केंद्र सरकार खरीदेगी 485 लाख टन चावल, खरीफ फसलों की खरीदारी का नया लक्ष्य रखा

सरकार ने 485 लाख टन खरीफ चावल की खरीदारी का लक्ष्य तय किया है. इसके साथ राज्यों से मोटे अनाज की खरीद बढ़ाने को लेकर ध्यान केंद्रित करने की भी बात कही है.

खरीफ फसलों की खरीदारी को लेकर केंद्र ने नया लक्ष्य तय किया Image Credit: Metin Aktas/Anadolu Agency/Getty Images

केंद्र ने विपणन वर्ष 2024-25 के लिए खरीफ चावल की खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया है. विपणन वर्ष की शुरुआत अक्टूबर माह से होती है. सरकार ने 485 लाख टन खरीफ चावल की खरीदारी का लक्ष्य तय किया है. इसके साथ राज्यों से मोटे अनाज की खरीद बढ़ाने को लेकर ध्यान केंद्रित करने की भी बात कही है. मौजूदा विपणन वर्ष में यानी 2023-24 में सरकार ने 453 लाख टन खरीफ चावल खरीदा है.

आपको बता दें कि धान की उगाई खरीफ और रबी, दोनों मौसम के दौरान होती है. राज्य के स्वामित्व वाली फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एफसीआई) सरकार की नोडल एजेंसी है. राज्य स्वामित्व वाली एफसीआई के पास खाद्यान्नों की खरीद और बिक्री की जिम्मेदारी है.

केंद्रीय खाद्य सचिव ने 30 अगस्त को राज्य के खाद्य सचिवों के साथ बैठक की अध्यक्षता की. आधिकारिक बयान में बताया गया कि यह बैठक आगामी खरीफ विपणन सत्र (केएमएस) 2024-25 में फसलों की खरीद की व्यवस्था पर चर्चा करने के लिए रखी गई थी. बैठक के दौरान वेदर फॉरकास्ट, प्रोडक्शन को लेकर अनुमान और राज्य की तैयारी जैसे तमाम कारकों की समीक्षा की गई.

बैठक के बाद एक आधिकारिक बयान में कहा गया, “तमाम विचार-विमर्श के बाद आगामी खरीफ सीजन 2024-25 में धान की खरीद चावल के मामले में 485 लाख टन तय किया गया है. वहीं पिछले खरीफ सीजन यानी 2023-24 में 463 लाख टन की खरीद हुई थी.” केंद्र ने खरीफ सीजन 2024-25 के दौरान मोटे अनाज/बाजरा की खरीद का लक्ष्य 19 लाख टन रखा है. बता दें कि 2022-23 के दौरान 6.6 लाख टन की तुलना में यह लक्ष्य काफी बड़ा है.

खाद्य मंत्रालय ने कहा, “राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को फसलों के विविधीकरण और आहार पैटर्न में पोषण बढ़ाने के लिए बाजरा की खरीद पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी गई.” बयान में आगे कहा गया कि बैठक में फूड और पब्लिक डिस्ट्रिब्यूशन विभाग की चल रही कई पहलों पर भी चर्चा की गई.

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