AI से खतरे में IT सेक्टर की नौकरियां! TCS ने 12000 लोगों की छंटनी की, क्या खत्म हो रहा है पारंपरिक IT करियर पिरामिड?

भारत का आईटी सेक्टर इस समय बड़े बदलावों से गुजर रहा है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और ऑटोमेशन की बढ़ती पकड़ ने कंपनियों को महंगे और अनुभवी कर्मचारियों, खासकर 40 की उम्र के मिड-लेवल मैनेजर्स, की जरूरत पर सवाल खड़ा कर दिया है. TCS ने हाल ही में करीब 12,000 कर्मचारियों की छंटनी की है, जबकि Infosys, Wipro और HCLTech से 7,700 से ज्यादा सीनियर प्रोफेशनल्स बाहर हो चुके हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि यह पारंपरिक आईटी करियर पिरामिड का अंत हो सकता है, जहां पहले जूनियर से सीनियर बनने की लंबी यात्रा तय होती थी. अब कंपनियां lean (हल्की-फुल्की) संरचना चाहती हैं, जिसमें ज्यादा ऑटोमेशन और कम मिड-लेवल मैनेजमेंट हो. हालांकि, एक उम्मीद की किरण Global Capability Centres (GCCs) के रूप में दिख रही है. ये मल्टीनेशनल कंपनियों के लिए भारत में बैकएंड ऑपरेशन और रिसर्च का बड़ा हब बन रहे हैं और यहां नई नौकरियां पैदा हो रही हैं. इसके अलावा, करियर बचाने का सबसे मजबूत रास्ता AI, क्लाउड और ऑटोमेशन टेक्नोलॉजी में अपस्किलिंग माना जा रहा है. सवाल यह है कि क्या समय रहते भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स खुद को बदल पाएंगे या यह छंटनी आगे और बढ़ेगी?