हफ्ते भर में सोना 5300 रुपये चढ़ा, चांदी ने 16000 रुपये की मारी लंबी छलांग; ये कारण बने ट्रिगर, जानें ताजा दाम
पिछले हफ्ते सोने और चांदी की कीमतों ने निवेशकों को लगातार चौंकाया. कभी गिरावट, तो कभी तेज उछाल, हर दिन अलग संकेत देता रहा. यह उतार-चढ़ाव किन वजहों से ट्रिगर हुआ और क्या है दोनों मेटल का मौजूदा हाल.
Gold Weekly Report: पिछले सप्ताह (08 दिसंबर से 12 दिसंबर 2025) में सोने (Gold 999) के दामों ने काफी हलचल देखी. वैश्विक आर्थिक संकेतों, मुद्रा बाजार के उतार-चढ़ाव और घरेलू मांग-आपूर्ति के दबावों के बीच सोने के दाम ने एक ओर गिरावट और दूसरी ओर तेज उछाल दोनों दिखाए. सोना अक्सर निवेशकों के लिए एक सुरक्षित विकल्प माना जाता है और जब बाजार में अनिश्चितता होती है, तो इसकी कीमतों में बड़ी चालें देखी जाती हैं.
इस रिपोर्ट में हम सरल भाषा में बताते हैं कि सोने के दाम हफ्ते भर कैसे बदले, गिरावट कहां आई और उछाल क्यों आया, साथ ही चांदी (Silver) के दामों का रुझान भी पढ़ें.
सोने के दाम, सप्ताह का सार
सप्ताह की शुरुआत 08 दिसंबर को सोना 999 (10 ग्राम) सुबह 1,28,691 रुपये पर शुरू हुआ और शाम में थोड़ा नीचे 1,28,257 रुपये पर बंद हुआ. अगले दिन 09 दिसंबर को दाम और अधिक गिरे, सुबह ₹1,27,409 और शाम को 1,27,974 रुपये प्रति 10 ग्राम. यह सप्ताह का सबसे निचला स्तर रहा. इसके ठीक बाद 10 दिसंबर को हल्की रिकवरी आई और कीमतें फिर से ऊपर आकर सुबह ₹1,28,090 और शाम ₹1,27,788 के आसपास बंद हुईं.
11 दिसंबर को स्थिरता देखने को मिली और दाम ₹1,28,596 पर टिके रहे. अंत में 12 दिसंबर को बड़ा उछाल आया, सुबह 1,30,569 रुपये के आंकड़े के साथ सोना खुला और शाम ₹1,32,710 तक पहुंचकर यह सप्ताह का उच्चतम स्तर रिकॉर्ड दर्ज किया.
दम में गिरावट और उछाल का पैटर्न
इस सप्ताह का सबसे बड़ा डिप 9 दिसंबर को आया, जब सोने के दाम लगभग ₹1,27,400 तक लुढ़क आए. इसके बाद लगातार सुधार देखने को मिला और सप्ताह के अंत तक दाम में तेज उछाल दर्ज हुआ. कुल मिलाकर, सप्ताह की शुरुआत से अंत तक सोने के दाम लगभग ₹5,300 तक बढ़े, जो निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत है.
सबसे बड़ा ग्रीव (dip) सप्ताह के मध्य में 9 दिसंबर को आया, जब घंटेवार तुलना में दाम लगभग ₹1,27,400 के करीब आ गए. इसके बाद सप्ताह के अंत तक लगातार उछाल देखने को मिला और 12 दिसंबर को दाम ने हफ्ते की सबसे ऊँची कीमत प्राप्त की.
सोने के दाम क्यों उतरे और क्यों बढ़े?
सोने की कीमतें सिर्फ घरेलू मांग-आपूर्ति से तय नहीं होतीं, बल्कि कई वैश्विक और आर्थिक कारक भी इसके पीछे हैं.
- वैश्विक आर्थिक संकेत: जब वैश्विक शेयर बाजार में अस्थिरता होती है, निवेशक अक्सर सुरक्षा के लिए सोने की ओर रुख करते हैं. यह safe-haven एसेट के रूप में काम करता है, जिससे सोने की मांग और कीमतें बढ़ सकती हैं.
- मुद्रा और ब्याज दरें: डॉलर की स्थिति और ब्याज दरों के संकेत भी सोने की कीमतों को प्रभावित करते हैं. एक कमजोर डॉलर और अनिश्चित ब्याज दरें सोने को निवेश के लिए अधिक आकर्षक बनाती हैं.
- घरेलू मांग-आपूर्ति: भारतीय बाजार में त्योहार और मांग का दबाव भी कीमतों को ऊपर ले जाने में योगदान देता है. मांग बढ़ने पर व्यापारी भी दाम बढ़ा सकते हैं.
चांदी के दामों का सप्ताह भर का रुझान
सप्ताह के दौरान Silver 999 (1 किलोग्राम) के दामों ने भी उतार-चढ़ाव दिखाए. 08 दिसंबर को चांदी सुबह ₹1,79,100 और शाम ₹1,79,088 पर बंद हुई. अगले दिन 09 दिसंबर को दाम गिरकर सुबह ₹1,77,054 तथा शाम ₹1,78,893 रहे. 10 दिसंबर को चांदी के दामों में बढ़ोतरी आई, सुबह ₹1,86,350 और शाम ₹1,85,488. 11 दिसंबर को दाम लगभग स्थिर रहे, जहां सुबह ₹1,92,781 तथा शाम ₹1,88,281 पर बंद हुआ.
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हफ्ते का हाई स्तर 12 दिसंबर को देखा गया, जब चांदी सुबह ₹1,92,781 और शाम ₹1,95,180 तक पहुंच गई. पूरे सप्ताह में चांदी ने शुरुआती दिन की तुलना में लगभग 16,000 रुपये तक की बढ़ोतरी दर्ज की.