DTH का खेल खत्म, क्या मोबाइल खा जाएगा TV का बाजार?

भारत में दशकों तक सबसे ताकतवर मास मीडिया माने जाने वाले लीनियर टीवी का दबदबा अब धीरे-धीरे कमजोर पड़ता दिख रहा है. बीते कुछ वर्षों में दर्शकों की आदतों में बड़ा बदलाव आया है, जिसका सीधा असर DTH और पे-टीवी सेक्टर पर पड़ा है. रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 6 सालों में भारत में करीब 4 करोड़ पे-टीवी परिवार सिस्टम से बाहर हो चुके हैं. यह गिरावट सिर्फ किसी एक वर्ग तक सीमित नहीं है, बल्कि शहरी और ग्रामीण, दोनों इलाकों में देखने को मिल रही है. टीवी व्यूअरशिप अब एब्सोल्यूट टर्म्स में भी घटने लगी है, जो इस सेक्टर के लिए एक बड़ा चेतावनी संकेत माना जा रहा है.

इसका असर विज्ञापन बाजार पर भी साफ दिख रहा है. लगातार दो साल से टीवी एडवर्टाइजिंग रेवेन्यू में गिरावट दर्ज की गई है, जबकि कुल एड मार्केट ग्रोथ में बना हुआ है. यानी विज्ञापनदाताओं का झुकाव अब दूसरे प्लेटफॉर्म्स की ओर बढ़ रहा है. इस बदलाव के पीछे सबसे बड़ी वजह मोबाइल और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की तेजी से बढ़ती पहुंच है. ऑन-डिमांड कंटेंट, शॉर्ट वीडियो और सोशल मीडिया ने दर्शकों को ज्यादा पर्सनलाइज्ड और सुविधाजनक विकल्प दिए हैं.