अडानी समूह का ईरानी कार्गो को संभालने से इनकार, कहा- WSJ का दावा निराधार और शरारती
Adani Group: वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) ने एक रिपोर्ट में कहा था कि अमेरिकी अभियोजक इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या अडानी समूह की कंपनियां गुजरात स्थित अपने मुंद्रा बंदरगाह के जरिए भारत में ईरानी LPG का आयात करती हैं.

Adani Group: अडानी समूह ने सोमवार को कहा कि वह अपने किसी भी बंदरगाह पर ईरान या किसी ईरानी स्वामित्व वाले जहाज से आने वाले किसी भी कार्गो को नहीं संभालता है. समूह ने साथ ही कहा कि उसने ईरान पर लगाए गए किसी भी प्रतिबंध को जानबूझकर नहीं तोड़ा है. अडानी समूह ने शेयर बाजार को बताया कि उसकी किसी भी यूनिट और ईरानी एलपीजी के बीच संबंधों की रिपोर्ट ‘निराधार और शरारती’ हैं.
इससे पहले वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) ने एक रिपोर्ट में कहा था कि अमेरिकी अभियोजक इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या अडानी समूह की कंपनियां गुजरात स्थित अपने मुंद्रा बंदरगाह के जरिए भारत में ईरानी LPG का आयात करती हैं.
अडानी समूह ने कही ये बात
समूह ने बताया कि अडानी समूह अपने किसी भी बंदरगाह पर ईरान से आने वाले किसी भी कार्गो को नहीं संभालता है. इसमें ईरान से आने वाली कोई भी खेप या ईरानी झंडे के नीचे चलने वाला कोई भी जहाज शामिल हैं. इसमें आगे कहा गया कि समूह किसी भी ऐसे जहाज को सुविधाएं नहीं देता है, जिसके मालिक ईरानी हों. हमारे सभी बंदरगाहों पर इस नीति का कड़ाई से पालन किया जाता है. अमेरिका ने तेहरान के संदिग्ध परमाणु कार्यक्रम के कारण ईरानी तेल या उत्पादों की खरीद पर प्रतिबंध लगाया है.
WSJ की रिपोर्ट में दावा
WSJ की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इसकी जांच में पाया गया है कि मुंद्रा और फारस की खाड़ी के बीच यात्रा करने वाले टैंकरों में इस तरह के सबूत पाए गए हैं, जो विशेषज्ञों के अनुसार प्रतिबंधों से बचने वाले जहाजों में आम हैं. तेहरान के संदिग्ध परमाणु कार्यक्रम के कारण ईरानी तेल या उत्पादों की खरीद पर प्रतिबंध लगाया गया है. अडानी समूह ने कहा कि रिपोर्ट पूरी तरह से गलत धारणाओं और अटकलों पर आधारित प्रतीत होती है.
अडानी समूह को बदनाम करने की कोशिश
समूह की तरफ से कहा गया कि किसी भी सुझाव का दृढ़ता से खंडन किया जाता है कि अडानी समूह की संस्थाएं ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों का जानबूझकर उल्लंघन कर रही हैं. इसके विपरीत कोई भी दावा न केवल बदनामीपूर्ण होगा, बल्कि अडानी समूह की प्रतिष्ठा और हितों को नुकसान पहुंचाने के लिए जानबूझकर किया गया कार्य भी माना जाएगा. इस संबंध में अडानी समूह की संस्थाओं और कर्मियों के अधिकार स्पष्ट रूप से सुरक्षित हैं.
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