Axiom-4 के उड़ान की आ गई नई डेट, ISRO ने किया ऐलान, शुभांशु शुक्ला रचेंगे इतिहास
एक्सिओम-4 मिशन से जुड़ी एक बड़ी अपडेट सामने आई है. ISRO ने शनिवार को बताया कि यह मिशन अब 19 जून, 2025 को NASA के कैनेडी स्पेस सेंटर से स्पेसएक्स के फाल्कन 9 रॉकेट के जरिए लॉन्च होगा. शुभांशु शुक्ला इस मिशन में क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट चलाएंगे. उनके साथ कमांडर पेगी व्हिटसन और पोलैंड व हंगरी के मिशन विशेषज्ञ होंगे.
Shubhanshu’s Space Mission: एक्सिओम-4 मिशन से जुड़ी एक बड़ी अपडेट सामने आई है. ISRO ने शनिवार को बताया कि यह मिशन अब 19 जून, 2025 को NASA के कैनेडी स्पेस सेंटर से स्पेसएक्स के फाल्कन 9 रॉकेट के जरिए लॉन्च होगा. यह मिशन पहले कई बार स्थगित हुआ क्योंकि फाल्कन 9 रॉकेट में लिक्विड ऑक्सीजन रिसाव और अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के एक मॉड्यूल में दबाव की समस्या थी. स्पेसएक्स और नासा ने हर बार लॉन्च रोककर सिस्टम की पूरी जांच की ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सब कुछ सेफ है.
मिशन के टालने के पीछे थे कई कारण
शुभांशु शुक्ला इस मिशन में क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट चलाएंगे. उनके साथ कमांडर पेगी व्हिटसन और पोलैंड व हंगरी के मिशन विशेषज्ञ होंगे. यह 14 दिन का मिशन होगा. यह भारत के मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम के लिए बड़ा कदम है. एक्सिओम-4 मिशन इस हफ्ते चार बार टला.
एक्सिओम-4 मिशन के टालने के पीछे कई कारण थे. इसमें क्रू ड्रैगन मॉड्यूल में बिजली की तारों में खराबी, लॉन्च वाहन की तैयारी में कमी, खराब मौसम और हाल ही में आईएसएस के ज्वेज्दा मॉड्यूल में ऑक्सीजन लीक शामिल थे. इसरो ने कहा कि मौके पर मरम्मत और कम तापमान पर लीक टेस्ट के बाद सिस्टम को ठीक माना गया. इसरो चेयरमैन वी. नारायणन ने कहा, “हम एक्सिओम स्पेस, नासा और स्पेसएक्स के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. सुरक्षा और मिशन की सफलता हमारी प्राथमिकता है.”
सभी समस्याओं को कर लिया गया है ठीक
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने एक्स पर लिखा कि एक्सिओम-4 मिशन जिसमें भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) जाएंगे. अब 19 जून 2025 को तय है. स्पेसएक्स ने पुष्टि की है कि पहले की सभी समस्याओं को ठीक कर लिया गया है. अगर कोई नया अपडेट होगा तो बताया जाएगा.
यह मिशन इसरो के गगनयान मिशन की तैयारी के लिए बहुत जरूरी है. गगनयान में तीन भारतीय अंतरिक्ष यात्री 400 किलोमीटर की कक्षा में तीन दिन बिताएंगे. शुभांशु का आईएसएस में अनुभव भारत के मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम और भविष्य में बनने वाले भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए महत्वपूर्ण जानकारी देगा. यह मिशन भारत को अंतरिक्ष में नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा.