Urban Company में क्या चल रहा है, IPO प्राइस से 34 फीसदी ऊपर, फिर क्यों आई बेचने की सलाह?
Urban Company का शेयर IPO प्राइस से 34% ऊपर ट्रेड कर रहा है, लेकिन Kotak Institutional Equities ने स्टॉक पर Sell कॉल जारी कर 120 रुपये का टार्गेट दिया है. आखिर कोटक इक्विटीज को अरबन कंपनी ऐसा क्या नजर आया है, जिसके चलते सेल रेटिंग दी गई है जानिए.
टेक एनेबल्ड होम सर्विसेज प्लेटफॉर्म Urban Company ने सितंबर में 57.5% प्रीमियम के साथ धमाकेदार लिस्टिंग की थी. लेकिन दो महीने बाद कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने स्टॉक पर सख्त रुख अपनाते हुए ‘Sell’ रेटिंग दे दी है और टार्गेट प्राइस 120 रुपये तय किया है. शेयर 162.25 रुपये की लिस्टिंग ओपनिंग से 15% नीचे फिसलकर 138.20 रुपये पर आ गया है.
ग्रोथ मजबूत, लेकिन खर्च और तेज
कोटक का आकलन है कि कंपनी FY25–28E में भारत में कंज्यूमर सर्विसेज के लिए 17% और इंटरनेशनल बिजनेस के लिए 33% NTV CAGR हासिल कर सकती है. इस दौरान एडजस्टेड EBITDA में भी 38% CAGR का अनुमान है. ग्रोथ ट्रैक आकर्षक दिखता है, लेकिन उसी गति से बढ़ते ऑपरेशनल और विस्तार से जुड़े खर्च मार्जिन को दबा रहे हैं. कोटक के मुताबिक ग्रोथ दिख रही है, पर लागत का दबाव उससे तेज बन रहा है.
इंस्टा हेल्प में निवेश से बढ़ेगा दबाव
कंपनी का नया इंस्टा हेल्प वर्टिकल बिजनेस मॉडल को बढ़ा रहा है. लेकिन, इसे स्केल करने के लिए भारी निवेश की जरूरत होगी. टेक, ट्रेनिंग, क्विक-रिस्पांस सपोर्ट और क्वालिटी कंट्रोल जैसे क्षेत्रों में लगातार इंसेंटिव और कैश-बर्न मार्जिन रिकवरी को धीमा कर सकते हैं. कोटक का मानना है कि यह वर्टिकल शॉर्ट टर्म की प्रॉफिटेबिलिटी पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है.
वैल्यूएशन पर सवाल गहराए
Urban Company Share Price अब भी IPO प्राइस 103 रुपये से 34% ऊपर है, जबकि लिस्टिंग प्राइस से करीब 15% नीचे है. ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी की मौजूदा 19,891 करोड़ की वैल्यूएशन ग्रोथ अनुमान से ज्यादा आगे भाग रही है. खर्च और कैपेक्स की दिशा देखते हुए यह मूल्यांकन लंबे समय तक टिकाऊ नहीं लगता.
प्लेटफॉर्म मॉडल की पुरानी चुनौतियां
होम-सर्विसेज कैटेगरी में उच्च कस्टमर एक्विजिशन कॉस्ट, ऑपरेशनल इंटेंसिटी और उपयोगकर्ता रिटेंशन पर निर्भरता जैसी संरचनात्मक चुनौतियां हमेशा मौजूद रही हैं. Urban Company तेजी से स्केल कर रही है, लेकिन इन बाधाओं को पार करने के लिए जो निवेश चाहिए, वही मौजूदा वैल्यूएशन के लिए जोखिम पैदा करता है.
सेंटीमेंट बदल रहा है
IPO में भारी सब्सक्रिप्शन और एंकर बुक से मजबूत प्रतिक्रिया के बाद स्टॉक में तेज रैली आई थी. लेकिन Kotak का Sell कॉल संकेत देता है कि मार्केट अब Urban Company की कहानी को सिर्फ ग्रोथ की नजर से नहीं, बल्कि यूनिट इकॉनॉमिक्स और लागत नियंत्रण की नजर से भी परख रहा है. यही शिफ्ट आगे स्टॉक की कीमतों को नॉर्मलाइजेशन की ओर धकेल सकता है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.