Closing Bell: सेंसेक्स-निफ्टी में जारी गिरावट थमी, ब्रॉडर मार्केट में कमजोरी के बीच मेटल स्टॉक्स में रैली
4 सत्र की गिरावट के बाद बाजार ने आज राहत की सांस ली. सेंसेक्स 158 अंक चढ़कर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 26034 पर पहुंचा. मेटल इंडेक्स में जबरदस्त रैली ने पूरे सत्र का मूड बदला. IT और FMCG ने भी सपोर्ट दिया, लेकिन बैंकिंग शेयरों में हल्की कमजोरी जारी रही. जानें आज के बाजार की पूरी Closing Bell रिपोर्ट.
भारतीय शेयर बाजार के बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी और सेंसेक्स में गुरुवार को चार सत्र से जारी गिरावट पर ब्रेक लगा. दोनों इंडेक्स हरे निशान में हल्की बढ़त के साथ बंद हुए. हालांकि, ब्रॉडर मार्केट में अब भी कमजोरी का रुख बना हुआ है. गुरुवार को एडवांस-डिक्लाइन रेश्यो के हिसाब से देखें तो मार्केड ब्रेड्थ कमजोर हुई है. NSE पर कुल 3,214 स्टॉक्स में कारोबार हुआ, जिनमें 1,381 शेयर बढ़त में रहे, जबकि 1,746 शेयर गिरावट में बंद हुए. इससे साफ दिख रहा है कि बाजार की ओवरऑल टोन अब भी नेगेटिव बनी हुई है. हालांकि, इस दौरान इंडेक्स स्पेसिफिक एक्शन देखने को मिला है.
उतार-चढ़ाव के बीच हरे निशान में क्लोजिंग
निफ्टी ने गुरुवार को बेहद नैरो रेंज में कारोबार किया. इंडेक्स ने दिन की शुरुआत हल्की कमजोरी के साथ की और शुरुआती घंटे वोलैटाइल रहे. कारोबार के दौरान निफ्टी ने 25,938 के लो और 26,098 के हाई को छुआ, यानी करीब 160 अंकों की रेंज में फंसा रहा. दोपहर के समय बैंकिंग और मिडकैप कमजोरी से इंडेक्स दबाव में आया, लेकिन IT और रियल्टी की मजबूती ने रिकवरी दिलाई. क्लोजिंग में निफ्टी 0.18% बढ़कर 26,033.75 पर बंद हुआ. लगातार दूसरे दिन इंडेक्स ने शैडो वाली कैंडल बनाई, जो ट्रेंड में अनिश्चितता का संकेत देती है. पूरे दिन ट्रेडर्स RBI पॉलिसी से पहले पॉजिशनिंग में सतर्क रहे.
कैसा रहा सेंसेक्स का हाल?
सेंसेक्स ने भी दिन की शुरुआत दबाव के साथ की और शुरुआती घंटे कमजोर रहे. इंडेक्स दिन के दौरान 84,949 के लो तक फिसला, लेकिन इसके बाद IT, FMCG और कुछ चुनिंदा हेवीवेट्स स्टॉक्स में खरीदारी लौटने से रिकवरी देखने को मिली.
दिनभर सेंसेक्स का कारोबार 84,949–85,487 के दायरे में रहा. अंतिम घंटे में रुपये की हल्की मजबूती और FII सेलिंग के धीमे पड़ने से सेंटीमेंट सुधरा. अंत में सेंसेक्स 158 अंक चढ़कर 85,265.32 पर बंद हुआ. रिलायंस, इंडिगो, HDFC Bank और ICICI Bank जैसे स्टॉक्स ने दबाव बनाया, जबकि TCS, Tech Mahindra, BEL और Infosys ने इंडेक्स को ऊपर खींचा.
52 वीक हाई-लो डायवर्जेंस
NSE पर 208 स्टॉक्स अपने 52-वीक लो पर बंद हुए, जो ब्रॉडर वीकनेस की गहराई को दिखाता है. इसके मुकाबले सिर्फ 25 स्टॉक्स 52-वीक हाई पर पहुंच सके. यह उस डायवर्जेंस की तस्वीर दिखाता, जिसमें बेंचमार्क इंडेक्स नए हाई के करीब बने हुए हैं, लेकिन ब्रॉडर मार्केट की रफ्तार धीमी पड़ती दिख रही है. ऐसे हालात में बड़े फंड्स एक बार फिर डिफेंसिव सेक्टर और लिक्विड हेवी स्टॉक्स में पोजिशन लेते दिख रहे हैं.
अपर-लोअर सर्किट ब्रेड्थ
ट्रेडिंग ऐक्शन के नजरिये से देखें, तो भी स्थिति कमजोर रही. NSE पर 62 स्टॉक्स अपर सर्किट में तो पहुंचे, लेकिन लोअर सर्किट में फंसे स्टॉक्स की संख्या 68 रही. इसका मतलब है कि तेज गिरावट वाले स्टॉक्स की संख्या तेजी पकड़ने वाले स्टॉक्स से ज्यादा रही. यह मिड–स्मॉलकैप निवेशकों की रिस्क-एपेटाइट में कमी का इशारा देता है. मार्केट में सलेक्टिव बायिंग तो है, लेकिन ब्रॉड बेस्ड रैली नहीं है.
BSE में भी ब्रेड्थ कमजोर
BSE पर भी तस्वीर लगभग मिलती-जुलती रही. कुल 4,302 स्टॉक्स में ट्रेडिंग हुई, जिनमें 1,817 बढ़े, जबकि 2,302 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए. यह NSE से भी अधिक कमजोरी वाला ब्रेड्थ दिखाता है. BSE पर 261 शेयर 52-वीक लो पर पहुंच गए, जबकि 80 शेयरों ने नया हाई बनाया. वहीं, अपर सर्किट में 159 स्टॉक्स की तुलना में लोअर सर्किट में 212 स्टॉक्स रहे, जो बताता है कि बाजार में व्यापक कमजोरी है.
क्या है एक्सपर्ट की राय?
SBI सिक्योरिटीज के सुदीप शाह ने कहा, “पिछले कई सत्रों से Advance/Decline Ratio गिरने वालों के पक्ष में झुका हुआ है, जो बताता है कि इंडेक्स-लेवल की मजबूती के बावजूद ब्रॉडर मार्केट में दबाव कम नहीं हुआ है. स्मॉल कैप और मिड कैप इंडेक्स अपने अहम मूविंग एवरेज के नीचे बने हुए हैं और RSI लगातार बेयरिश स्ट्रक्चर दिखा रहा है. यह दर्शाता है कि बाजार में चुनिंदा बड़े स्टॉक्स ही निवेशकों को संभाल रहे हैं, जबकि व्यापक हिस्से में कमजोरी फिलहाल गहरी है.
इसी तरह Geojit Investments Ltd के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा कि घरेलू बाजार मिश्रित वैश्विक संकेतों और RBI पॉलिसी से पहले सतर्कता के बीच फ्लैट बंद हुआ. उन्होंने कहा, “प्राइमरी वैल्यू-बायिंग को रिकॉर्ड-लो रुपये और लगातार FII आउटफ्लो ने सीमित कर दिया. हालांकि, RBI से दरों में कटौती की कमजोर होती उम्मीदों ने रुपये में हल्की रिकवरी दिलाई, जिसने क्लोजिंग को स्थिर रखने में भूमिका निभाई. IT स्टॉक्स ने आज बेहतर प्रदर्शन किया क्योंकि संभावित Fed रेट कट की उम्मीदें और करेंसी टेलविंड्स ने निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ाई है.”
सेक्टोरल इंडेक्सों का पूरा दिनभर का हाल
गुरुवार के सत्र में सेक्टोरल इंडेक्सों का प्रदर्शन मिला-जुला रहा. बाजार की असली मजबूती IT और रियल्टी ने दिखाई, जहां IT इंडेक्स 1.41% उछला और रियल्टी इंडेक्स ने भी मजबूत खरीदारी दर्ज की. FMCG और Auto ने हल्की बढ़त के साथ बाजार को स्थिरता दी, जबकि मेटल इंडेक्स शुरुआती तेजी के बाद सिर्फ मामूली बढ़त पर सिमट गया. इसके उलट Media और Consumer Durables सेक्टरों में सबसे ज्यादा दबाव देखने को मिला, जहां तेज बिकवाली का असर पूरे सत्र में बना रहा. वहीं बैंकिंग और फाइनेंशियल्स में भी सुस्ती रही, खासकर HDFC Bank और Kotak Bank जैसी बड़ी कंपनियों में कमजोरी के कारण. कुल मिलाकर सेक्टोरल ट्रेंड selective रहा, जिसमें IT और Realty ने पूरे बाजार को संभाला जबकि broader sectors दबाव में रहे.
| सेक्टोरल इंडेक्स | % बदलाव | दिनभर का रुझान |
|---|---|---|
| Nifty IT | +1.41% | सेक्टर में जोरदार खरीदारी, डॉलर और Fed उम्मीदों से सपोर्ट |
| Nifty Realty | +0.54% | रियल्टी शेयरों में मजबूत मांग, सेगमेंट में पॉजिटिव आउटलुक |
| Nifty FMCG | +0.47% | डिफेंसिव स्टॉक्स ने बाजार को स्थिरता दी |
| Nifty Auto | +0.32% | चुनिंदा स्टॉक्स में खरीदारी, सेक्टर हल्की बढ़त में |
| Nifty Metal | +0.06% | शुरुआती मजबूती बाद में ठंडी, ग्लोबल क्यूज कमजोर |
| Nifty Oil & Gas | -0.05% | लगभग फ्लैट, ONGC और Reliance में दबाव |
| Nifty Private Bank | -0.01% | बैंकिंग सेक्टर में सुस्ती, नए ट्रेंड की कमी |
| Nifty PSU Bank | +0.04% | बेहद सीमित दायरे में कारोबार |
| Nifty Consumer Durables | -0.62% | Titan सहित हाई-बीटा स्टॉक्स में बिकवाली |
| Nifty Media | -1.45% | पूरे बाजार में सबसे ज्यादा गिरावट, सेंटीमेंट कमजोर |
ब्रॉड मार्केट का दिनभर का हाल
ब्रॉडर मार्केट आज भी दबाव में रहा और इंडेक्स-लेवल की मजबूती का साथ नहीं दे पाया. Smallcap और Midcap दोनों इंडेक्स लगातार कमजोरी में फंसे रहे, जहां Smallcap 100 अपने 200-day EMA से नीचे बना रहा और RSI bearish territory में चलता रहा. Midcap 100 भी नकारात्मक रुझान के साथ बंद हुआ, जिससे broader sentiment कमजोर ही रहा. Smallcap 250 और Microcap इंडेक्सों में गिरावट और बढ़ गई, क्योंकि कमजोर breadth और बढ़ते circuit-hit counters ने बाजार की आंतरिक कमजोरी को स्पष्ट किया. Advance/Decline ratio लगातार तीसरे सत्र में गिरने वालों के पक्ष में झुका रहा, और Nifty 500 यूनिवर्स के 275 से अधिक स्टॉक्स लाल निशान में बंद हुए. यह संकेत देता है कि बड़े इंडेक्सों की मजबूती केवल चुनिंदा heavyweights के सहारे है, जबकि broader market फिलहाल ट्रेंड-रिवर्सल के कोई संकेत नहीं दे रहा.
| ब्रॉड मार्केट इंडेक्स | % बदलाव | दिनभर का रुझान |
|---|---|---|
| Nifty Smallcap 100 | -0.24% | 200-day EMA से नीचे, RSI bearish zone में |
| Nifty Smallcap 50 | -0.34% | तेजी नदारद, गिरावट पूरे सत्र में हावी |
| Nifty Smallcap 250 | -0.24% | हल्की गिरावट, breadth कमजोर |
| Nifty Microcap 250 | -0.54% | सबसे ज्यादा कमजोरी, sentiment बेहद कमजोर |
| Nifty Midcap 100 | -0.03% | दायरे में कारोबार, लेकिन रिकवरी नहीं |
| Nifty Midcap 50 | +0.21% | सीमित बढ़त, लेकिन broader weakness कायम |
| Nifty Midsmallcap 400 | -0.11% | Mid–Smallcap space में selling pressure जारी |
| Nifty Midcap 150 | -0.04% | flat से नीचे, buyers की कमी साफ |
| Nifty 500 | +0.10% | इंडेक्स हल्की बढ़त में, लेकिन अधिकांश स्टॉक्स लाल |
| Advance/Decline Sentiment | — | Decliners हावी, 275+ स्टॉक्स गिरावट में |