भारत-UK डील से 75000 भारतीयों को सीधा फायदा, अब 3 साल तक होगी टैक्स फ्री कमाई

भारत और ब्रिटेन के बीच हुए एक अहम समझौते से हजारों भारतीय कामगारों और सैकड़ों कंपनियों को बड़ी राहत मिलने वाली है. इस समझौते का असर सीधे तौर पर IT और अन्य सर्विस सेक्टर पर पड़ेगा. यह डील कई आर्थिक और नीतिगत बदलावों का रास्ता खोल रही है.

भारतियों को मिलेंगे जॉब के नए अवसर Image Credit: Getty Images Creative

भारतीय IT कंपनियों और प्रोफेशनल्स के लिए एक बड़ी राहत की खबर आई है. TCS, इंफोसिस जैसी दिग्गज कंपनियों को अब ब्रिटेन में काम पर भेजे गए कर्मचारियों के लिए तीन साल तक सोशल सिक्योरिटी कॉन्ट्रीब्यूशन नहीं देना होगा. यह छूट इंडिया-यूके फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) के तहत मिली है, जिससे ना सिर्फ कंपनियों को आर्थिक फायदा होगा बल्कि भारतीय टेक टैलेंट को विदेशों में काम के अधिक अवसर भी मिलेंगे.

75,000 भारतीय प्रोफेशनल्स को होगा सीधा फायदा

भारत सरकार के मुताबिक, इस फैसले से 75,000 से अधिक भारतीय कर्मचारियों और 900 से ज्यादा भारतीय कंपनियों को लाभ मिलेगा. अब कोई भारतीय कर्मचारी अगर अस्थायी तौर पर ब्रिटेन में तीन साल तक के लिए काम पर भेजा जाता है, तो कंपनी और कर्मचारी दोनों को वहां की सोशल सिक्योरिटी राशि नहीं चुकानी होगी.

नया समझौता Double Contribution Convention (DCC) का हिस्सा है. इससे दोनों देशों के कामगार एक-दूसरे के यहां अस्थायी रूप से काम करते समय डबल सोशल सिक्योरिटी कॉन्ट्रीब्यूशन से बचेंगे. इसका सीधा फायदा भारतीय IT कंपनियों को होगा जो अक्सर अपने कर्मचारियों को यूके के प्रोजेक्ट्स के लिए भेजती हैं.

यूके भारत का दूसरा सबसे बड़ा IT एक्सपोर्ट बाजार

भारत का IT निर्यात सालाना 283 अरब डॉलर का है, जिसमें से 17% हिस्सेदारी अकेले यूके से आती है. यानी यह छूट भारत की IT अर्थव्यवस्था के लिए बेहद अहम मानी जा रही है.

भारत और ब्रिटेन ने 24 जुलाई को एक ऐतिहासिक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए, जिससे ब्रिटिश व्हिस्की, कारों सहित कई वस्तुओं पर शुल्क कम होंगे. इसके चलते दोनों देशों के बीच 34 अरब डॉलर का व्यापार बढ़ने की उम्मीद जताई गई है.

यह समझौता भारतीय निर्यातकों के लिए 99% प्रोडक्ट्स पर शुल्क कम करने का रास्ता खोलता है, जो आने वाले वर्षों में भारत-ब्रिटेन आर्थिक रिश्तों को और मजबूत बनाएगा.

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