Black Pope कौन होता, क्यों कहा जाता है सुपीरियर जनरल? इस तरह से करता है दुनिया को कंट्रोल!

Pope Francis के निधन के बाद पूरी दुनियाभर के कैथोलिक ईसाई समुदाय में अगले पोप के नाम के ऐलान का इंतजार है. इस बीच Black Pope और Gray Pope भी चर्चा में हैं. खासतौर पर सुपीरियर जनरल कहे जाने वाले ब्लैक पोप की खासी चर्चा है. जानते हैं कि ये कौन होता है और कैसे दुनिया को कंट्रोल करता है?

ब्लैक पोप Image Credit: freepik

Catholic Church के शीर्ष नेता Pope Francis का निधन सोमवार को वेटिकन सिटी में हो गया. कैथोलिक चर्च के नेतृत्व को आमतौर पर व्हाइट पोप तक ही पहचाना जाता है. लेकिन जब गहराई से नेतृत्व की भुमिकाओं की परतों को देखा जाता है, पता चलता है कि कैथोलिक चर्च का नेतृत्व बेहद जटिल संगठनात्मक संरचना में ढला हुआ है. दुनिया के सामने हर मौके पर दिखने वाले पोप, जिन्हें व्हाइट पोप भी कहा जाता है, उनके अलावा ब्लैक पोप और ग्रे पोप भी होते हैं. ग्रे पोप को अक्सर कंस्पिरेसी थियरीज का एक कैरेक्टर कहा जाता है. लेकिन, ब्लैक पोप इस व्यवस्था का घोषित हिस्सा है, जिसे जेसुइट सुपीरियर जनरल कहा जाता है.

कौन हैं मौजूदा ब्लैक पोप?

ब्लैक पोप को सोसायटी ऑफ जीसस यानी जेसुइट्स का सुपीरियर जनरल कहा जाता है. मौजूदा ब्लैक पोप आर्तुरो सोसा हैं. कैथोलिक चर्च की आधिकारिक शब्दावली में ब्लैक पोप नाम शामिल नहीं है. लेकिन, जेसुइट्स के सुपीरियर जनरल की भूमिका, ताकत और प्रभाव की वजह से उन्हें यह नाम दिया गया है.

कौन होता है व्हाइट पोप?

ब्लैक पोप की ताकत और प्रभाव को जानने से पहले जानते हैं कि व्हाइट पोप कौन होता है. विकर ऑफ क्राइस्ट कैथोलिक चर्च का सर्वोच्च आध्यात्मिक नेता होता है, जिसे व्हाइट पोप के तौर पर भी जाना जाता है. दुनियाभर के कैथोलिक ईसाई समुदाय का आध्यात्मिक नेतृत्व विकर ऑफ क्राइस्ट का काम है. आधिकारिक तौर पर व्हाइट पोप को ही कैथोलिक समुदाय का शीर्ष नेता माना जाता है.

ब्लैक और ग्रे पोप की ताकत और प्रभाव

शिक्षा, व्यवसाय और सामाजिक न्याय के लिए दुनियाभर में चलने वाले गैर सरकारी संगठनों के जरिये जेसुइट्स की वैश्विक पहुंच है. वहीं, ग्रे पोप का कोई आधिकारिक प्रमाण नहीं मिलता है. हालांकि, कंस्पिरेसी थियरीज के हिसाब से यह अक्सर शक्तिशाली अमीर इतालवी परिवारों का ऐसा प्रतिनिधि होता है, जो चर्च और अमीरों के बीच एक कड़ी का काम करता है. Catholic Culture पोर्टल की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि 70-80 के दशक में इतावली मीडिया में ऐसी रिपोर्ट्स सामने आई थीं, जिनमें ओरसिनी जैसे शक्तिशाली कुलीन परिवारों का प्रतिनिधित्व करने वाले ग्रे पोप का जिक्र हुआ था.

रॉकफेलर और रोथस्चाइल्ड से संबंध

ओरसिनी फैमिली तथाकथित “ब्लैक नोबिलिटी” का हिस्सा है, जिसका पोपसी से ऐतिहासिक संबंध है, जो सदियों से पूरी दुनिया पर राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव रखता है. ब्लैक और ग्रे पोप के बारे में अक्सर कहा जाता है कि इनका संबंध रॉकफेलर और रोथस्चाइल्ड जैसे शक्तिशाली परिवारों से रहता है. हालांकि, मनी9लाइव इस तरह के संबंधों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं कर सकता है. हालांकि, कंस्पीरेसी थियरीज के हिसाब से ग्रे पोप चर्च और दुनिया के ताकतवर व अमीर परिवारों के बीच मध्यस्थ का काम करता है, वहीं ब्लैक पोप इन परिवारों और चर्च के तमाम प्रतिष्ठानों के जरिये दुनियाभर में अपने प्रभाव का इस्तेमाल करता है.

कैसे होता है ताकत का बंटवारा?

व्हाइट, ब्लैक और ग्रे पोप की अवधारणाएं असल में कैथोलिक चर्च के इतिहास और संरचना को देखने व समझने का जरिया हैं. यहां व्हाइट पोप चर्च का सार्वजनिक चेहरा है. ग्रे पोप का काम एक पावर ब्रोकर का है. वहीं, ब्लैक पोप कैथोलिक समुदाय की तमाम जमीनी गतिविधियों का नियंंत्रण करता है. ब्लैक पोप के नेतृत्व में काम करने वाले जेसुइट का पदानुक्रम एक सेना की तरह होता है, जिसके जरिये दुनियाभर में कैथोलिक मिशन और मिनिस्ट्रीज को संचालित किया जाता है.