3-स्क्रीन सेटअप से लेकर बॉस मोड तक, नई Kia Seltos में क्या-क्या है मिसिंग; कंपटीटर्स से यहां है पीछे
2025 में लॉन्च हुई नई किया सेल्टोस डिजाइन और टेक्नोलॉजी के मामले में पहले से ज्यादा प्रीमियम जरूर बन गई है, लेकिन फीचर्स के स्तर पर यह अपने कई प्रतिद्वंद्वियों से पीछे नजर आती है. टाटा सिएरा और हुंडई क्रेटा जैसे मॉडल्स जहां प्रॉपर 3-स्क्रीन सेटअप, बॉस मोड, पावर्ड को-ड्राइवर सीट और रियर वायरलेस चार्जर जैसे फीचर्स ऑफर कर रहे हैं, वहीं Kia Seltos में इनकी कमी खलती है.
Kia Seltos: मिड-साइज एसयूवी सेगमेंट में 2025 के आखिरी महीनों में जबरदस्त हलचल देखने को मिली है. मारुति सुजुकी विक्टोरिस की लॉन्चिंग, टाटा सिएरा के अनवील और अब नई जनरेशन किया सेल्टोस की एंट्री ने इस सेगमेंट को और ज्यादा प्रतिस्पर्धी बना दिया है. नई किया सेल्टोस डिजाइन और टेक्नोलॉजी के मामले में पहले से ज्यादा प्रीमियम जरूर हो गई है, लेकिन इसके बावजूद इसमें कुछ ऐसे जरूरी फीचर्स की कमी है, जो इसके प्रतिद्वंद्वी मॉडल्स में पहले से उपलब्ध हैं.
प्रॉपर 3-स्क्रीन सेटअप की कमी
autocarindia के मुताबिक, नई किया सेल्टोस में ट्रिपल-स्क्रीन लेआउट मिलता है. इसमें 12.3-इंच का इंफोटेनमेंट डिस्प्ले, 12.3-इंच का डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर और बीच में 5-इंच की छोटी स्क्रीन दी गई है, जो मुख्य रूप से क्लाइमेट कंट्रोल के लिए है. हालांकि एसी कंट्रोल इंफोटेनमेंट स्क्रीन और डैशबोर्ड पर मौजूद बटन से भी किया जा सकता है, जिससे अलग से दी गई 5-इंच स्क्रीन की उपयोगिता सीमित हो जाती है. इसके मुकाबले टाटा सिएरा में सेगमेंट-फर्स्ट प्रॉपर 3-स्क्रीन सेटअप दिया गया है, जिसमें फ्रंट पैसेंजर के लिए अलग 12.3-इंच टचस्क्रीन मिलती है, जिस पर कंटेंट स्ट्रीमिंग और गेमिंग तक की सुविधा दी गई है.
पावर्ड को-ड्राइवर सीट का अभाव
नई किया सेल्टोस ड्राइवर सीट के मामले में काफी आगे है. इसमें 10-वे पावर्ड एडजस्टमेंट, वेंटिलेशन और मेमोरी फंक्शन मिलता है. लेकिन को-ड्राइवर सीट में सिर्फ वेंटिलेशन दिया गया है और एडजस्टमेंट मैनुअल है. वहीं हुंडई क्रेटा, स्कोडा कुशाक और फॉक्सवैगन टाइगुन जैसे प्रतिद्वंद्वी मॉडल्स में पावर्ड को-ड्राइवर सीट मिलती है, जिससे आराम और सुविधा का स्तर और बढ़ जाता है.
बॉस मोड नहीं होना
रीयर सीट कम्फर्ट के लिहाज से भी नई सेल्टोस थोड़ी पीछे नजर आती है. इसमें फ्रंट पैसेंजर सीट के लिए इलेक्ट्रॉनिक बॉस मोड नहीं दिया गया है. जबकि हुंडई क्रेटा के टॉप-स्पेक किंग वेरिएंट्स में यह सुविधा मिलती है, जिससे पीछे बैठा यात्री एक बटन दबाकर फ्रंट सीट को आगे खिसका सकता है. टाटा सिएरा में भी यह फीचर मौजूद है, हालांकि वहां इसे मैनुअली ऑपरेट करना पड़ता है.
रियर पैसेंजर्स के लिए वायरलेस चार्जर की कमी
हुंडई क्रेटा के नए किंग वेरिएंट्स में पीछे बैठने वाले यात्रियों के लिए रियर एसी वेंट्स के पास वायरलेस फोन चार्जर दिया गया है. इसके मुकाबले नई किया सेल्टोस में वायरलेस चार्जिंग पैड सिर्फ फ्रंट पैसेंजर्स के लिए दिया गया है. रियर पैसेंजर्स को केवल टाइप-सी यूएसबी चार्जिंग पोर्ट्स से ही संतोष करना पड़ता है.
पावर्ड टेलगेट और पडल लैंप्स का न होना
मिड-साइज एसयूवी सेगमेंट में पावर्ड टेलगेट विद जेस्चर कंट्रोल एक नया, लेकिन तेजी से लोकप्रिय होता फीचर है. यह सुविधा मारुति सुजुकी विक्टोरिस, टाटा सिएरा और टाटा कर्व में मिलती है, लेकिन नई किया सेल्टोस में इसका अभाव है. इसके अलावा पडल लैंप्स भी सेल्टोस में नहीं दिए गए हैं, जबकि यह फीचर सिएरा और हुंडई क्रेटा में मौजूद है. दिलचस्प बात यह है कि पहली जनरेशन सेल्टोस में पडल लैंप्स मिलते थे, जिन्हें जुलाई 2023 के फेसलिफ्ट के बाद हटा दिया गया.