मध्यप्रदेश को मिला 78 हजार करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट प्रपोजल, लाखों युवाओं को मिलेगा रोजगार
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव यूके-जर्मनी यात्रा पर बड़ी सफलता मिली है. इस यात्रा में लगभग 78 हजार करोड़ रुपये के इन्वेस्टमेंट प्रस्ताव इंडस्ट्रियलिस्ट और इन्वेस्टर्स से प्राप्त हुये हैं. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि इस यात्रा का लक्ष्य न केवल इन्वेस्टमेंट लाना था, बल्कि प्रदेश के विकास के लिए विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख इंडस्ट्री, शोध केंद्रों, शिक्षा केंद्रों, सांस्कृतिक केंद्रों का भ्रमण कर उन क्षेत्रों में प्रदेश के युवाओं के लिये रोजगार के अवसरों का सृजन करना था. यात्रा में फरवरी- 2025 में भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में इन्वेस्टर्स को आकर्षित करने का प्रयास किया गया.

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की वैश्विक पहचान मिली है. उन्होंने कहा कि उनकी “जो कहते हैं, वह पूरा करके दिखाते हैं” वाली कार्यशैली प्रेरणादायक है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ग्लोबल लीडर वाली छवि का लाभ मध्यप्रदेश को यूके-जर्मनी की 6 दिवसीय यात्रा में मिला है. इसी का नतीजा है कि इस यात्रा में लगभग 78 हजार करोड़ रुपये के इन्वेस्टमेंट प्रस्ताव इंडस्ट्रियलिस्ट और इन्वेस्टर्स से प्राप्त हुये हैं. इससे प्रदेश के विकास और टेक्नो-फ्रेंडली युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 30 नवंबर को मुख्यमंत्री निवास के समत्व भवन में विदेश यात्रा से लौटने के बाद मीडिया से बातचीत में इसकी जानकारी दी.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि इस यात्रा का लक्ष्य न केवल इन्वेस्टमेंट लाना था, बल्कि प्रदेश के विकास के लिए विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख इंडस्ट्री, शोध केंद्रों, शिक्षा केंद्रों, सांस्कृतिक केंद्रों का भ्रमण कर उन क्षेत्रों में प्रदेश के युवाओं के लिये रोजगार के अवसरों का सृजन करना था. मध्यप्रदेश को ग्लोबल इन्वेस्टमेंटस, टेक्नोलॉजिकल पार्टनरशिप और कल्चरल सेन्टर के रूप में स्थापित करना भी था. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यात्रा, भारत में मध्यप्रदेश को फ्यूचर रेडी स्टेट के रूप में प्रस्तुत करने और विभिन्न सेक्टर्स में साझेदारी को बढ़ावा देने के लक्ष्य को ध्यान रखते हुए की गई. यात्रा में फरवरी- 2025 में भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के प्रसार एवं इन्वेस्टर्सको आकर्षित करने का सशक्त प्रयास भी किया गया.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यूके एवं जर्मनी की यात्रा में इन्वेस्टमेंट के लिये फोकस सेक्टर खनिज, सेमीकंडक्टर, स्वास्थ्य, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रानिक व्हीकल (ईवी), रिन्यूएबल एनर्जी, शिक्षा, फूड प्रोसेसिंग थे. प्रदेश सरकार के यूके और जर्मनी दौरे में इन्वेस्टर्सके साथ राज्य में इंडस्ट्रियल, टेकनीक और पर्यावरणीय विकास को गति देने के लिये इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा देने गहन चर्चा की. जर्मनी में विशेष रूप से टेकनीक अनुसंधान, हरित ऊर्जा, और औद्योगिक विकास पर चर्चा की गई. यहां पर्यावरणीय स्थिरता के साथ उद्योगों को बढ़ावा देने की रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित किया गया.
हेल्थ सेक्टर में 3000 करोड़ का निवेश
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि हेल्थ और फार्मास्युटिकल सेक्टर में निवेश पर हुई चर्चा में बेहतर परिणाम मिले. इस सेक्टर में 3000 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव मिला है. कंपनी अपना प्लांट इंदौर के स्मार्ट इंडस्ट्रियल पार्क में लगाएगी. कंपनी द्वारा मध्यप्रदेश की नीति का देखकर कर अपनी सहमति दी गई. हेल्थ सेक्टर में कार्य करने वाली कम्पनी के प्रबंधकों से चर्चा कर भूमि आवंटित करने का तत्काल निर्णय लिया गया. स्वास्थ्य क्षेत्र में आधुनिक चिकित्सा उपकरण और दवाओं के उत्पादन के लिए निवेशकों को आकर्षित किया गया है.
खनिज संसाधनों का रोजगार सृजन में मिलेगा योगदान
विदेश यात्रा में राज्य में खनिज संसाधनों के प्रचुर भंडार के बेहतर उपयोग के लिये विभिन्न औद्योगिक यूनिट की स्थापना पर ध्यान केन्द्रित किया गया. माइनिंग और मेटल इंडस्ट्रीज को आधुनिक तकनीकों से लैस करने और इन क्षेत्रों में विदेशी निवेश आकर्षित करने पर भी चर्चा की गई. इस्पात इंटरनेशनल, इंडोरामा कंपनियों के प्रतिनिधियों से वन-टू-वन बैठक कर निवेश की सार्थक चर्चा हुई.
सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग में मिला 25 हजार करोड़ का निवेश प्रस्ताव
विदेश यात्रा में सबसे महत्वपूर्ण सेक्टर सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स हार्डवेयर में सफलता मिली है. मध्यप्रदेश में सेमीकंडक्टर और साइंस टेक्नोलॉजी पार्क के लिए SRAM & MRAM ग्रुप द्वारा 25 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिला है.
सौर ऊर्जा सेक्टर में मिले 150 करोड़ के निवेश प्रस्ताव
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विदेश यात्रा में प्रदेश में विकास के लिये सभी क्षेत्रों पर फोकस करते हुये चर्चा की गई. सौर ऊर्जा उत्पादन और उपकरण निर्माण में निवेश के लिए हुई चर्चा में Ejea Limited और Azia Limited ने सौर ऊर्जा से क्रमशः 50 करोड़ और 100 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं.
डेयरी उद्योग को मिलेगा बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने कहा कि डेयरी उद्योग में उत्पादकता बढ़ाने और आधुनिक प्रसंस्करण एकाइयों की स्थापना पर पोलैंड की कंपनी पीपीएच टैमर से विस्तार से चर्चा हुई. इस क्षेत्र में स्वदेशी और विदेशी कंपनियों के सहयोग से नई परियोजनाओं को प्रारंभ करने की योजनाएं बनाई गई. साथ ही क्षेत्र के विकास हेतु नई तकनीकों के उपयोग पर भी विशेषज्ञों से राउंड-टेबल मीटिंग हुई.
आईटी सेक्टर में मिला 1100 करोड़ का निवेश प्रस्ताव
प्रदेश में आईटी के क्षेत्र में हो रहे कार्यों को विदेश यात्रा के परिणामस्वरूप और अधिक गति मिलेगी. सॉफ्टवेयर और आईटी पार्क के निर्माण पर विभिन्न इंटरैक्टिव-सेशन और राउंड-टेबल डिस्कशन हुआ. आईटी सेक्टर में इन्वेस्टमेंट के लिये कई इन्वेस्टर्स ने अपना इंटरैस्ट दिखाया है. वुडपैकर साफ्टवेयर से रसायन और आईटी सेक्टर में 1,100 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव मिला. में निवेश से बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि मध्यप्रदेश को एक ग्लोबल इन्वेस्टर सेंटर के रूप में स्थापित करने के लिये की गई यूके की यात्रा से राज्य के लिए बहु-क्षेत्रीय निवेश के अवसर खुले हैं, जिनसे रोजगार और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा. यूके के किंग्स क्रॉस अर्बन रीजुवनेशन प्रोजेक्ट का भ्रमण कर शहरी पुनर्विकास परियोजनाओं को समझने और मध्यप्रदेश में इसी तरह की परियोजनाओं पर काम करने के लिये उपयोगी जानकारी मिली.
साथ ही वार्विक मैन्युफेक्चरिंग ग्रुप (WMG) का भ्रमण कर ऑटोमोबाइल क्षेत्र के एक्स्पर्ट्स से प्रदेश की आवश्यकताओं को दृष्टिगत रखते हुये धार जिले के पीथमपुर में निर्मित ऑटो टेस्टिंग ट्रैक में WMG के साथ मिलकर कार्य करने की योजना पर भी चर्चा हुई. बीईएम लिमिटेड ने मॉड्यूलर हॉउसिंग प्रोजेक्ट में 1,000 करोड़ रुपये के निवेश के लिये प्रस्ताव दिया है. बुनियादी ढांचे के विकास, आधुनिक परिवहन प्रणाली, ऑटोमोबाइल सेक्टर हेतु एवं अन्य परियोजनाओं जैसे स्मार्ट सिटी और आवासीय सुविधाओं पर भी विभिन्न प्रकार के विशेषज्ञों से चर्चा की गई.
जर्मन यात्रा की शुरूआत
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि विदेश यात्रा के दूसरे पड़ाव जर्मनी की शुरूआत बवेरियन स्टेट चांसलरी से हुई. यहाँ डॉ. फ्लोरियन हेरमैन से मुलाकात हुई जो बवेरियन राज्य चांसलरी के प्रमुख और बवेरियन स्टेट के संघीय और यूरोपीय मामलों के मंत्री हैं. चर्चा के केन्द्र में प्रौद्योगिकी, नवकरणीय ऊर्जा, सुपर कंप्यूटिंग और कौशल विकास में सहयोग रहा. उनके साथ जलवायु नीति नवाचार, उच्च शिक्षा विनिमय, और उन्नत कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से मध्यप्रदेश के युवाओं को वैश्विक उद्योगों के लिए तैयार करने पर भी चर्चा हुई.
म्यूनिख में एसएफसी एनर्जी का भ्रमण और बेरलोचर ग्रुप से चर्चा
जर्मनी यात्रा में म्यूनिख के ब्रुन्नथल में एनर्जी के महत्वपूर्ण प्लांट एसएफसी एनर्जी का भ्रमण कर टेक्नोलॉजी का मध्यप्रदेश के संदर्भ में बेहतर उपयोग के लिये चर्चा की गई. सीईओ डॉ. पीटर पोडेसर ने प्लांट और एनर्जी के संबंध में अवगत कराया. स्वच्छ ऊर्जा समाधानों में एसएफसी एनर्जी के नवाचारों और उनके संभावित अनुप्रयोगों पर चर्चा में मध्यप्रदेश में संभावनाओं को तलाशा गया. म्युनिख में ही प्लास्टिक एडिटिव्स में अग्रणी बेरलोचर समूह से चर्चा हुई. बैठक में बेरलोचर के संचालन के विस्तार, नई टेकनीक क्षमताओं की खोज, और पर्यावरण अनुकूल प्रौद्योगिकियों को अपनाने पर चर्चा हुई. समूह के द्वारा 2001 से देवास में विनिर्माण इकाई संचालित की जा रही है.
स्टटगार्ट में लैप ग्रुप के संस्थान का भ्रमण
जर्मन यात्रा में स्टटगार्ट के केबल और कनेक्शन . में विशेषज्ञता रखने वाली प्रसिद्ध कंपनी लैप ग्रुप के संस्थान का भ्रमण किया गया. कम्पनी के विशेषज्ञों से बैठक कर उन्नत विनिर्माण और औद्योगिक स्व-चालन के क्षेत्र में निवेश के अवसरों और संभावित साझेदारी की संभावनाओं के बारे में गहन चर्चा हुई. इसमें मध्यप्रदेश के रणनीतिक लाभों और निवेशक-अनुकूल नीतियों को उजागर करते हुए निवेश संभावनाओं पर चर्चा करने के लिए राउंड-टेबल मीटिंग भी हुई.
प्राकृतिक ऐतिहासिक संग्रहालय के साथ एमओयू
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि स्टटगार्ट में स्थित प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय का भ्रमण किया. मध्यप्रदेश सरकार और संग्रहालय के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये. इस एमओयू से जर्मनी और मध्यप्रदेश (भारत) के मध्य सांस्कृतिक और शैक्षिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलेगा. इससे प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने में मदद मिलेगी.
रोजगार के नये अवसर
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि यूके और जर्मनी की यात्रा टेक्नो-फ्रेंडली युवाओं के लिए रोजगार सृजन के बेहतर अवसर लेकर आई है. यूके और जर्मनी द्वारा प्रदेश में निवेश करने से तकनीकी संस्थानों में उन्नत टेक्नोलॉजी आयेगी. इससे एक ओर जहाँ हमारे युवाओं को आगे बढ़ने के अवसर मिलेंगे, वहीं दूसरी ओर प्रदेश के संस्थानों को वैश्विक स्वरूप मिलेगा. यूके की वार्विक यूनिवर्सिटी का भ्रमण कर चर्चा की गई कि शिक्षा और कौशल क्षेत्र में इनोवेटिव स्किल डेवलपमेंट को मध्यप्रदेश के युवाओं के लिए कैसे उपयोगी बनाया जाये.
उन्होंने कहा कि जर्मनी से ऐतिहासिक संबंधों को और प्रगाढ़ता प्रदान करने के लिये मध्यप्रदेश में जर्मन लैंग्वेज इंस्टीटयूट खोलने पर भी चर्चा हुई. इससे भाषा संबंधी चुनौती दूर होगी और जर्मनी में मौजूद रोजगार के अवसरों का लाभ हमारे युवा ले सकेंगे. जर्मनी की कंपनी आईएसएमसी द्वारा इस हेतु कार्य करने का प्रस्ताव दिया गया ताकि रोजगार के अवसरों के लिए भाषा की बाधाएं दूर की जा सकें.
ब्रिटिश संसद का किया भ्रमण
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि विदेश यात्रा के पहले पड़ाव में यूके की संसद के दोनों सदनों ‘हाउस ऑफ लॉर्डस’ और ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ का भ्रमण किया. इससे दोनों देशों विशेषकर मध्यप्रदेश और यूके के बीच होने वाले व्यापार और निवेश के क्षेत्रों में भी सहयोग बढ़ेगा.
हमने यूके में ब्रिटिश संसद भवन परिसर में स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान को स्मरण किया. लंदन के अम्बेडकर हाउस जाकर संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किये. मुंबई आतंकी हमले की बरसी पर लंदन स्थित “इंडिया हाउस” में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में हमले में शहीद हुये जवानों और नागरिकों श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके साहस एवं बलिदान को नमन किया. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लंदन स्थित बोचेशन वासी अक्षर पुरूषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (BAPS) के श्री स्वामीनारायण मंदिर में दर्शन एवं पूजा-अर्चना की. उन्होंने स्वामीनारायण संप्रदाय प्रतिनिधियों से भी मुलाकात हुई.
भारतवंशियों एवं फ्रेंड्स ऑफ एमपी से हुई चर्चा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि जर्मनी और यूके में भारतवंशियों के साथ चर्चाएं हुई. उनकी उपलब्धियों से भारतीयों को भी अवगत कराने के लिये उन्हें मध्यप्रदेश में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया. साथ ही इंटरैक्टिव-सेशन आयोजित किए गए. म्यूनिख और लंदन में ‘डायस्पोरा एंड फ्रेंड्स ऑफ मध्यप्रदेश’ जैसे कार्यक्रमों में राज्य की संस्कृति, पर्यटन और उद्योग की ताकत को प्रदर्शित किया गया. जर्मनी में फ्रेंड्स ऑफ एमपी चैप्टर की शुरुआत की गई.
ब्रांड मध्यप्रदेश का प्रचार
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने वैश्विक स्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है. मध्यप्रदेश को भी इस यात्रा से वैश्विक मंच पर स्थापित करने का अवसर मिला है. उन्होंने कहा कि आप सभी के सहयोग से प्रदेश न केवल विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ेगा बल्कि विश्व में उसकी भी अपनी अलग से पहचान बनेगी. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ‘इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटीज इन मध्यप्रदेश’ विषय पर आयोजित इंटरैक्टिव सेशन में भाग लिया और राज्य की प्राथमिकताओं पर अपने विचार साझा किए. उद्योगों के लिए निवेशकों को किसी भी प्रकार की कमी नहीं होगी.
दोनों देशों में टेकनीक और विशेषज्ञता का आदान-प्रदान करने की बात की गई. यात्रा में मध्यप्रदेश की निवेश संभावनाओं पर वन-टू-वन मीटिंग, प्रमुख सैक्टर पर केन्द्रित राउंड टेबल-सत्र आयोजित किए गए, जिसमें विभिन्न सेक्टर्स में निवेश के लिए रुचि दिखाई गई. मध्यप्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और पर्यटन की अपार संभावनाओं को भी उजागर किया गया. फरवरी-2025 में भोपाल में आयोजित होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए सभी को आमंत्रित किया गया.
कुल मिलाकर, यूके और जर्मनी की यात्रा के दौरान विभिन्न सत्रों, वन-टू-वन मीटिंग्स और राउंड-टेबल मीटिंग्स में चर्चा के अनुसार लगभग 78,000 करोड़ रूपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं.
निवेश के लिये हम हर जगह जाने को तैयार
मध्यप्रदेश को औद्योगिक हब बनाने और रोजगार के अवसर सृजित करने प्राथमिकता के आधार पर कार्य किया जा रहा है. प्रदेश में हुई 5 रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव उज्जैन, ग्वालियर, रीवा, जबलपुर, सागर और देश के महानगर मुंबई, कोयंबटूर, बैंगलुरू और कोलकाता में हुए रोड-शो से 2,76,070 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए. इससे 3,28,670 रोजगार सृजन होगा. मध्यप्रदेश में निवेश लाने के लिये हम हर जगह जाने को तैयार हैं, चाहे वह देश के अंदर हो या देश के बाहर हो. हमारा प्रयास है कि मध्यप्रदेश आर्थिक रूप से सबल हो और देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए.
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