IIP April 2025: सालाना आधार पर औद्योगिक उत्पादन में बड़ी गिरावट, अप्रैल में 2.7 फीसदी रही ग्रोथ
भारत में अप्रैल 2025 में औद्योगिक गतिविधियों में सालाना आधार पर भारी गिरावट हुई है. पिछले वर्ष अप्रैल में IIP यानी इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन की ग्रोथ 5.2 फीसदी रही, जो अप्रैल 2025 में करीब आधी 2.7 फीसदी रही है. इसके अलावा मासिक आधार पर भी गिरावट आई है.

भारत का औद्योगिक उत्पादन अप्रैल 2025 में 2.7 फीसदी रहा है. इससे पहले मार्च 2025 में यह 3.9 फीसदी रहा था. देश के औद्योगिक उत्पादन को मापने के लिए IIP यानी इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन का इस्तेमाल किया जाता है. इस इंडेक्स में माइनिंग, मैन्युफैक्चरिंग, इलेक्ट्रिसिटी और अन्य उद्योगों का उत्पादन शामिल होता है. औद्योगिक उत्पादन के घटने या बढ़ने का देश की जीडीपी पर सीधा असर पड़ता है.
MoSPI यानी सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने बुधवार 28 मई, 2025 को IIP का डाटा जारी किया. इस डाटा के मुताबिक अप्रैल में औद्योगिक उत्पादन की ग्रोथ 2.7 फीसदी की दर से हुई है. पिछले वर्ष अप्रैल में IIP ग्रोथ 5.2 फीसदी रही. वहीं, पिछले महीने मार्च में यह 3.9 फीसदी रही. पिछले एक वर्ष में अगस्त 2024 को छोड़कर अप्रैल 2025 में IIP ग्रोथ सबसे कम रही है. MoSPI के मुताबिक अप्रैल 2024 में आईआईपी का अनुमान 148.0 के मुकाबले 152.0 रहा है. अप्रैल 2025 के महीने के लिए खनन, विनिर्माण और बिजली क्षेत्रों के लिए औद्योगिक उत्पादन क्रमशः 130.6, 149.5 और 214.4 रहा.

मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियां बढ़ीं
IIP में सबसे ज्यादा भार रखने वाले मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 3.4 फीसदी की ग्रोथ हुई. पिछले महीने यानी मार्च में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ 1.1 फीसदी रही थी. इस तरह IIP में सबसे ज्यादा वेटेज रखने वाली इंडस्ट्री में पिछले महीने की तुलना में अच्छी ग्रोथ के बाद भी ओवरऑल इंडेक्स की ग्रोथ धीमी रही है. इसकी वजह इलेक्ट्रिसिटी प्रोडक्शन में भारी कमी है. मार्च में बिजली उत्पादन 6.3 फीसदी रहा था, जो अप्रैल में घटकर 1.1 फीसदी रह गया. इसके अलावा माइनिंग प्रोडक्शन मार्च के 0.4 फीसदी से घटकर 0.2 फीसदी रह गया है.
कंज्यूमर ड्यूरेबल्स का प्रोडक्शन बढ़ा
अप्रैल 2025 में कार और फोन जैसी कंज्यूमर ड्यूरेबल वस्तुओं का उत्पादन 6.4 फीसदी बढ़ा. इसके विपरीत खाद्य उत्पादों और प्रसाधन सामग्री जैसे के उत्पादन में 1.7 फीसदी की गिरावट आई है, जो आवश्यक वस्तुओं में कम खपत को दर्शाता है. IIP में अप्रैल 2025 के लिए शीर्ष तीन सकारात्मक योगदानकर्ताओं में 4.9% के साथ बेस मेटल प्रोडक्शन, मोटर वाहनों, ट्रेलरों और सेमी ट्रेलरों उत्पादन 15.4% और मशीनरी व उपकरण का प्रोडकशन 17.0% के साथ शामिल हैं.
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