पैसा छापने की मशीन है ये 3 फार्मा कंपनियां! बनाती हैं मोटापा घटाने की दवा, मार्केट ग्रोथ से शेयर भर सकते हैं फर्राटा

मोटापा घटाने वाली दवा कंपनियों का मार्केट तेजी से बढ़ रहा है. इसके अलावा देश में डायबिटीज से जुड़े मामले भी बढ़ रहे हैं. इस‍के चलते इनसे जुड़ी दवाइयां बनाने वाली कंपनियों के ग्रोथ में जबरदस्‍त इजाफा होने की उम्‍मीद है. इससे कंपनियों के स्‍टॉक उड़ान भर सकते हैं.

मोटापा घटाने वाली ये दवा कंपनियों के शेयरों पर रखें नजर Image Credit: money9 live

Pharma Stocks: वेट लॉस यानी मोटापा कम करने और डायबिटीज की दवाओं का मार्केट तेजी से फल-फूल रहा है. अगले कुछ वर्षों में इसमें जबरदस्त उछाल आने वाला है. ग्रैंड व्‍यू रिसर्च मुताबिक, GLP-1 आधारित वेट-लॉस ड्रग्स का मार्केट 2024 के 13.84 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2030 तक 48.84 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है. यानी करीब 18.5% की तेज CAGR से कंपनियों की ग्रोथ हो सकती है. इसका फायदा चुनिंदा फार्मा कंपनियों को मिल सकता है. इससे इनके शेयर भी पैसा छापने की मशीन बन सकते हैं. तो कौन-से हैं वो शेयर, यहां देखें लिस्‍ट.

Shaily Engineering Plastics Ltd

गुजरात की शेली इंजीनियरिंग प्लास्टिक्स (SEPL) हाई-प्रिसीजन प्लास्टिक कंपोनेंट्स बनाती है. कंपनी सेमाग्लूटाइड डिलीवरी में इस्तेमाल होने वाले प्री-फिल्ड इंजेक्शन पेन बनाती है. Dr. Reddy’s इसकी प्रमुख फार्मा क्लाइंट्स में से एक है. इसके वित्‍तीय प्रदर्शन की बता करें तो Q1FY26 में इसके हेल्थकेयर डिविजन की हिस्सेदारी दोगुनी होकर 31% हो गई. कंपनी की ग्रोथ में मोटापा घटाने वाली GLP-1 दवाओं की बढ़ती मांग का काफी रोल है.

फ्यूचर प्‍लान

कंपनी ने बढ़ती जरूरत को देखते हुए 19 नई मशीनें और एक नई असेंबली लाइन जोड़ी हैं, जिससे 25 मिलियन पेन की सालाना क्षमता बढ़ी है. अब अलग सेमाग्लूटाइड वेरिएंट के लिए 25 मिलियन पेन की एक और डिमांड को पूरा करने में कंपनी लगी हुई है. कंपनी के मुताबिक करीब 125 करोड़ रुपये का FY26 कैपेक्‍स अगले साल की शुरुआत तक पूरा होने की उम्‍मीद है.

शेयरों का प्रदर्शन

Shaily Engineering Plastics के शेयरों की वर्तमान कीमत 2,622 रुपये है. 3 महीने में इसके 42 फीसदी चढ़े हैं. साल भर में इसने 131 फीसदी और 3 साल में 682 फीसदी का शानदार रिटर्न दिया है.

Eris Lifesciences

2007 में स्थापित एरिस लाइफसाइंसेज तेजी से बढ़ती फार्मा कंपनियों में से एक है. 3,000 करोड़ से ज्यादा की ब्रांडेड फॉर्म्युलेशन रेवन्यू के साथ यह डायबिटीज, कार्डियोलॉजी, डर्मेटोलॉजी और न्यूरोलॉजी जैसे कई क्षेत्रों में सक्रिय है. कंपनी की सबसे बड़ी ताकत इसका इंटीग्रेटेड डायबिटीज पोर्टफोलियो, ओरल दवाएं, इंसुलिन और GLP-1 से जुड़ी दवाइयां हैं.

फ्यूचर प्‍लान

कंपनी ने पिछले साल लिराग्लूटाइड लॉन्च किया था और अब GLP-1 मार्केट का बड़ा हिस्सा हासिल करने की तैयारी में है. जानकारों का मानना है कि GLP-1 मार्केट पहले साल में 10 मिलियन यूनिट तक जा सकता है, और Eris इसमें मजबूत पकड़ बनाने की क्षमता रखती है. इसका फायदा कंपनी के शेयरों में भी देखने को मिल सकता है.

शेयरों का प्रदर्शन

Eris Lifesciences के शेयरों की कीमत 1,550 रुपये है. 3 महीने में इसके शेयर 11 फीसदी लुढ़के हैं. हालांकि सालभर में इसने 14 फीसदी और 3 साल में 126 फीसदी का रिटर्न दिया है.

OneSource Specialty Pharma

वनसोर्स स्‍पेशियलटी फार्मा एक खास CDMO है, जो बायोलॉजिक्स, ड्रग-डिवाइस कॉम्बिनेशन, स्टेराइल इंजेक्टेबल्स और सॉफ्टजेल्स बनाती है. FY25 में कंपनी को मोटापा और डायबिटीज ड्रग्स से जुड़े 15 नए ऑर्डर मिले और आगे और ऑर्डर्स आने की उम्मीद है.

यह भी पढ़ें: आज अडानी समेत इन 11 कंपनियों पर नजर, एक्‍स डेट पर करेंगी टेड, कई की है रिकॉर्ड डेट, डिविडेंड और राइट इश्‍यू का तोहफा

फ्यूचर प्‍लान

कंपनी लगभग 100 मिलियन डॉलर का निवेश कर रही है, जिससे ड्रग-डिवाइस मैन्युफैक्चरिंग क्षमता बढ़ाई जा सके. इसका ऑर्डर बुक FY28 तक 30% CAGR से बढ़ने की संभावना है. ग्लोबल ओबेसिटी मार्केट यानी मोटापा घटाने वाली दवा का मार्केट 2030 के बाद और भी तेज़ी पकड़ेगा, ऐसे में OneSource इस बढ़ती GLP-1 मांग का बड़ा फायदा उठा सकती है.

शेयरों का प्रदर्शन

OneSource Specialty के शेयर की कीमत 1,732 रुपये है. इसके शेयर भी 3 महीने में 8 फीसदी से ज्‍यादा गिरे हैं, हालांकि 6 महीने में इसके शेयर 7 फीसदी से ज्‍यादा चढ़े हैं, लेकिन सालभर का इसका प्रदर्शन अच्‍छा नहीं रहा है.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.