INR vs USD: रुपये की उड़ान जारी, तीन दिन में 87 पैसे मजबूत, इस साल के शीर्ष स्तर पर पहुंचा
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में बुधवार को 42 पैसे की मजबूती आई. इससे पहले भी रुपया लगातार तीन से डॉलर के मुकाबले मजबूत हो रहा है. इस तरह तीन दिन के भीतर रुपये में 87 पैसे की मजबूती आई है. रुपये में यह मजबूती डॉलर इंडेक्स में तेजी और पाकिस्तान के साथ जारी तनाव के बीच आई है.
INR vs USD के कारोबार में रुपया लगातार तीन दिन से डॉलर को पछाड़ रहा है. बुधवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 42 पैसे मजबूत हुआ. इससे पहले मंगलवार को 27 और सोमवार को 18 पैसे की मजबूती दर्ज की थी. इस तरह डॉलर के मुकाबले रुपये के मूल्य में तीन दिन के भीतर कुल 87 पैसे की मजबूती आ चुकी है. डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत होकर इस साल के शीर्ष पर पहुंच गया है.
फॉरेक्स ट्रेडर्स का कहना है कि रुपये को डॉलर के मुकाबले ट्रंप के बयान से खासी मजबूती मिली है. ट्रंप भारत के साथ जारी व्यापार समझौते की बातचीत पर कहा था कि भारत के साथ टैरिफ को लेकर बातचीत सकारात्मक दिशा में बढ़ रही है. ट्रंप के इस बयान से निवेशकों का रुख भी भारत को लेकर पॉजिटिव हुआ है. हालांकि, ग्लोबल जियोपॉलिटिकल और घरेलू चुनौतियों के दबाव से रुपये की वृद्धि एक सीमा में ही बनी हुई है.
इसके साथ ही जानकारों का कहना है कि रुपये की मजबूती इस वजह से भी अहम है कि इस दौरान लगातार दो दिन डॉलर इंडेक्स में तेजी का रुख रहा है. इसके अलावा 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है. इन स्थितियों के बाद भी रुपये में मजबूती असल में भारतीय अर्थव्यवस्था में निवेशकों के बढ़े हुए भरोसे को व्यक्ति करती है. इसके अलावा भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड डील होने की उम्मीद से भी रुपये में मजबूती का रुख बना हुआ है.
कैसा रहा रुपये का कारोबार
इंटरबैंक फॉरेन करेंसी एक्सचेंज मार्केट में रुपया बुधवार को 85.15 के स्तर पर ओपन हुआ. यही रुपये का इंट्रा डे लो रहा. इसके बाद रुपया 84.47 के इंट्रा-डे हाई तक पहुंचा. दिन के आखिर में एक डॉलर के मुकाबले 84.54 के स्तर पर बंद हुआ. इससे पहले मंगलवार को 27 पैसे की बढ़त के साथ 84.96 डॉलर पर बंद हुआ था.
ट्रंप ने क्या कहा?
ट्रंप ने कहा कि द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर भारत के साथ बातचीत बहुत अच्छी चल रही है. दोनों देश जल्द ही समझौता कर सकते हैं. ट्रंप ने मंगलवार को मिशिगन में एक रैली के लिए रवाना होने से पहले कहा कि भारत बहुत अच्छी तरह आगे बढ़ रहा है. मुझे लगता है कि हम भारत के साथ समझौता करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी, तीन सप्ताह पहले यहां आए थे और वे एक समझौता करना चाहते हैं. हम देखेंगे कि क्या होता है.