सस्ते में मिल जाएंगे सोने के गहने, अपने ज्वैलर्स से मांगे ये वाला डिस्काउंट

सोने पर कभी डिस्काउंट मांगने का सोचा है? लेकिन गोल्ड का जो भाव चल रहे है उससे एक पैसा नीचे या ऊपर नहीं खरीद सकते, फिर कैसे? जीएसटी भी पूरा देने ही पड़ता है. लेकिन एक धांसू ट्रिक है!

सोने के भाव में बड़ी गिरावट Image Credit: Getty Images Creative

त्योहारी सीजन के साथ शादियों का सीजन भी है जिसने सोने की मांग बढ़ा रखी है. इसके अलावा सोने की कीमतें है जो रोज नए रिकॉर्ड बना रही है. ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के अनुसार 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 80,500 के आंकड़े तक को पार कर चुकी है और ये कीमतें आगे बढ़ती रहेंगी. अब भारतीयों की नजर में सोना खारीदना शुभ माना जाता है और भारतीय मोल भाव करने में भी आगे रहते हैं लेकिन सोना ऐसा है कि यहां आप डिस्काउंट मांग ही नहीं सकते. लेकिन हम यहां आपको एक खास तरीका बताएंगे जिससे आप सोने पर भी डिसकाउंट मांग सकेंगे.

एक ‘चार्ज’ दिलाएगा डिस्काउंट

सोने की जो कीमत चल रही है उससे एक पैसा ऊपर या एक पैसा नीचे नहीं दे सकते हैं, सोना आप उसी भाव पर खरीद सकते हैं जो उसका ताजा रेट है. इसके अलावा सोने पर लगने वाले जीएसटी पर भी आप मोल भाव नहीं कर सकते. टैक्स तो देना ही होता है. लेकिन सोने से गहना बनने के बीच एक और लागत आती है जिसे ‘मेकिंग चार्ज’ कहते हैं.

गहने की लागत पर मेकिंग चार्ज लगाया जाता है. इसे आप ऐसे समझें कि ज्वैलर ने अपसे गहनों को डिजाइन करने का चार्ज लिया है. वैसे तो मेकिंग चार्ज फिक्स नहीं होता लेकिन आमतौर पर 3 फीसदी मेकिंग चार्ज तो लिया ही जाता है. इसी मेकिंग चार्ज पर आप डिस्काउंट मांग सकते हैं.

कैसे लिया जाता है मेकिंग चार्ज?

गहनों की डिजाइन जितनी करीने से की जाती है मेकिंग चार्ज उतना ही ज्यादा लिया जाता है. मेकिंग चार्ज अलग-अलग तरीके से लगाया जाता है आमतौर पर, ज्वैलर्स गहने बनाने की फीस या तो प्रति ग्राम फ्लैट दर पर लेते हैं या गहनों का कीमत का कुछ प्रतिशत लेते हैं.

जैसे मान लीजिए अगर सोने की कीमत 50,000 रुपये प्रति 10 ग्राम है और फीस 500 रुपये प्रति ग्राम है, तो आपको 5,000 रुपये मेकिंग चार्ज देना होगा या उसकी फीस 10% है, तो आपको 5,000 रुपये (50,000 का 10%) देने होगा.

ध्यान रखें कि सोने की कीमतें लगभग हमेशा ही उतार-चढ़ाव के दौर से गुजरती है. इसलिए, जब आप सोने के गहने खरीदते हैं, तो आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि उसके मेकिंग चार्ज कैसे लिया जा रहा है. इससे उसकी कुल कीमत पर बड़ा असर पड़ सकता है.

इसलिए, खरीदारी से पहले अच्छी तरह से समझ लें और सही फैसला लें.