जुलाई में घटी दोपहिया वाहनों की बिक्री, कमर्शियल व्हीकल्स की सेल्स में मामूली बढ़ोतरी
Automobile Retail Sales: डीलरों के संगठन FADA ने गुरुवार को कहा कि यात्री वाहनों और दोपहिया वाहनों की मांग में गिरावट के कारण जुलाई में घरेलू ऑटोमोबाइल खुदरा बिक्री में साल-दर-साल 4 प्रतिशत की गिरावट आई. FADA ने कहा कि डीलरों को फिर भी मानसून के बाद बिक्री में तेजी का भरोसा है.
Automobile Retail Sales: पैसेंजर व्हीक्ल (PV) और दोपहिया वाहनों की मांग में गिरावट के बीच जुलाई में घरेलू स्तर पर वाहनों की खुदरा बिक्री में सालाना आधार पर 4 फीसदी की गिरावट आई है. वाहन डीलरों के निकाय फाडा ने गुरुवार को यह जानकारी दी. पिछले महीने कुल रजिस्ट्रेशन घटकर 19,64,213 यूनिट रह गया, जबकि जुलाई 2024 में यह 20,52,759 यूनिट था. डीलरों के संगठन FADA ने गुरुवार को कहा कि यात्री वाहनों और दोपहिया वाहनों की मांग में गिरावट के कारण जुलाई में घरेलू ऑटोमोबाइल खुदरा बिक्री में साल-दर-साल 4 प्रतिशत की गिरावट आई.
पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री में गिरावट
जुलाई में पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री सालाना आधार पर मामूली घटकर 3,28,613 यूनिट रह गई, जबकि पिछले साल इसी महीने यह 3,31,280 यूनिट थी. फाडा ने कहा कि वाहन खरीदने के लिए शुभ माने जाने वाले दिनों, लक्षित योजनाओं और ग्रामीण मार्केटिंग ने दूरदराज के इलाकों में बिक्री को बढ़ावा दिया.
दूसरी ओर ग्राहकों की सीमित सेंटीमेंट के कारण शहरी मांग धीमी रही. FADA ने कहा कि लगभग 55 दिनों के स्थिर स्टॉक स्तर के साथ, त्योहारी सीजन में बढ़ोतरी को बनाए रखने के लिए संतुलित छूट, सुव्यवस्थित वित्तीय सुविधा और गहन शहरी पहुंच महत्वपूर्ण होगी.
दोपहिया वाहनों की सेल्स में 6 फीसदी की गिरावट
जुलाई में दोपहिया वाहनों के रजिस्ट्रेशन में साल-दर-साल 6 फीसदी की गिरावट देखी गई, जो 13,55,504 यूनिट रही, क्योंकि फसल बुवाई की गतिविधियों और लंबे समय तक भारी बारिश ने शहरी मांग की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राहकों की संख्या में अधिक कमी आई.
FADA ने कहा कि डीलरों को फिर भी मानसून के बाद बिक्री में तेजी का भरोसा है, क्योंकि त्योहारी सीजन से पहले कई खरीद निर्णय अगस्त तक टाल दिए गए हैं- जिससे रणनीतिक स्टॉक एलाइनमेंट और ग्रामीण-शहरी जुड़ाव पर ध्यान केंद्रित करना गति को रिवाइव करने के लिए अनिवार्य हो गया है.
कमर्शियल वाहनों की बिक्री में इजाफा
पिछले महीने कमर्शियल वाहनों की खुदरा बिक्री मामूली रूप से बढ़कर 76,439 यूनिट हो गई, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 76,261 यूनिट थी. FADA ने कहा कि इस सेगेमेंट में वृद्धि शहरी गति के कारण हुई. डीलरों ने नए मॉडलों की लॉन्चिंग, आक्रामक मार्केटिंग सहायता, बड़े संस्थागत ऑर्डर और समय पर स्टॉक उपलब्धता को स्कूल बसों की बिक्री बढ़ाने वाले प्रमुख फैक्टर्स रहे.
इसके विपरीत, भारी बारिश, सीमेंट, कोयला और कंस्ट्रक्शन लॉजिस्टिक्स में मौसमी नरमी और धीमी वित्तीय वितरण के कारण ग्रामीण ढुलाई की मांग बिखरी रही, जिससे कई खरीदारों ने मानसून के बाद की अवधि के लिए खरीदारी टाल दी. जुलाई में ट्रैक्टर रजिस्ट्रेशन में साल-दर-साल 11 फीसदी की मजबूत सेल्स ग्रोथ देखी गई, जो 88,722 यूनिट रही.
ट्रंप टैरिफ का प्रभाव
FADA ने कहा कि हालांकि, बाहरी प्रतिकूल परिस्थितियां उभरी हैं, क्योंकि अमेरिकी प्रशासन द्वारा भारतीय निर्यात पर अतिरिक्त 25 फीसदी टैरिफ लगाने से बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स में 0.4 फीसदी की गिरावट और रुपये के अवमूल्यन को बढ़ावा मिला है, जिससे वित्तीय बाजारों में अस्थिरता आई है.
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