Cryptocurrency पर चीन ने क्यों लगाया बैन, क्राइम कंट्रोल के पर्दे के पीछे क्या छिपा रहा ड्रैगन?
चीन के पास फिलहाल दुनिया की तमाम क्रिप्टोकरेंसी की कुल 11.1 फीसदी हिस्सेदारी है. 2009 में चीन बिटकॉइन की माइनिंग में सबसे आगे रहने वाले देशों में शामिल रहा. अब अचानक क्राइम कंट्रोल और वित्तीय स्थिरता के नाम पर चीन ने क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगा दिया है. जानते हैं असल में ड्रैगन पर्दे के पीछे क्या खेल रचा रहा है?

China Cryptocurrency Ban: चीन ने अचानक क्रिप्टोकरेंसी पर पूरी तरह बैन लगा दिया है. चीन में अब क्रिप्टो ट्रेडिंग, क्रिप्टोकरेंसी से लेनदेन करना गैर-कानूनी घोषित कर दिया गया है. इसके अलावा सभी क्रिप्टो वॉलेट भी फ्रीज कर दिए गए हैं. इस तरह महज कुछ दिन पहले तक दुनिया के सबसे वाइब्रेंट क्रिप्टो मार्केट में से एक अचानक खत्म हो गया है. चीन ने क्रिप्टो पर बैन के पीछे क्राइम कंट्रोल और आर्थिक स्थिरता को वजह बताया है. हालांकि, क्रिप्टो बाजार के जानकारों का कहना है कि ड्रैगन कभी सीधी चाल नहीं चलता है. इसके हर कदम के पीछे छिपे हुए मतलब होते हैं. क्रिप्टोकरेंसी बैन के पीछे भी ऐसे ही इरादे हैं.
चीन के पास कितने बिटकॉइन?
चीन हमेशा से एक क्रिप्टो सुपरपावर रहा है. ग्रांड व्यू रिसर्च की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन दुनिया में बिटकॉइन का दूसरा सबसे बड़ा होल्डर है. चीन के पास 1,94,000 से ज्यादा बिटकॉइन हैं. यहां तक कि चीन दुनिया की कुछ सबसे बड़ी क्रिप्टो कंपनियों और उनके संस्थापकों की जन्मभूमि भी है. लेकिन, इसके बाद भी अचानक यह बैन लगाया गया है, जिससे पूरे क्रिप्टो मार्केट में भूचाल आया हुआ है.
चीन के बैन में क्या शामिल?
PBOC यानी पीपल्स बैंक ऑफ चाइना के हालिया आदेश के मुताबिक अब चीन में किसी भी व्यक्ति का क्रिप्टोकरेंसी को रखना, क्रिप्टो ट्रेडिंग करना, क्रिप्टो करेंसी में भुगतान करना बैन कर दिया गया है. इसके अलावा यह पहली बार हुआ है, जब चीन ने क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग पर भी बैन लगा दिया है. चीन की दलील है कि क्रिप्टोकरेंसी देश की अर्थव्यवस्था के खतरा हो सकती है. इसके अलावा इसका अपराध में इस्तेमाल हो रहा है. इन दोनों वजहों से क्रिप्टोकरेंसी को पूरी तरह से बैन कर दिया गया है. इससे पहले 2021 और 2022 में भी चीन ने क्रिप्टोकरेंसी पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए थे.
क्या है असली मकसद?
क्रिप्टोकरेंसी के जानकारों का दावा है कि चीन ने क्रिप्टोकरेंसी पर असल में बैन अपने केंद्रीय बैंक PBOC की तरफ से जारी CBDC यानी सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी को प्रमोट करने के लिए यह फैसला किया है. चीन ने ब्लॉकचेन आधारित अपनी CBDC डिजिटल युआन को प्रमोट करना शुरू किया है. चीन अबतक ईरान सहित उन तमाम देशों से व्यापार के लिए क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल करता था, जिनके साथ डॉलर में लेनदेन प्रतिबंधित है. लेकिन, चीन अब क्रिप्टोकरेंसी की जगह अपने डिजिटल युआन को प्रमोट करना चाहता. यही वजह है कि अचानक इस तरह का बैन लगाया गया है.
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