फिर से फोकस में आए 3800% तक रिटर्न दे चुके ये रेलवे स्टॉक, Kavach 4.0 से खुलेगा ₹50,000 करोड़ का अगला सुपर-रैली फेज!
भारतीय रेलवे के Kavach 4.0 प्रोजेक्ट से रेल सेफ्टी टेक्नोलॉजी सेक्टर में बड़ा उछाल देखने को मिल सकता है. Nova Control Tecnologix और Tata Elxsi की साझेदारी के साथ-साथ Kernex Microsystems, HBL Power Systems और Concord Control Systems जैसे स्टॉक्स पहले ही 5 साल में 2,800 फीसदी से 3,800 फीसदी तक रिटर्न दे चुके हैं, जानें किन स्टॉक्स को हो सकता है फायदा.
Kavach 4.0 and Railways Stocks: भारतीय रेलवे एक बड़े तकनीकी बदलाव की ओर बढ़ रही है, जहां देश की स्वदेशी ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (ATP) सिस्टम ‘KAVACH’ का अगला और नया संस्करण Kavach 4.0 तैयार किया जा रहा है. इस दिशा में Nova Control Tecnologix और Tata Elxsi ने मिलकर काम करने का फैसला किया है. दोनों कंपनियां मिलकर Kavach 4.0 को को-डेवलप करेंगी. बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, Kavach Phase-I के लागू होने के दौरान अगले 6 से 7 वर्षों में करीब 50,000 करोड़ रुपये के ऑर्डर भारतीय बाजार में निकल सकते हैं, जिससे रेल सेफ्टी से जुड़े टेक्नोलॉजी सेक्टर में बड़ा बूम आने की उम्मीद है. इस खबर में हमने उन्हीं कुछ कंपनियों की सूची बनाई है जिन्हें पहले से कवच से जुड़े रेलवे के ऑर्डर्स मिलते रहे हैं.
कौन कर रहा ये काम?
Nova Control Tecnologix, जो कि Etoe Transportation Infrastructure की डीप-टेक सब्सिडियरी है और Tata Group की टेक्नोलॉजी कंपनी Tata Elxsi इस प्रोजेक्ट के जरिए न केवल डोमेस्टिक मार्केट पर फोकस कर रही हैं, बल्कि दक्षिण-पूर्व एशिया, अफ्रीका और पश्चिम एशिया जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजारों को भी टारगेट कर रही हैं. इससे साफ है कि Kavach 4.0 को भविष्य में एक एक्सपोर्ट-रेडी रेल सेफ्टी सॉल्यूशन के तौर पर भी विकसित किया जा रहा है.
कवच सिस्टम और बाजार?
Kavach सिस्टम सरकार की Mission Raftar पहल का अहम हिस्सा है, जिसका मकसद ट्रेन ऑपरेशन्स को ज्यादा सुरक्षित, तेज और भरोसेमंद बनाना है. भारतीय रेलवे की योजना के मुताबिक, 2030 से 2032 के बीच 40,000 किलोमीटर से ज्यादा हाई-डेंसिटी और हाई-स्पीड रेल रूट्स पर इस सिस्टम को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा. पूरे प्रोजेक्ट का अनुमानित बाजार आकार करीब 45,000 करोड़ रुपये से 50,000 करोड़ रुपये तक बताया जा रहा है, जिससे यह भारत के सबसे बड़े रेल-टेक प्रोजेक्ट्स में शामिल हो जाता है.
कई कंपनियों का होगा फायदा
फिलहाल Kavach सिस्टम को लगभग 1,465 रूट किलोमीटर पर लागू किया जा चुका है. इसके अलावा दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा कॉरिडोर सहित करीब 3,000 किलोमीटर ट्रैक के लिए टेंडर पहले ही अवॉर्ड हो चुके हैं. लागत की बात करें तो रेलवे को ट्रैक-साइड इक्विपमेंट पर प्रति किलोमीटर करीब 50 लाख रुपये खर्च करने पड़ते हैं, जबकि प्रति लोकोमोटिव करीब 80 लाख रुपये की लागत आती है. इसी बड़े खर्च और लंबे रोलआउट पीरियड की वजह से यह सेगमेंट कई कंपनियों के लिए लंबी अवधि की ग्रोथ का बड़ा अवसर बन रहा है.
Kernex Microsystems
एंजलवन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, Kavach प्रोजेक्ट से फायदा उठाने वाली प्रमुख कंपनियों में Kernex Microsystems सबसे आगे मानी जा रही है. यह कंपनी Kavach की शुरुआती डेवलपर्स में शामिल रही है और फिलहाल Kavach 4.0 के लिए एडवांस्ड सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर पर काम कर रही है. FY25 के अंत तक कंपनी का ऑर्डर बुक 21.2 अरब रुपये का था, जिससे अगले कई वर्षों तक रेवेन्यू की स्पष्टता मिलती है. इसके अलावा Kernex ने 30.2 अरब रुपये के नए बिड्स भी लगाए हैं, जो 9,500 किलोमीटर से ज्यादा रेल ट्रैक को कवर करते हैं.
शेयर का हाल?
सोमवार, 15 दिसंबर को स्टॉक 1,012.60 रुपये पर 1.34 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार करते हुए बंद हुआ. स्टॉक अपने ऑल टाइम हाई 1,580 रुपये से तकरीबन आधे भाव पर ट्रेड कर रही है. पिछले 5 साल में स्टॉक में 3,809 फीसदी की तेजी आई है. कंपनी का मार्केट कैप 1,721 करोड़ रुपये दर्ज किया गया.
HBL Power Systems
HBL Power Systems भी Kavach इकोसिस्टम की एक मजबूत कड़ी है. कंपनी 2005 से ही Kavach तकनीक पर काम कर रही है और आज वह उन गिनी-चुनी कंपनियों में शामिल है, जिन्हें Kavach 4.0 के लिए क्वालिफाई किया गया है. HBL अब तक 40 अरब रुपये के Kavach कॉन्ट्रैक्ट्स हासिल कर चुकी है, जिनमें 6,980 किलोमीटर ट्रैक, 2,425 लोकोमोटिव और 758 स्टेशन शामिल हैं. कंपनी को उम्मीद है कि FY26 से FY28 के बीच Kavach से उसे 13–15 अरब रुपये सालाना रेवेन्यू मिलेगा.
शेयर का हाल?
मार्केट में कंपनी की लिस्टिंग HBL Engineering के नाम से है. कंपनी का शेयर 0.57 फीसदी की तेजी के साथ 816.35 रुपये पर ट्रेड करते हुए देखा गया. पिछले 5 साल में स्टॉक का भाव 2,896 फीसदी तक चढ़ा है. कंपनी का मार्केट कैप 22,496 करोड़ रुपये दर्ज किया गया.
Concord Control Systems
Kavach से जुड़े उभरते खिलाड़ियों में Concord Control Systems का नाम भी शामिल है. कंपनी अपनी सब्सिडियरी Progota India, जिसमें उसकी 26 फीसदी हिस्सेदारी है, के जरिए इस सेगमेंट में मौजूद है. Concord मुख्य रूप से रेलवे कोच और इलेक्ट्रिफिकेशन से जुड़े प्रोडक्ट्स पर काम करती है. मार्च 2025 तक कंपनी का अनएक्जीक्यूटेड ऑर्डर बुक 2.1 अरब रुपये था, जो उसके FY25 के रेवेन्यू से करीब 1.7 गुना अधिक है. कंपनी को अगले 3 से 5 वर्षों तक 40–50 फीसदी सालाना ग्रोथ की उम्मीद है, जिसमें Kavach, मेट्रो रेल और फ्रेट ऑटोमेशन प्रोजेक्ट्स अहम भूमिका निभाएंगे.
स्टॉक का हाल?
कंपनी के शेयर 3.13 फीसदी की गिरावट के साथ 2,215 रुपये पर कारोबार करते हुए बंद हुए. 5 साल में स्टॉक में 3,123 फीसदी की तेजी आई है. कंपनी का मार्केट कैप 2,314 करोड़ रुपये दर्ज किया गया.
दूसरे खिलाड़ी भी शामिल!
इसके अलावा, BHEL, CG Power और RailTel जैसी बड़ी कंपनियां भी Kavach से जुड़े ऑर्डर हासिल कर रही हैं. BHEL को जहां छोटे-बड़े कई प्रोजेक्ट मिले हैं, वहीं CG Power की सब्सिडियरी को करीब 600 करोड़ रुपये का Kavach ऑर्डर मिला है. RailTel को अगले कुछ वर्षों में इस सेगमेंट से 4,000 करोड़ रुपये से 5,000 करोड़ रुपये के ऑर्डर मिलने की संभावना जताई जा रही है.
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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.