NSE से सिर्फ 3 महीने में जुड़े 1 करोड़ नए ट्रेडिंग अकाउंट, कुल संख्या 23 करोड़ पार पहुंची

देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज NSE के लिए IPO से पहले एक बड़ी खुशखबरी मिली है. महज तीन महीने की अवधि में एक्सचेंज से 1 करोड़ नए ट्रेडिंग अकाउंट जुड़ गए हैं. सेबी की तरफ से F&O के नियम कठोर करने के बाद कंपनी के सामने रेवेन्यू घटने की आशंका बढ़ गई थी. लेकिन, ट्रेडिंग अकाउंटों की बढ़ती संख्या से इस चिंता से राहत मिलेगी.

NSE ने SME IPO के लिए 20% लोअर प्राइस कैप की घोषणा की. Image Credit: TV9 Bharatvarsh

NSE IPO को लेकर तमाम निवेशक उत्साहित हैं. माना जा रहा है कि कंपनी इस साल आईपीओ लॉन्च कर सकती है. बहरहाल, IPO से ठीक पहले कंपनी को एक बड़ी चिंता से राहत मिली है. असल में बाजार नियामक सेबी की तरफ से इंडेक्स डेरिवेटिव्ज यानी F&O से जुड़े नियमों को कठोर किए जाने के बाद माना जा रहा था कि ट्रेडर्स की संख्या घट सकती है. लेकिन, इसके विपरीत पिछले 3 महीने में ही 1 करोड़ नए ट्रेडिंग अकाउंट NSE से जुड़ गए हैं. कंपनी ने बुधवार को इस संबंध में एक वक्तव्य जारी किया. इसमें बताया गया गया है कि जुलाई 2025 में NSE से जुडे ट्रेडिंग अकाउंट्स की संख्या 23 करोड़ से ज्यादा हो गई है.

तेजी से पूरा हुआ 22 करोड़ से 23 करोड़ का सफर

अप्रैल 2025 में NSE ने 22 करोड़ ट्रेडिंग अकाउंट का आंकड़ा पार किया था. इसके बाद तेजी से नए निवेशक बाजार में शामिल हुए. NSE के बयान के मुताबिक, यूनिक रजिस्टर्ड निवेशकों की संख्या जुलाई 2025 तक 11.8 करोड़ हो गई है. वहीं, कुल ट्रेडिंग अकाउंट की संख्या 23 करोड़ पार हो गई है.

किन राज्यों में सबसे ज्यादा निवेशक?

NSE के आंकड़ों के मुताबिक सबसे ज्यादा ट्रेडिंग अकाउंट महाराष्ट्र में हैं. यहां से 4 करोड़ अकाउंट्स जुड़े हैं, जो कुल संख्या में 17% की हिस्सेदारी रखते हैं. इसके बाद दूसरे स्थान पर उत्तर प्रदेश है. यहां से 2.5 करोड़ ट्रेडिंग अकाउंट जुड़े हैं, जिनकी कुल संख्या में हिस्सेदारी 11% है. 2 करोड़ अकाउंट के साथ तीसरा स्थान गुजरात का है, जिसकी कुल संख्या में भागीदारी 9% है. इसके बाद 6-6 फीसदी भागीदारी के साथ 1.3-1.3 करोड़ अकाउंट के साथ चौथे स्थान पर पश्चिम बंगाल और राजस्थान हैं. इस तरह शीर्ष 5 राज्य कुल अकाउंट्स का लगभग आधा योगदान देते हैं.

राज्यअकाउंट्स (करोड़)मार्केट शेयर (%)
महाराष्ट्र4.017%
उत्तर प्रदेश2.511%
गुजरात2.0+9%
पश्चिम बंगाल1.3+6%
राजस्थान1.3+6%

युवा निवेशकों की बढ़ती भागीदारी

एक्सचेंज के मुताबिक नए निवेशकों में युवा और पहली बार निवेश करने वालों की भागीदारी तेजी से बढ़ रही है. इसे लेकर NSE के चीफ बिजनेस डेवलपमेंट ऑफिसर श्रीराम कृष्णन का कहना है कि निवेशकों की बढ़ती संख्या भारत के पूंजी बाजार में बढ़ते विश्वास और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के बीच निवेशकों की मजबूत भावना को दर्शाती है. ट्रेडिंग अकाउंट की संख्या में यह वृद्धि डिजिटलाइजेशन और मोबाइल-आधारित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स के तेजी से अपनाने के कारण संभव हुई है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि छोटे शहरों और सेमी-अर्बन इलकों में मोबाइल ट्रेडिंग ने एंट्री बैरियर्स कम किए हैं. इसके साथ ही, पॉलिसी सुधार, निवेशक शिक्षा और आसान ऑनबोर्डिंग प्रक्रियाओं ने भी सहयोग दिया है.