जीडीपी हो या जीएसटी इकोनॉमी के आंकड़े तगड़े, क्या रिजर्व बैंक देगा रेट कट का उपहार?

भारतीय अर्थव्यवस्था फिलहाल हर मोर्चे पर मजबूत बनी हुई है. जीडीपी हो या जीएसटी हर तरह के इकोनॉमी के आंकड़े बता रहे हैं कि देश ग्रोथ की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ रहा है. इसके अलावा महंगाई भी काबू में है. पिछले सप्ताह NSO ने निजी उपभोग के आंकड़े जारे किए, जो बताते हैं कि वित्त वर्ष 2024-25 में निजी खपत में 7.2 फीसदी की ग्रोथ हुई है, जबिक पिछले वित्त वर्ष यानी 2023-24 में यह ग्रोथ 5.6 फीसदी रही थी. तमाम संकेत अब यह इशारा कर रहे हैं मौजूदा लेवल से इकोनॉमी को आगे बढ़ाने के लिए रिजर्व बैंक की पॉलिसी रेट्स से बूस्ट मिलने की दरकार है. शुक्रवार को रिजर्व बैंक की मौद्रिक समिति की बैठक होने वाली है. फिलहाल, पूरे देश की नजर इस बैठक पर है, जहां से ब्याज दरों में 25 से 50 आधार अंक की कटौती की उम्मीद है. हालांकि, बड़ा सवाल यही है कि क्या रिजर्व बैंक ब्याज दर घटाएगा या अगली बैठक का इंतजार करना होगा.