सस्पेंशन और टायर लंबे चलेंगे, बस अपनाएं ये ड्राइविंग ट्रिक; जानें कैसे
अगर आप चाहते हैं कि आपकी कार के सस्पेंशन, ब्रेक, टायर और क्लच लंबे समय तक अच्छी स्थिति में बने रहें, तो इंजन ब्रेकिंग तकनीक को अपनाना फायदेमंद हो सकता है. इंजन ब्रेकिंग न सिर्फ हार्ड ब्रेकिंग को कम करती है, बल्कि इससे वाहन के कई प्रमुख पुर्जों की लाइफ भी बढ़ती है. यह ड्राइविंग ट्रिक आपकी गाड़ी की मेंटेनेंस लागत को घटा सकती है और टायर व सस्पेंशन पर अनावश्यक दबाव नहीं पड़ने देती.
Driving Tips: ड्राइविंग के दौरान अचानक ब्रेक लगाने की आदत न केवल ईंधन की खपत बढ़ाती है, बल्कि गाड़ी के महत्वपूर्ण पुर्जों को भी नुकसान पहुंचाती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि यदि आप हार्ड ब्रेकिंग की जगह इंजन ब्रेकिंग का इस्तेमाल करें, तो आपकी गाड़ी के ब्रेक, क्लच, गियरबॉक्स और सस्पेंशन सिस्टम की लाइफ दोगुनी तक बढ़ सकती है? आइए जानते हैं कि यह तकनीक कैसे काम करती है और इससे किन-किन पार्ट्स को फायदा होता है.
इंजन ब्रेकिंग क्या है
इंजन ब्रेकिंग एक ऐसी तकनीक है जिसमें गाड़ी की स्पीड को कम करने के लिए ब्रेक पैडल का कम इस्तेमाल किया जाता है. इसके बजाय, गियर को धीरे-धीरे डाउनशिफ्ट करते हुए और एक्सेलेरेटर से पैर हटाकर वाहन की गति को नियंत्रित किया जाता है. यह विधि विशेष रूप से मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कारों में प्रभावी होती है, हालांकि ऑटोमेटिक गाड़ियों में भी इसका कुछ हद तक लाभ मिलता है.
इंजन ब्रेकिंग से किन-किन पार्ट्स की लाइफ बढ़ती है
ब्रेक पैड / ब्रेक डिस्क
जब आप बार-बार तेजी से ब्रेक लगाते हैं, तो ब्रेक पैड और डिस्क जल्दी घिसते हैं. लेकिन इंजन ब्रेकिंग का उपयोग करने से ब्रेकिंग सिस्टम पर दबाव कम पड़ता है, जिससे इन पुर्जों की लाइफ बढ़ जाती है.
क्लच प्लेट
गाड़ी चलाते समय यदि गियर शिफ्टिंग सही समय पर और स्मूथली की जाए, तो क्लच प्लेट पर अनावश्यक घर्षण कम होता है. इससे क्लच की लाइफ लंबी होती है और बार-बार रिप्लेसमेंट की आवश्यकता नहीं पड़ती.
गियरबॉक्स
तेजी से गियर बदलने या गलत स्पीड पर गियर शिफ्ट करने से गियरबॉक्स के कॉग्स और सिंक्रोमेश रिंग्स को नुकसान पहुंचता है. इंजन ब्रेकिंग के दौरान गियर को सही तरीके से डाउनशिफ्ट करने से ट्रांसमिशन सिस्टम पर स्ट्रेस कम होता है और इसकी एफिशिएंसी बनी रहती है.
सस्पेंशन सिस्टम
अचानक ब्रेक लगाने से वाहन के सस्पेंशन पर अतिरिक्त झटका लगता है, जिससे शॉक अब्जॉर्बर और सस्पेंशन कंपोनेंट्स जल्दी खराब हो सकते हैं. इंजन ब्रेकिंग से वाहन की गति धीरे-धीरे कम होती है, जिससे सस्पेंशन पर अनावश्यक दबाव नहीं पड़ता.
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टायर का वियर एंड टियर
तेज ब्रेकिंग से टायरों का रबर तेजी से घिसता है, जिससे उनकी लाइफ कम हो जाती है. इंजन ब्रेकिंग की मदद से टायरों पर ब्रेकिंग फोर्स कम पड़ता है, जिससे उनका वियर कम होता है और वे लंबे समय तक चलते हैं.