Oswal Vs KSB Vs Shakti Pump: डिविडेंड के मामले में कौन है असली विनर, किसके रिटर्न्स में ज्यादा दम

भारत के सोलर पंप उद्योग में तीन नामों की चर्चा सबसे ज्यादा है – एक अनुभवी दिग्गज, एक तेजी से उभरता नाम और एक नया लेकिन दमदार दावेदार. लेकिन असली सवाल यह है कि इन तीनों में किसमें है सबसे बड़ा फायदा कमाने की ताकत? जवाब आपको हैरान कर सकता है.

Oswal Pumps vs Shakti Pumps vs KSB Image Credit: Money9 Live

Oswal Pumps vs Shakti Pumps vs KSB: भारत में पंप इंडस्ट्री न केवल घरेलू मांग से बल्कि वैश्विक मंच पर भी तेजी से उभर रही है. मौजूदा समय में भारत की पंप एक्सपोर्ट में 1.5% की वैश्विक हिस्सेदारी है और यहां बनी पंप का लगभग 16% हिस्सा 100 से ज्यादा देशों को निर्यात किया जाता है. आने वाले वर्षों में घरेलू बाजार का आकार 0.97 अरब डॉलर से बढ़कर 2030 तक 1.23 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. इसी तेजी को देखते हुए केंद्र सरकार सोलर पंप पर जोर दे रही है, जिसमें पीएम-कुसुम योजना के तहत 2026 तक 30,800 मेगावॉट की सौर क्षमता जोड़ने का लक्ष्य है. यही वजह है कि भारत में सोलर पंप की डिमांड और इससे जुड़ी कंपनियों के बिजनेस को लेकर काफी हलचल है.

बाजार के तीन प्रमुख खिलाड़ी: ओसवाल, शक्ति और केएसबी

इस रिपोर्ट में हमने ओसवाल पंप्स, शक्ति पंप्स और केएसबी का तुलनात्मक विश्लेषण किया है, जो भारतीय सोलर पंप उद्योग के टॉप प्लेयर्स हैं.

  1. ओसवाल पंप्स: घरेलू सौर बाजार का सबसे बड़ा नाम

2003 में स्थापित ओसवाल पंप्स पीएम-कुसुम योजना के तहत घरेलू सौर पंप बाजार में 38% हिस्सेदारी रखता है. कंपनी के पास सबमर्सिबल और मोनोक ब्लॉक सोलर पंपों का विस्तृत पोर्टफोलियो है और यह भारत में टर्नकी सोलर सिस्टम सेवा प्रदान करने वाली चुनिंदा कंपनियों में से एक है. इसके प्रोडक्ट कृषि, आवासीय, कमर्शियल और इंडस्ट्रियल सेक्टर की जरूरतें पूरी करते हैं.

  1. शक्ति पंप्स: सोलर से लेकर EV तक विस्तार

शक्ति पंप्स का 25% बाजार शेयर पीएम-कुसुम योजना के तहत है और कंपनी ने हाल ही में EV सेक्टर में भी विस्तार किया है. इसके तीन मैन्युफैक्चरिंग यूनिट प्रति वर्ष 5 लाख से अधिक पंप और 2 लाख इन्वर्टर बना सकते हैं. साथ ही, यह सौर पंपों के अलावा बैटरी मैनेजमेंट और EV चार्जिंग स्टेशन में भी उतर चुकी है.

  1. KSB: विविध पोर्टफोलियो और मजबूत डिस्ट्रीब्यूशन

केएसबी की बाजार हिस्सेदारी 13% है और यह अपने बड़े प्रोडक्शन पोर्टफोलियो के लिए जाना जाता है, जिसमें न्यूक्लियर पंप भी शामिल हैं. कंपनी ने हाल ही में 10 गीगावॉट की सौर ऊर्जा परियोजना शुरू की है जिससे इसकी कुल ऊर्जा जरूरतों का 71% हिस्सा कवर हो सकेगा.

रेवेन्यू के आंकड़े, कौन आगे?

ओसवाल पंप्स का 84% राजस्व सौर सबमर्सिबल पंपों से आता है और FY22 से FY24 के बीच इसका CAGR 28.2% रहा है. FY25 के पहले नौ महीनों में ही इसका राजस्व पिछले पूरे साल के मुकाबले 1.4 गुना बढ़ चुका है.

शक्ति पंप्स का 69% राजस्व सरकारी प्रोजेक्ट से और 21% एक्सपोर्ट से आता है, जबकि KSB की कमाई का 86.5% हिस्सा सौर पंपों और 13.5% वाल्व्स से आता है. पांच वर्षों में शक्ति और KSB का राजस्व CAGR क्रमशः 22% और 16% रहा है.

मुनाफे के मोर्चे पर कौन मजबूत?

ओसवाल पंप्स ने FY22 से FY24 में EBITDA और नेट प्रॉफिट का CAGR क्रमशः 57.7% और 79.4% दर्ज किया, जो कि अपने प्रतिद्वंद्वियों से काफी ज्यादा है. शक्ति पंप्स का EBITDA CAGR 33.5% और नेट प्रॉफिट CAGR 40.1% रहा है, जबकि KSB ने EBITDA 16.7% और नेट प्रॉफिट 21.4% की दर से बढ़ाया है.

EBITDA ( आंकड़ा मिलियन में)

कंपनी का नाममार्च 2021मार्च 2022मार्च 2023मार्च 2024मार्च 20255-वर्षीय CAGR
ओसवाल पंप्सउपलब्ध नहीं₹390₹580₹1,530उपलब्ध नहींउपलब्ध नहीं
शक्ति पंप्स₹1,421₹1,105₹666₹2,284₹6,03033.5%
केएसबी₹1,731₹2,159₹2,545₹3,259₹3,74316.7%

शुद्ध लाभ (PAT) – (मिलियन में)

कंपनी का नाममार्च 2021मार्च 2022मार्च 2023मार्च 2024मार्च 20255-वर्षीय CAGR
ओसवाल पंप्सउपलब्ध नहीं₹169₹342₹977उपलब्ध नहींउपलब्ध नहीं
शक्ति पंप्स₹756₹648₹241₹1,417₹4,08040.1%
केएसबी₹938₹1,494₹1,827₹2,087₹2,47521.4%

सकल लाभ मार्जिन (Gross Profit Margin) – प्रतिशत में (%)

कंपनी का नाममार्च 2021मार्च 2022मार्च 2023मार्च 2024मार्च 2025
ओसवाल पंप्सउपलब्ध नहीं10.8%15.1%20.2%उपलब्ध नहीं
शक्ति पंप्स15.3%9.4%6.9%16.7%24.0%
केएसबी14.3%14.4%14.0%14.5%14.8%

शुद्ध लाभ मार्जिन (Net Profit Margin) – प्रतिशत में (%)

कंपनी का नाममार्च 2021मार्च 2022मार्च 2023मार्च 2024मार्च 2025
ओसवाल पंप्सउपलब्ध नहीं4.7%8.9%12.9%उपलब्ध नहीं
शक्ति पंप्स8.1%5.5%2.5%10.3%16.2%
केएसबी7.8%10.0%10.0%9.3%9.8%

कर्ज के मामले में कौन सबसे फिट?

KSB पूरी तरह कर्ज-मुक्त है और शक्ति पंप्स पर बहुत ही मामूली कर्ज है. FY24 में ओसवाल पंप्स का डेट-टू-इक्विटी रेशियो 0.4 था जिसे कंपनी IPO के जरिए चुकाने की योजना बना रही है. तीनों कंपनियों ने भारी कैपेक्स के बावजूद अपने कर्ज पर नियंत्रण रखा है.

वित्तीय दक्षता: RoE और RoCE में कौन अव्वल?

FY24 में ओसवाल पंप्स का RoE 77% और RoCE 73.5% था. शक्ति पंप्स का RoE 42.6% और RoCE 55.3% रहा जबकि KSB ने RoE 16.7% और RoCE 22.4% हासिल किया. शक्ति पंप्स लगातार पिछले तीन वर्षों से RoE और RoCE में वृद्धि दर्ज कर रहा है.

वैल्यूएशन और डिविडेंड में कौन आगे?

ओसवाल पंप्स का PE रेशियो 70.3 है, जो कि उद्योग औसत 45 से अधिक है. KSB का PE 61.6 और शक्ति पंप्स का PE 29.5 है. PB रेशियो के अनुसार शक्ति पंप्स (10.5) सबसे ज्यादा महंगा है, जबकि KSB 9.3 पर है. इंडस्ट्री एवरेज के मुकाबले शक्ति पंप्स थोड़ा सस्ता दिखता है जबकि ओसवाल और KSB महंगे हैं.

मूल्यांकन मानदंडओसवाल पंप्सशक्ति पंप्सकेएसबी
प्राइस टू अर्निंग (P/E) गुणक70.329.561.6
प्राइस टू बुक वैल्यू (P/B) गुणकलागू नहीं10.59.3
डेटा स्रोत: इक्विटिमास्टर

KSB पिछले पांच सालों से लगातार डिविडेंड प्रति शेयर बढ़ा रहा है. FY25 में इसका डिविडेंड प्रति शेयर 4 रुपये रहा जबकि शक्ति पंप्स का डिविडेंड गिरकर 0.7 रुपये पर आ गया. पिछले पांच वर्षों में KSB का डिविडेंड CAGR 63.7% रहा है जबकि शक्ति पंप्स में -39.1%. ओसवाल पंप्स की डिविडेंड पॉलिसी लिस्टिंग के बाद तय होगी.

लाभांश प्रति शेयर (रु)मार्च-2021मार्च-2022मार्च-2023मार्च-2024मार्च-20255-वर्षीय CAGR
ओसवाल पंप्सलागू नहींलागू नहींलागू नहींलागू नहींलागू नहींलागू नहीं (NM)
शक्ति पंप्स8.02.02.04.00.7-39.1%
केएसबी0.30.50.60.74.063.7%
लाभांश यील्ड (%)मार्च-2021मार्च-2022मार्च-2023मार्च-2024मार्च-2025
ओसवाल पंप्स0.0%0.0%0.0%0.0%0.0%
शक्ति पंप्स2.3%0.3%0.4%0.3%0.1%
केएसबी1.3%1.0%0.8%0.5%0.5%
लाभांश भुगतान अनुपात (%)मार्च-2021मार्च-2022मार्च-2023मार्च-2024मार्च-2025
ओसवाल पंप्स0.0%0.0%0.0%0.0%0.0%
शक्ति पंप्स19.5%5.7%15.2%5.7%2.9%
केएसबी6.3%5.8%5.7%5.8%28.1%

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