पेटीएम ने FY25 में 4600 कर्मचारियों को निकाला बाहर, ऑपरेशनल एफिशिएंसी के नाम पर बड़ी कटौती
Paytm ने FY25 में ऑपरेशनल एफिशिएंसी के तहत 4,600 कर्मचारियों की छंटनी कर 650 करोड़ रुपये की लागत घटाई. RBI के प्रतिबंध के बाद कंपनी ने बड़े बदलाव किए, जिनके बाद जून 2025 तक की तिमाही में 123 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया. इस बीच, चीनी निवेशक Antfin ने अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचकर पेटीएम से पूरी तरह एग्जिट कर लिया.

Paytm Layoffs 2025: फिनटेक कंपनी पेटीएम ने अपने ऑपरेशंस को और अधिक कुशल बनाने के लिए बड़े पैमाने पर कॉस्ट-कटिंग अभियान चलाया है. कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2025 (FY25) में इसने 4,600 कर्मचारियों की छंटनी की और कर्मचारी लागत में 650 करोड़ रुपये की कटौती की है. इसके बावजूद, कंपनी की सेल्स टीम मजबूत बनी हुई है, जिसमें 32,614 कर्मचारी विशेष रूप से सेल्स और डिस्ट्रीब्यूशन पर केंद्रित हैं.
कर्मचारी लागत में 21 फीसदी की गिरावट
पेटीएम ने FY25 में कर्मचारी लागत को 3,124 करोड़ रुपये से घटाकर 2,473 करोड़ रुपये कर दिया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 21 फीसदी कम है. कंपनी ने इसकी वजह “ऑपरेशनल एफिशिएंसी बढ़ाने और टेक्नोलॉजी के बेहतर इस्तेमाल” को बताया है. हालांकि, FY24 में कर्मचारी लागत में 34 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी, जिसके बाद यह कटौती की गई.
RBI की कार्रवाई के बाद हुई थी छंटनी
मार्च 2024 में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर प्रतिबंध लगाया था, जिसके बाद कंपनी को अपने कारोबार में बड़े बदलाव करने पड़े. इसके परिणामस्वरूप, जून 2024 में कर्मचारियों ने श्रम मंत्रालय में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन जुलाई 2024 में कंपनी ने प्रभावित कर्मचारियों को नोटिस पीरियड का वेतन और जॉइनिंग बोनस देकर मामला सुलझा लिया.
Q1 में 123 करोड़ रुपये का मुनाफा
इन सभी चुनौतियों के बावजूद, पेटीएम ने जून 2025 तक की तिमाही (Q1 FY26) में 123 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में 840 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. कंपनी ने इस सफलता का श्रेय अपनी “डिसिप्लिन्ड एग्जीक्यूशन और कोर पेमेंट्स बिजनेस पर फोकस” को दिया है.
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एंटफिन ने पूरी तरह से बेचा अपना हिस्सा
इस बीच, पेटीएम के शेयरधारक ढांचे में भी बड़ा बदलाव आया है. चीनी कंपनी एंटफिन (अलीबाबा ग्रुप की यूनिट) ने इस सप्ताह अपनी 5.84 फीसदी हिस्सेदारी (लगभग 3,800 करोड़ रुपये) ब्लॉक डील में बेच दी, जिससे पेटीएम में चीनी निवेशकों का दखल पूरी तरह समाप्त हो गया.
गोल्डमैन सैक्स और सिटी के जरिए हुई इस डील में शेयरों की कीमत 1,020 रुपये प्रति शेयर रखी गई थी. अब एलिवेशन कैपिटल (पूर्व में SAIF पार्टनर्स) ही एकमात्र प्रमुख प्री-IPO निवेशक बचा है, जिसके पास जून 2025 तक 15.4 फीसदी हिस्सेदारी है.
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