Prashant Srivastav

करीब 18 साल से पत्रकारिता जगत से नाता बना हुआ है। और इस दौरान मीडिया की सभी विधाओं यानी डिजिटल, टेलीविजन, प्रिंट, मैगजीन में काम करने का मौका मिला। इस समय money9live.com में टीम लीड के रूप में अपनी सेवाएं दे रहा हूं। करियर का पहला ब्रेक ईटीवी से टेलीविजन के जरिए हुआ। यहां पर टेलीविजन पत्रकारिता की बारीकियों को समझने का मौका मिला। इसके बाद अगला पड़ाव दिल्ली स्थित दैनिक भास्कर समूह का बिजनेस भास्कर रहा। यहां से बिजनेस पत्रकारिता में कदम रखा। और यह सफर वित्त मंत्रालय की रिपोर्टिंग से लेकर बैंकिंग, इंश्योरेंस, ऑटो, एफएमसीजी, एमएमएमई, टेलीकॉम सेक्टर की ग्राउंड रिपोर्ट से लेकर कॉरपोरेट जगत की खबरें और इकोनॉमी से जुड़ी खबरों से गुजरते हुए अमर उजाला, मनी भास्कर वेबसाइट से होकर आउटलुक मैगजीन और टाइम्स नाउ हिंदी डिजिटल तक पहुंचा।

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Prashant Srivastav

अमित शाह के दिल्ली लौटने के बाद आज शाम 6 बजे CCS की बैठक बुलाई गई है.अमित शाह CCS को ब्रीफ भी करेंगे. बैठक में गृह मंत्री के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री जयशंकर, एनएसए अजित डोभाल और पीएमओ के प्रिंसिपल सेक्रेटरी रहेंगे. इस बीच जवाब कार्रवाई का पाकिस्तान को डर सत रहा है.

देश में हेल्थ इंश्योरेंस खरीदने वालों में से 75 फीसदी लोगों के पास 10 लाख रुपये या उससे कम का कवरेज है. भारतीय अब पारंपरिक वित्तीय निवेश जैसे सोना, फिक्सड डिपॉजिट और रियल इस्टेट के अलावा हेल्थ इंश्योरेंस को भी तरजीह दे रहे हैं.

जिस तरह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप ने टैरिफ वार छेड़ी है उससे तो उनके मातहत भी मंदी की आशंका जता रहे हैं. Kobeissi ने अपने लेटर में कहा है कि गोल्ड इस तरह से कारोबार कर रहा है जैसे हम एक डिप्रेशन के दौर में हैं. ऐसे में क्या दुनिया मंदी से भी बदतर किसी चीज की ओर बढ़ रही है ?

व्हाट इंडिया थिंक्स टुडे का आयोजन 28 और 29 मार्च को दिल्ली के भारत मंडपम में किया जा रहा है. पीएम मोदी के अलावा समारोह में कई केंद्रीय मंत्रियों के साथ-साथ 5 राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे.टीवी9 के इस मेगा प्लेटफॉर्म पर राजनीति के साथ-साथ बिजनेस,स्वास्थ्य,मनोरंजन, संस्कृति और खेल समेत कई अहम विषयों पर गहन मंथन किया जाएगा.

India GDP: रेटिंग एजेंसी ने एक बार फिर भारतीय इकोनॉमी की ग्रोथ रेट पर भरोसा जताया है. उसका अनुमान है कि भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की ग्रोथ रेट अगले वित्त वर्ष (2025-26) में 6.5 प्रतिशत से अधिक बढ़ेगी. साथ ही चालू वित्त वर्ष के लिए मूडीज ने जीडीपी के 6.3 प्रतिशत की दर […]

शेयर बाजार हमेशा से निवेशकों हाई रिटर्न की वजह से लुभाता रहा है. लेकिन पिछले 117 साल के आंकड़े यह बताते हैं कि जब लोगों की गाढ़ी कमाई डूबती है तो बड़ा भूचाल आता है. और ऐसा अमेरिका से लेकर, भारत-चीन और यूरोप हर जगह होता है.

Deepseek चीन के लिए स्पुतनिक मोमेंट जैसा है. जिस तरह रूस ने अमेरिका की अंतरिक्ष पॉवर को चुनौती देते हुए बेहद कम लागत में स्पूतनिक सेटेलाइट को लांच कर दिया था. वैसा ही AI की दुनिया में Deepseek ने किया है.

सवाल उठता है कि जो इकोनॉमी, कोविड के बाद रिकवर होकर 8.2 फीसदी और 9.7 फीसदी की दर से बढ़ रही थी, वह कैसे 6.4 फीसदी पर आ गई. गिरावट से साफ है कि सरकार का निवेश पर खर्च कम हुआ है और उसका असर रोजगार पर दिख रहा है. लोगों की न केवल इनकम घटी है बल्कि नए रोजगार भी आने कम हुए हैं.