अनिल अंबानी की तीसरी कंपनी ने लूटी महफिल, 1 महीने में 1 लाख बना 1.35 लाख, पावर-इंफ्रा रह गए पीछे!

अनिल अंबानी की रिलायंस होम फाइनेंस ने शेयर बाजार में जबरदस्त वापसी की है. महज 1 महीने में कंपनी के शेयरों ने 135 फीसदी का रिटर्न दिया है. जहां रिलायंस पावर और इंफ्रा सुर्खियों में थे, वहीं यह पेनी स्टॉक चुपचाप निवेशकों की झोली भर रहा है, विस्तार में जानें इसके बारे में.

अनिल अंबानी की कंपनी Image Credit: @Money9live

Anil Ambani’s Home Finance Return: अनिल अंबानी के रिलायंस ग्रुप की दो कंपनियों ने हाल के दिनों में काफी सुर्खियों में रही हैं. रिलायंस इंफ्रा और रिलायंस पावर. इन दोनों ही कंपनी के शेयरों में पिछले कुछ समय में अच्छी बढ़त देखी गई है. इसके पीछे रिलायंस का कई जगहों पर विस्तार और उसका कर्ज मुक्त होना अहम कारण हो सकता है. पिछले 1 महीने में रिलायंस की दोनों ही कंपनियों के शेयरों में बड़ी छलांग देखी गई है. पावर ने तो कई बार 52वीक हाई के स्तर को भी छू लिया था. लेकिन इस लाइमलाइट की भीड़ में अनिल अंबानी की एक कंपनी कहीं छिप सी गई है जिसने केवल 1 महीने में अपने निवेशकों को दमदार रिटर्न दे दिया है. आइए उसके बारे में विस्तार से जानते हैं.

कौन है रिलायंस की तीसरी कंपनी?

अनिल अंबानी की रिलायंस होम फाइनेंस ने हाल ही में शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी दिखाई है. इस पेनी स्टॉक ने केवल 1 महीने में 135 फीसदी का रिटर्न दिया है. यानी अगर किसी ने इसमें 1 महीने पहले अगर 1 लाख निवेश किए होते, तो अब उसकी वैल्यू 1.35 लाख रुपये हो गई होती. खास बात यह है कि यह तेजी रिलायंस पावर और रिलायंस इंफ्रा जैसी बड़ी कंपनियों से भी ज्यादा है.

स्टॉक की रफ्तार

BSE के आंकड़ों के मुताबिक, इस स्टॉक ने बीते 1 सप्ताह में 13.25 फीसदी, 2 हफ्तों में 51.08 फीसदी, और 1 महीने में 135.1 फीसदी का रिटर्न दिया है. इसके बावजूद इसकी कीमत 10 रुपये से नीचे बनी हुई है, जिससे यह छोटे निवेशकों के बीच और अधिक लोकप्रिय हो गया है. पिछले सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिवस यानी शुक्रवार, 13 जून को कंपनी के शेयर में 1.91 फीसदी की गिरावट दिखी जिसके बाद वह 7.69 रुपये पर कारोबार करता हुआ बंद हुआ. कंपनी का मार्केट कैप 373 करोड़ रुपये दर्ज किया गया है.

क्या है तेजी की वजह?

रिलायंस होम फाइनेंस की इस तेजी के पीछे कोई बड़ी आधिकारिक घोषणा नहीं है. न कंपनी ने कोई नया बिजनेस प्लान बताया है, न पूंजी निवेश या रिवाइवल स्ट्रैटेजी. फिर भी, शेयर में जबरदस्त खरीदारी हो रही है. ऐसे में इस बढ़त के पीछे का मुख्य कारण रिलायंस की बाकी कंपनियों की स्थिति में सुधार हो सकती है. इससे इतर, इस कंपनी के भाव का कम होना भी लोगों की दिलचस्पी का कारण बन सकता है. हालांकि कंपनी के फंडामेंटल्स बहुत मजबूत नहीं है.

मजबूत नहीं हैं कंपनी के फंडामेंटल्स

ट्रेंडलाइन के मुताबिक, रिलायंस होम फाइनेंस के पास अभी तक कोई Durability Score नहीं है, यानी यह कंपनी कमजोर या अस्थिर वित्तीय स्थिति में मानी जाती है. इसका Valuation Score 33 है, जो दर्शाता है कि इसका मूल्यांकन सेक्टर के अन्य स्टॉक्स की तुलना में औसत दर्जे का है. इसके अलावा, यह स्टॉक अब P/E Sell Zone में पहुंच चुका है, जिसका अर्थ है कि यह शेयर पहले 80 फीसदी समय इससे कम प्राइस-टू-अर्निंग रेशियो पर ट्रेड करता रहा है. इससे यह समझ आता है कि इसमें अब ज्यादा तेजी की गुंजाइश कम हो सकती है.

रिलायंस के बाकी कंपनियों का प्रदर्शन कैसा रहा?

कंपनी का नामकरेंट प्राइस (₹)1 महीने का रिटर्न (%)मार्केट कैप (₹ करोड़)
रिलायंस होम फाइनेंस7.69135.00%273
रिलायंस पावर67.0750.26%27,649
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर384.6541.91%15,237
ये डाटा शुक्रवार, 13 जून तक का है.

कैसा रहा है स्टॉक का प्रदर्शन?

पिछले 5 सालों में रिलायंस होम फाइनेंस ने करीब 357 फीसदी का रिटर्न दिया है, लेकिन यह उछाल एक गहरे नुकसान के बाद आया है. 2020 के आसपास कंपनी को वित्तीय संकट, कर्ज और नियामकीय दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. इसके बाद से कंपनी ने धीरे-धीरे वापसी की कोशिश की लेकिन कोई ठोस पुनर्गठन अभी सामने नहीं आया है.

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डिस्क्लेमर: यह सामग्री केवल सूचना के उद्देश्य से प्रस्तुत की गई है और इसे निवेश सलाह या सिफारिश के रूप में न माना जाए. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें. बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन होता है.