ब्रोकरेज हाउस ने इन टॉप Auto Stocks को खरीदने की दी सलाह, ये है टारगेट प्राइस

Novuma के मुताबिक, साल 2025 भारत समेत दुनियाभर की ऑटो इंडस्ट्री के लिए ज्यादा उत्साहजनक नहीं रहने वाला है, लेकिन 2024 जितनी गिरावट भी नहीं होगी. ऑटो इंडस्ट्री के कुछ सेगमेंट्स में मामूली बढ़ोतरी की संभावना दिख रही है. यहां जानें किन स्टॉक्स को है खरीदने की सलाह...

JP Morgan ने घटा द‍िया टारगेट प्राइस Image Credit: Freepik

शेयर बाजार में ऑटो स्टॉक्स पर नजर बनाए रखने वालों के लिए रणनीति बनाने का समय आ गया है. वेल्थ मैनेजमेंट कंपनी Novuma के अनुसार ऑटोमोटिव इंडस्ट्री के ज्यादातर सेगमेंट्स में गिरावट है और साल का अंत कमजोर रहने की उम्मीद है. ऐसे में निवेशकों की क्या स्ट्रेटेजी हो सकती है? यहां ये भी बताएंगे कि टॉप ऑटो स्टॉक्स को लेकर क्या रेटिंग है और कितना टारगेट प्राइस है. चलिए जानते हैं.

Novuma के मुताबिक, साल 2025 भारत समेत दुनियाभर की ऑटो इंडस्ट्री के लिए ज्यादा उत्साहजनक नहीं रहने वाला है, लेकिन 2024 जितनी गिरावट भी नहीं होगी. ऑटो इंडस्ट्री के कुछ सेगमेंट्स में मामूली बढ़ोतरी की संभावना दिख रही है, जैसे, Class 8 ट्रक्स में फ्लैट-से-पॉजिटिव ग्रोथ की उम्मीद है. चीन और यूरोप के पैसेंजर व्हीकल्स (PVs) में मामूली बढ़ोतरी की संभावना है. हालांकि, यूरोप और उत्तरी अमेरिका में ट्रैक्टर और कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट (CE) की मांग में गिरावट जारी रहने की संभावना है.

कमर्शियल व्हीकल्स और एक्सपोर्टर्स पर असर

रिपोर्ट के मुताबिक, कमर्शियल व्हीकल्स (CVs) और कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट (CE) का कमजोर आउटलुक Bharat Forge, Ramkrishna Forgings और SAMIL जैसे एक्सपोर्टर्स के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है. हालांकि, इन कंपनियों की ऑर्डर बुक और डाइवर्सिफिकेशन से इन्हें इंडस्ट्री से बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी.

टाटा मोटर्स-JLR के लिए PVs का कमजोर आउटलुक नेगेटिव साबित हो सकता है.

वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में हैवी कमर्शियल व्हीकल्स (HCV) की रिटेल बिक्री उत्तरी अमेरिका में 10% और यूरोप में 26% घटी है. साल 2025 के लिए उत्तरी अमेरिका में 3% तक की ग्रोथ की संभावना है, जबकि यूरोप में 7% तक की गिरावट जारी रह सकती है. उत्तरी अमेरिका में ग्राहक अब भी “वेट एंड वॉच” की स्थिति में हैं, खासकर फ्रेट मार्केट की स्थिति और ब्याज दरों में और कमी का इंतजार कर रहे हैं. यूरोपीय ट्रक बाजार में फ्रेट वॉल्यूम और फ्रेट रेट दबाव में हैं, जिससे बाजार में गिरावट जारी है.

साल 2025 में वहीं कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट (CE) की मांग में कमजोर बनी रहने की संभावना है और ट्रैक्टर्स के वॉल्यूम में गिरावट जारी रहने की संभावना है.

स्टॉक्स की रेटिंग और टारगेट प्राइस

टू-व्हीलर्स सेगमेंट

OEMs सेगमेंट

फोर्जिंग्स

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टायर्स

बैटरी

साल 2024 ग्लोबल ऑटो इंडस्ट्री दबाव में रही और साल 2025 में भी धीमी वृद्धि के संकेत हैं. हालांकि, कुछ क्षेत्रों में हल्की सुधार की संभावना बनी हुई है.

डिसक्‍लेमर: Money9Live आपको किसी शेयर या म्‍यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां दी जानकारी एक्सपर्ट की अपनी है. इंवेस्‍टमेंट से पहले अपने निवेश सलाहकार की राय अवश्‍य लें