IndiGo Crisis पर सरकार सख्त, 200 फ्लाइट घटाने के साथ, सभी प्रभावितों को फुल रिफंड देने का निर्देश
IndiGo Crisis पर सरकार सख्त हो गई है. DGCA ने showcause notice भेजकर जांच शुरू की है, वहीं परिचालन अव्यवस्था के बीच IndiGo ने 200 फ्लाइट घटाईं और प्रभावित यात्रियों को पूरा रिफंड देने का दावा किया है. संसद में सरकार ने चेतावनी दी कि जांच के बाद Aircraft Act के तहत सख्त कार्रवाई होगी. संकट से उबरने की कोशिशें जारी हैं.
IndiGo Crisis पर सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए DGCA को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. परिचालन अव्यवस्था के चलते एयरलाइन ने करीब 200 फ्लाइटें घटा दी हैं, जबकि यात्रियों को पूरा रिफंड सुनिश्चित करने को कहा गया है. संसद में सरकार ने साफ किया कि जांच के बाद Aircraft Act के तहत सख्त कदम उठाए जाएंगे.
IndiGo ने अपने आधिकारिक पोस्ट में कहा है कि 6 दिसंबर तक जिन यात्रियों की फ्लाइटें प्रभावित हुई थीं, उनके सभी रिफंड प्रोसेस कर दिए गए हैं. कंपनी ने बताया कि बाकी लंबित मामलों, खासतौर से रिफंड और बैगेज हैंडओवर को तेज गति से पूरा किया जा रहा है. एयरलाइन के मुताबिक, हालिया संकट के बाद सर्विस लेवल को बहाल करने पर फोकस किया गया है और यात्रियों की शिकायतों को प्राथमिकता के साथ निपटाया जा रहा है.
CEO पीटर एल्बर्स बोले: एयरलाइन तैयार
IndiGo के CEO पीटर एल्बर्स ने मंत्रालय पहुंचने से पहले X पर पोस्ट कर कहा कि कंपनी अब “back on its feet” है. उन्होंने यात्रियों का आभार जताते हुए कहा कि संकट के दौरान मिली सहयोग ने ऑपरेशंस को तेजी से सामान्य करने में मदद की.
एल्बर्स का यह संदेश ऐसे समय आया है जब सोशल मीडिया पर यात्रियों के बैगेज मिसमैनेजमेंट और कैंसिलेशन को लेकर तीखी आलोचनाएं जारी हैं.
सरकार की दो टूक
संकट गहराने के बाद सरकार ने IndiGo पर सख्त रुख अपनाया है. सिविल एविएशन मंत्री किषन रेड्डी के अनुपस्थित रहने पर राज्यसभा में जवाब देते हुए मंत्री राम मोहन नायडू ने बताया कि DGCA ने IndiGo मैनेजमेंट को कारण बताओ नोटिस भेज दिए हैं. उन्होंने कहा कि नियामक ने जांच शुरू कर दी है और नतीजों के आधार पर विमानन नियमों और Aircraft Act के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी. Naidu ने यह भी स्पष्ट किया कि यात्रियों को असुविधा पहुंचाने वाले किसी भी ऑपरेशनल फेल्योर पर सरकार समझौता नहीं करेगी.
कंपनी की कोशिशें और आगे की निगाहें
IndiGo, जो देश का सबसे बड़ा एयरलाइन ऑपरेटर है, अब भरोसा बहाल करने की कोशिश में तेज़ी से कदम उठा रही है. हालांकि, DGCA की जांच रिपोर्ट आने तक कंपनी की जवाबदेही और संभावित दंड पर स्थिति साफ नहीं है.
एविएशन सेक्टर के विश्लेषकों का कहना है कि अगले कुछ दिनों में DGCA की कार्रवाई और एयरलाइन की सर्विस रिकवरी तय करेगी कि IndiGo कितनी जल्दी पूरी तरह सामान्य परिचालन पर लौट पाएगी.