India-USA Trade Deal पर अमेरिका से मिले ‘शुभ संकेत’, क्या अब बाजार को मिलेगी राहत की सांस?

Trump के टैरिफ प्लान की वजह से भारत सहित दुनियाभर के शेयर बाजार अनिश्चितता की स्थिति में हैं. बहरहाल, अब इस मसले पर भारत के लिए अमेरिका से अच्छे संकेत मिले हैं, जिससे माना जा सकता है कि जल्द ही दोनों देशों के बीच डील का ऐलान हो सकता है.

भारत अमेरिका ट्रेड Image Credit: Getty image

India-USA Trade Deal: भारत और अमेरिका टैरिफ के साथ ही द्विपक्षीय कारोबार को 2030 तक दोगुना करने के लिए एक व्यापार समझौते पर बात कर रहे हैं. फिलहाल, भारत की एक टीम इन दिनों अमेरिका में इस मसले पर बात करने को मौजूद है. फिलहाल, भारत और अमेरिका के वार्ताकारों की प्राथमिकता टैरिफ को लेकर एक अंतरिम समझौते की है. कृषि, डेयरी और ऑटोमोबाइल उत्पादों को लेकर दोनों देशों के बीच बात नहीं बन पा रही है. लेकिन, अब खुद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि भारत के साथ जल्द एक समझौते का ऐलान किया जा सकता है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बुधवार को व्हाइट हाउस में बहरीन के क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री सलमान बिन हमद अल खलीफा के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान ट्रंप ने कहा, हम शायद भारत के साथ एक और डील करने वाले हैं. यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत और अमेरिका के व्यापार अधिकारियों के बीच पांचवें दौर की वार्ता वॉशिंगटन में चल रही है.

क्या बाजार को मिलेगी राहत की सांस?

ट्रेड डील की वजह निवेशकों के बीच एक तरह की अनिश्चितता बनी हुई है. हालांकि, बाजार के जानकारों का कहना है कि शेयर बाजार टैरिफ के असर को पहले ही हजम कर चुका है. ऐसे में टैरिफ को लेकर कोई पॉजिटिव चीज सामने आई, तो उससे बाजार को हल्का ट्रिगर मिल सकता है. लेकिन, अगर कोई नेगेटिव न्यूज मिलती है, तो ज्यादा इम्पेक्ट की संभावना नहीं है, क्योंकि बाजार पहले ही इस मसले पर सबसे खराब स्थिति के हिसाब से एडजस्ट हो चुका है. हालांकि, एक आधिकारिक ट्रेड डील से निवेशक राहत की सांस जरूर ले पाएंगे, और उसके मुताबिक अपनी योजना बना पाएंगे.

कैसा होगा यह समझौता?

टैरिफ को लेकर भारत और अमेरिका के बीच समझौता किस तरह का होगा, इसे लेकर फिलहाल कोई पुख्ता जानकारी तो नहीं है. लेकिन इस सप्ताह की शुरुआत में ट्रंप ने इशारा किया था कि भारत के साथ प्रस्तावित व्यापार समझौता हाल ही में इंडोनेशिया के साथ हुई डील जैसा हो सकता है. ट्रंप के दावे के मुताबिक इंडोनेशिया ने समझौते के तहत सभी अमेरिकी उत्पादों को अपने बाजार में पूरी पहुंच देने पर सहमति जताई है, इसके साथ ही अमेरिका को किए जाने वाले निर्यात पर 19 फीसदी टैरिफ को मंजूरी दी है.

भारत के लिए ट्रंप ने क्या कहा?

ट्रंप ने भारत के साथ ट्रेड डील को लेकर कहा, “भारत-अमेरिका ट्रेड डील की दिशा में काम कर रहे हैं. पहले हमें इन देशों में कोई एक्सेस नहीं था, अब टैरिफ के कारण हमें एक्सेस मिल रहा है.” असल में अमेरिका, भारत से डेयरी, इलेक्ट्रिक वाहनों, शराब, सेब और जीएम फसलों पर ड्यूटी घटाने की मांग कर रहा है. जवाब में भारत भी अपने प्रमुख निर्यात उत्पाद जैसे वस्त्र, रत्न-आभूषण, चमड़ा, रसायन और झींगा पर शुल्क राहत चाहता है.

भारत को डील के नुकसान

GTRI यानी ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव के संस्थापक अजय श्रीवास्तव का कहना है कि अगर भारत ने बिना पारस्परिक लाभ के टैरिफ हटाए, तो यह एक खराब सौदा साबित हो सकता है. भारत को त्वरित और प्रतीकात्मक समझौत के दबाव में नहीं आना चाहिए. वहीं, SBI ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि अगर भारत कृषि और डेयरी सेक्टर में अमेरिकी कंपनियेां को एक्सेस देता है, जो इससे भारतीय किसानों को 1 लाख करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो सकता है.