घर बनाना हो सकता है महंगा, क्रिसिल की रिपोर्ट में दावा सीमेंट के भाव में आ सकता है इतना बड़ा उछाल!
इस साल घर बनाने वाले लोगों को झटका लग सकता है. क्रिसिल की रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा वित्त वर्ष में सीमेंट की मांग में 7 फीसदी से ज्यादा तक बढ़ोतरी हो सकती है, जिसके चलते सीमेंट के दाम बढ़ेंगे. इसके साथ ही रिपोर्ट में बताया गया है कि यह बढ़ोतरी सीमेंट बाजार को और प्रतिस्पर्धी बना सकती है.

Cement Sector पिछले कुछ वर्षों से ग्रोथ संबंधित मसलों से जूझ रहा है. इसकी वजह से सीमेंट के दाम भी उतनी तेजी से नहीं बढ़े हैं. लेकिन, मौजूदा वित्त वर्ष में सीमेंट सेक्टर को अच्छी ग्रोथ देखने को मिलत सकती है. हालांकि, इसका असर उन लोगों की जेब पर पड़ सकता है, जो इस साल घर बनाना चाहते हैं. क्रिसिल की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस साल सीमेंट की मांग में 6.5 से 7.5 फीसदी की बढ़ोतरी का अनुमान है. सीमेंट की मांग में यह बढ़ोतरी बुनियादी ढांचे, ग्रामीण आवास परियोजनाओं और अच्छे मानसून से खर्च की क्षमता बढ़ने से प्रेरित होगी.
कितनी बढ़ेगी कीमत
क्रिसिल की रिपोर्ट में कहा गया है कि लंबे समय से स्थिर डिमांड और कड़ी प्रतिस्पर्धा की वजह से सीमेंट के दाम में ज्यादा इजाफा नहीं हुआ है. लेकिन, इस वर्ष डिमांड में 7 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे सीमेंट की कीमतों में भी 2 से 4 फीसदी तक की वृद्धि की उम्मीद की जा सकती है. इससे सीमेंट कंपनियों के राजस्व में बढ़ोतरी होगी
जारी रहेगी प्रतिस्पर्धा
रिपोर्ट में बताया गया है कि भले ही इस साल मांग और दाम दोनों मे इजाफ हो जाए, लेकिन इसके बावजूद सीमेंट बाजार प्रतिस्पर्धा तीव्र बना रहेगा. क्रिसिल की रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू वित्त वर्ष में सरकार की तरफ से बुनियादी ढांचे में खर्च को बढ़ाया है. खासतौर पर ग्रामीण आवास परियोजनाओं के दायरे को बढ़ाया गया है, जिससे सीमेंट की खपत बढ़ने की उम्मीद है. इसके साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘‘सीमेंट क्षेत्र में चालू वित्त वर्ष में 6.5-7.5 प्रतिशत मांग बढ़ने की उम्मीद असल में बुनियादी ढांचे के लिए बजटीय आवंटन में 10 फीसदी की वृद्धि और इस उम्मीद से प्रेरित है कि सामान्य से अधिक मानसून से किसानों की आय बढ़ेगी, जिससे ग्रामीण क्षेत्र में खर्च की क्षमता बढ़ेगी और सीमेंट की मांग मांग बढ़ेगी.’’
दो साल की सुस्ती के बाद जगी उम्मीद
क्रिसिल इंटेलिजेंस के एसोसिएट निदेशक सच्चिदानंद चौबे का कहना है कि अवसंरचना और आवास मंत्रालयों के लिए पूंजीगत व्यय आवंटन में वृद्धि के कारण सभी क्षेत्रों की मांग में उछाल की उम्मीद है. इस तेजी से दो साल की सुस्ती के बाद चालू वित्त वर्ष में सीमेंट की कीमतों में वृद्धि को समर्थन मिलने की उम्मीद है. हालांकि, बाजार हिस्सेदारी के लिए अब भी कड़ी प्रतिस्पर्धा जारी रहेगी.
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