत स्टेक था, जो अब घटकर 6.75 प्रतिशत रह गया है. यह बिक्री LIC की पोर्टफोलियो मैनेजमेंट रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है, जिसके तहत वह समय-समय पर निवेश में बदलाव करता रहता है. इसका P/E रेशियो 7.46 है, जो इसके इंडस्ट्री P/E 18.94 से काफी कम है. पिछले तीन महीनों में इसमें 14.1 फीसदी की बढ़त रही है.
F&O Ban वह स्थिति है जब किसी स्टॉक में फ्यूचर्स और ऑप्शन्स सेगमेंट में ट्रेडिंग पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है. इसका मकसद अत्यधिक सट्टेबाजी को रोकना और बाजार में स्थिरता बनाए रखना होता है. बैन लगने पर निवेशकों को केवल मौजूदा पोजीशन को घटाने की इजाजत होती है, नई पोजीशन बनाना संभव नहीं रहता.
आज शेयर बाजार में कई बड़े अपडेट्स देखने को मिलेंगे. निवेश, डील, ऑर्डर बुकिंग, नियुक्तियां और अधिग्रहण से जुड़ी खबरें कई स्टॉक्स को फोकस में ला रही हैं. आइए जानते हैं आज ट्रेडिंग सेशन में किन-किन शेयरों पर नजर रहेगी.
NBCC ने दूसरी तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है. Q2 FY26 में कंपनी का रेवेन्यू 19 प्रतिशत बढ़कर 2,910 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. नेट प्रॉफिट 26 प्रतिशत उछलकर 157 करोड़ रुपये हो गया. 30 सितम्बर 2025 तक NBCC की ऑर्डर बुक 1,28,381 करोड़ रुपये है.
3 दिन में PhysicsWallah में आई गिरावट के बाद 8,400 करोड़ रुपये की मार्केट कैप साफ हो गई. वहीं, Groww के मार्केट कैप में करीब 20 हजार करोड़ रुपये की कमी आई है. अगर इन दोनों को मिला दें तो निवेशकों के इसमें 28000 करोड़ से ज्यादा डूब गए हैं.