फार्मा सेक्टर में हो रही धांधली का भंडाफोड़, CDSCO की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, कंपनियों ने झाड़ा पल्‍ला

सन फार्मा और टोरेंट फार्मा समेत कई दवा कंपनियां रडार पर है. गुरुवार को सेन्ट्रल ड्रग रेगुलेटरी अथॉरिटी की रिपोर्ट में चिह्नित दवाओं को नकली करार दिया गया है. साथ ही कहा कि वे उनके द्वारा नहीं बनाया गया है, जबकि उन्होंने जोर देकर कहा कि उनके प्रोडक्ट क्वालिटी मानकों के में खड़ा नहीं उतरे है.

सरकार ने सुलभ की हेल्थ सेवा Image Credit: George Frey/Getty Images

फार्मा सेक्टर में हो रही धांधली का लगातार भंडाफोड़  हो रहा है. सेन्ट्रल ड्रग रेगुलेटरी अथॉरिटी ने कई फार्मा कंपनियों के दवा को नकली करार दिया है. सन फार्मा और टोरेंट फार्मा समेत कई दवा कंपनियां इसके रडार में है. गुरुवार को सेन्ट्रल ड्रग रेगुलेटरी अथॉरिटी की रिपोर्ट में चिह्नित दवाओं को नकली करार दिया गया है. साथ ही कहा कि वे उनके द्वारा नहीं बनाया गया है, जबकि उन्होंने जोर देकर कहा कि उनके प्रोडक्ट क्वालिटी मानकों के में खड़ा नहीं उतरे है. ऐसे में यह काफी चिंता का विषय है.

सेंट्रल ड्रग्स स्टैनड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) ने अपनी हालिया रिपोर्ट जारी की थी. अपनी हालिया रिपोर्ट में पैरासिटामोल, पैन डी, कैल्शियम और विटामिन डी3 सप्लीमेंट्स और शुगर रोधी गोलियों समेत 50 से अधिक दवाओं के सैंपल को क्वालिटी मानकों में खड़ा नहीं उतरने की लिस्ट में शामिल किया था. सन फार्मा के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी ने मामले की जांच की है और पाया कि ये दवाइयां नकली है-

  1. पल्मोसिल (सिल्डेनाफिल इंजेक्शन), बैच नंबर KFA 03002)
  2. पैंटोसिड (पैंटोप्रेज़ोल टैबलेट आईपी), बैच नंबर SID2041A3)
  3. उर्सोकोल 300 (उर्सोडोक्सीकोलिक एसिड टेबलेट आईपी), बैच नंबर GTE1350A

सन फार्मा ने कहा कि उनके कुछ प्रमुख दवा ब्रांड अब लेबल पर क्यूआर कोड के साथ आते हैं, जिससे मरीज आसानी से स्कैन करके उनकी प्रामाणिकता स्थापित कर सकते हैं. इसके अलावा सुरक्षा के लिए एक 3डी सुरक्षा पट्टी शामिल की है. टोरेंट फार्मास्यूटिकल्स ने कहा कि CDSCO द्वारा जमा किए गए सैंपल की सच्चाई को पता करने के लिए उसने शेल्कल 500 के उसी बैच का जांच किया. जांच के बाद पता चला कि CDSCO द्वारा जब्त किया गया सैंपल टोरेंट द्वारा बनाया ही नहीं गया है और वास्तव में नकली है.
 
टोरेंट ने पहले ही इस पर अपनी प्रतिक्रिया दिया हुआ है. इसके साथ-साथ एक मूल्यांकन रिपोर्ट भी जमा की है. जिसमें जब्त किए गए सैंपल को CDSCO को नकली बताया गया है. एल्केम लैबोरेटरीज के प्रवक्ता ने कहा कि दवा कंपनी गुणवत्ता को अत्यधिक महत्व देती है. प्रवक्ता ने कहा कि जो दवा नकली प्रतीत होते हैं वे एल्केम द्वारा निर्मित नहीं हैं. वहीं ग्लेनमार्क के प्रवक्ता ने कहा कि सबसे पहले, हम स्पष्ट रूप से यह बताना चाहेंगे कि सूची में जो दवा नकली है उसे ग्लेनमार्क द्वारा इसका निर्माण या वितरण नहीं किया गया है.

अगस्त में CDSCO के ड्रग अलर्ट में शेल्कल, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स विद विटामिन सी सॉफ्टजेल, विटामिन सी और डी 3 टैबलेट और सिप्रोफ्लोक्सासिन टैबलेट जैसी दवाओं के बैचों के नमूने शामिल थे. उच्च रक्तचाप की दवाएं टेल्मिसर्टन और एट्रोपिन सल्फेट और एमोक्सिसिलिन और पोटेशियम क्लैवुलनेट टैबलेट जैसे एंटीबायोटिक्स को भी क्वालिटी में कमी के रूप में वर्गीकृत किया गया है.

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