Infosys Buyback: 19% प्रीमियम पर Rs 1800 में शेयर वापस खरीदेगी कंपनी, 18000 करोड़ रुपये होंगे खर्च

इंफोसिस ने कंपनी के इतिहास का सबसे बड़ा शेयर बायबैक घोषित किया है. कंपनी 18,000 करोड़ रुपये खर्च कर 10 करोड़ शेयर 1800 रुपये प्रति शेयर के भाव पर वापस खरीदेगी. यह कंपनी का 5वां बायबैक है. यह पिछले बायबैक से करीब दोगुना बड़ा है.

इन्फोसिस Image Credit: TV9 Bharatvarsh

देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस ने गुरुवार को अपने इतिहास का सबसे बड़ा शेयर बायबैक कार्यक्रम घोषित कर दिया है. कंपनी 10 करोड़ शेयर 1800 रुपये प्रति शेयर के भाव से वापस खरीदेगी. इसके लिए कंपनी कुल 18000 करोड़ रुपये खर्च करेगी. यह बायबैक कंपनी की कुल पेड अप इक्विटी का करीब 2.41% है और इसमें शेयरधारकों को लगभग 19% का प्रीमियम मिलेगा.

कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को दी जानकारी में बताया कि यह बायबैक पूरी तरह कैश किया जाएगा. प्रत्येक शेयर की फेस वैल्यू 5 रुपये है. यह बायबैक कंपनी की वित्तीय मजबूती और निवेशकों के प्रति भरोसे का संकेत है. बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने 11 सितंबर, 2025 को हुई बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी.

इंफोसिस ने यह भी बताया कि बायबैक का आकार नियामकीय सीमा के भीतर है. यह कुल पेड अप कैपिटल और फ्री रिजर्व के 25% से कम रहेगा. कंपनी के मुताबिक यह गणना 30 जून, 2025 तक के लेटेस्ट ऑडिटेड इंटरिम कंडेन्स्ड स्टैंडअलोन और कंसोलिडेटेड फाइनेंशियल डाटा के आधार पर की गई है.

पिछले बायबैक से लगभग दोगुना

यह बायबैक इंफोसिस का पांचवां शेयर बायबैक है. इसके साथ ही अब तक का सबसे बड़ा है. पिछले बायबैक में कंपनी ने 2022 में 9300 करोड़ रुपये के शेयर वापस खरीदे थे. उस समय शेयर खरीद का अधिकतम मूल्य 1850 रुपये रखा गया था. इस तरह मौजूदा बायबैक करीब दोगुना है और निवेशकों के लिए बड़ा अवसर माना जा रहा है.

निवेशकों के लिए क्या मायने रखता है?

विश्लेषकों का मानना है कि कंपनी के पास पर्याप्त कैश रिजर्व और मजबूत बैलेंस शीट है, जिसे शेयरधारकों को लाभ देने में उपयोग किया जा रहा है. प्रीमियम पर बायबैक से शेयर की कीमत में स्थिरता और तेजी आने की संभावना है. इसके साथ ही, यह कदम कंपनी की वित्तीय अनुशासन और निवेशकों के प्रति जिम्मेदारी का संकेत देता है. यह बायबैक बाजार में भरोसा बढ़ाने के साथ-साथ वैल्यूएशन सुधारने में मदद कर सकता है. कंपनी ने यह भी कहा कि उसका उद्देश्य शेयरधारकों को मूल्य प्रदान करना है और साथ ही, अपनी पूंजी का कुशल उपयोग करना है.

क्या यह सबसे बड़ा बायबैक है?

नहीं, यह बायबैक भारतीय शेयर बाजार का सबसे बड़ा नहीं है. सबसे बड़ा बायबैक रिलायंस इंडस्ट्रीज का रहा है, जिसने 2020 में 53,125 करोड़ के शेयर वापस खरीदे थे. लेकिन इंफोसिस का यह बायबैक देश का दूसरा सबसे बड़ा बायबैक है, और आईटी सेक्टर में सबसे बड़ा माना जा रहा है.