Gold Rate Today: US फेड रेट कट से औंधे मुंह गिरे सोना-चांदी के दाम, जानें कितना हुआ सस्ता, शहरवार देखें कीमत
यूएस फेड की ओर से ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती के चलते सुरक्षित निवेश माने जाने वाले गोल्ड पर दबाव बढ़ गया. जिससे सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिली. इंटरनेशनल मार्केट से लेकर भारतीय कमोडिटी बाजार में सोना लुढ़का हुआ नजर आया.
Gold and Silver rate today: अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने और मुनाफावसूली बढ़ने की वजह से पिछले दो दिनों से सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही थी. अब बुधवार को US फेड के रेट कट के बाद सोने के दाम औंधे मुंह लुढ़क गए हैं. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी MCX पर सोना आज 542 रुपये लुढ़ककर 109,280 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंंच गया. येलो मेटल के अलावा चांदी की कीमतों में भी तगड़ी गिरावट देखने को मिली. सिल्वर के रेट 18 सितंबर को 864 रुपये लुढ़ककर 126,120 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गए.
इंटरनेशनल मार्केट में भी गोल्ड के भाव आज 0.82% लुढ़ककर 3,658.18 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार करता नजर आया. सोने और चांदी में ये गिरावट अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती और अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने के बाद देखी गई.
रिटेल में कहां पहुंचे भाव?
तनिष्क की वेबसाइट पर 18 सितंबर को 24 कैरेट गोल्ड के भाव 112150 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज किए गए, जो 17 सितंबर को 112360 रुपये प्रति 10 ग्राम थे. यानी रिटेल लेवल पर आज सोना थोड़ा सस्ता हुआ है. वहीं 22 कैरेट गोल्ड की कीमत गुरुवार को 102800 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई, जो कल 103000 रुपये प्रति 10 ग्राम थी.
Source: Tanishq
शहवार देखें 24 और 22 कैरेट सोने के दाम
शहर | 22K | 24K |
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बेंगलुरु | ₹ 1,02,405.00 | ₹ 1,11,715.00 |
चेन्नई | ₹ 1,02,711.00 | ₹ 1,12,051.00 |
दिल्ली | ₹ 1,02,563.00 | ₹ 1,11,873.00 |
कोलकाता | ₹ 1,02,415.00 | ₹ 1,11,725.00 |
मुंबई | ₹ 1,02,417.00 | ₹ 1,11,727.00 |
पुणे | ₹ 1,02,423.00 | ₹ 1,11,733.00 |
रेट कट और डॉलर का दबदबा
अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने बेंचमार्क ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की और संकेत दिए कि इस साल के अंत तक दो और रेट कट हो सकते हैं. फेड की अगली पॉलिसी मीटिंग 28-29 अक्टूबर और 9-10 दिसंबर को होगी. फेड चेयर जेरोम पॉवेल ने सतर्क रुख अपनाते हुए कहा कि यह कटौती कमजोर पड़ते अमेरिकी जॉब मार्केट को सपोर्ट करने का एक रिस्क मैनेजमेंट कदम है. जिससे डॉलर इंडेक्स 0.20% से ज्यादा उछला. इसका असर सोने की कीमतों पर पड़ा, और US गोल्ड फ्यूचर्स (दिसंबर डिलीवरी) में करीब 1% की गिरावट दर्ज हुई.
सोने की होल्डिंग बढ़ी
जानकारों के मुताबिक भारत में पुराने गोल्ड ज्वैलरी और सिक्कों की सप्लाई सीमित है. निवेशक कीमतों में और बढ़ोतरी की उम्मीद में सोना होल्ड कर रहे हैं, क्योंकि सोने ने हाल के हफ्तों में रिकॉर्ड ऊंचाई छुई है. वैश्विक तनाव, टैरिफ से जुड़ी अनिश्चितताएं, सेंट्रल बैंकों की खरीदारी और रेट कट की उम्मीदों ने सोने को इस साल 40% की शानदार बढ़त दी है, जो इक्विटी मार्केट से कहीं बेहतर है.
क्या है खरीदारी का सही समय?
विशेषज्ञों का कहना है कि सोने की रिकॉर्ड-तोड़ रैली के बाद कुछ करेक्शन हो सकता है. सोने और चांदी का लॉन्ग-टर्म ट्रेंड पॉजिटिव है. फेड रेट कट के बाद कुछ प्रॉफिट बुकिंग हो सकती है. ऐसे में मौजूदा स्तरों पर खरीदारी सही नहीं है, इसलिए गिरावट का इंतजार करें, तब फायदा होगा.