सोनम का खूनी चेहरा मेघालय के लिए बना वरदान, हजारों करोड़ का था रिस्क; जानें कैसे

Meghalaya Tourism: मेघालय एक खूबसूरत राज्य है, जो अपने प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक विरासत और पर्यटन स्थलों के लिए प्रसिद्ध है. हाल ही में एक घटना के बाद मेघालय की छवि पर असर पड़ सकता है, लेकिन यह राज्य पर्यटन के मामले में उत्तर पूर्व भारत में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है.

मेघालय में टूरिजम पर खतरा टल गया Image Credit: Money9live/Canva

Meghalaya Places to Visit: मेघालय में पहले इंदौर से पहुंचा कपल लापता हो गया, फिर उनमें से एक राजा रघुवंशी की हत्या का पता चला और अब सामने आया कि राजा की पत्नी ही इस हत्या के पीछे सबसे बड़ी आरोपी है. जब दोनों के लापता होने की खबरें थी तब ये धारणा बन रही थी मेघालय जाना उतना सुरक्षित नहीं है. जब राजा का शव मिला और सोनम के लापता होने की खबर थी तब इस बात को और बल मिला. ये धारणा तब तक थी जब तक हत्यारे के बारे में नहीं पता चला. लेकिन अब सोनम का खूनी चेहरा सबके सामने है. यह भी पता चला कि भाड़े के हत्यारे और हत्या की साजिश रचने वाली सोनम और राज कुशवाहा सभी बाहरी लोग हैं. इससे मेघालय के टूरिजम पर जो बड़ी आंच आ सकती थी वो टल गई. इसलिए ये राज्य के टूरिजम के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. क्योंकि अगर सोनम की जगह ये सच सामने आता था कि राज्य की कानून-व्यवस्था की वजह से राजा रघुवंशी की जान गई है, तो वहां की टूरिज्म इंडस्ट्री को बड़ा नुकसान पहुंचा सकता था.

दरअसल पूर्वोत्तर भारत में असम के बाद लोग सबसे ज्यादा मेघालय ही घूमने जाते हैं. टूरिजम मेघालय की अर्थव्यस्था का एक बड़ा हिस्सा है. कई विदेशी पर्यटक भी यहां आते हैं. राज्य की जीडीपी में टूरिजम 2000 करोड़ से ज्यादा का योगदान देता है. चलिए आपको बताते हैं मेघालय में कितने टूरिस्ट घूमने-फिरने जाते हैं, टूरिजम की वजह से मेघालय की अर्थव्यवस्था को कितना फायदा होता है और यहां कौन सी जगहें घूमने लायक हैं?

मेघालय के टूरिजम पर आपको बताए उससे पहले नीचे दिए गए ट्वीट के पूरे थ्रेड को पढ़िए, इससे आपको समझ आएगा कि कैसे मेघालय पुलिस के लिए इस केस को सुलझाना जरूरी था और मेघालय की छवि को लेकर वे कितने संवेदनशील थे.

मेघालय की आर्थिक स्थिति

मेघालय के बजट 2025-26 के मुताबिक, राज्य की जीडीपी 66,645 करोड़ रुपये है. ये राज्य की अर्थव्यवस्था का आकार है. यह 2024-25 की तुलना में 13% ज्यादा है. 2025-26 में राज्य का 27,598 करोड़ रहने का अनुमान है. वहीं राज्य की कुल कमाई 25,627 करोड़ आंकी गई हैं. राज्य का वित्तीय घाटा करीब 1,970 करोड़ का है.

मेघालय टूरिजम

राज्य में हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट पर लोग सबसे ज्यादा निर्भर हैं लेकिन पर्यटन भी मेघालय की अर्थव्यवस्था का प्रमुख हिस्सा है. देश के सबसे खूबसूरत राज्यों में गिने जाने वाले मेघालय में दो नेशनल पार्क और तीन वाइल्डलाइफ सेंचुरी हैं. यहां माउंटेनियरिंग, रॉक क्लाइम्बिंग, ट्रेकिंग, हाइकिंग और वाटर स्पोर्ट्स जैसी कई एडवेंचर्स हैं.

  • सरकारी आंकड़ों के अनुसार साल 2023-24 में बारापानी एयरपोर्ट पर 1,54,658 पैसेंजर का मूवमेंट दर्ज किया गया था और कुल 3,839 एयरक्राफ्ट मूवमेंट हुए थे. इससे टूरिस्ट का एक आइडिया लग सकता है.
  • आंकड़ों के मुताबिक, 2019 में मेघालय में 12.7 लाख पर्यटक पहुंचे थे और 2024-25 में 13,71,674 टूरिस्ट घूमने आए थे. वहीं कुल 19,973 विदेशी टूरिस्ट घूमने आए. उत्तर पूर्व भारत में चौथे नंबर पर विदेशियों की पसंद मेघालय है.

मेघालय टूरिज्म पॉलिसी 2023 के अनुसार, मेघालय का पर्यटन क्षेत्र राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है. रेवेन्यू के साथ-साथ यह रोजगार के अवसर भी देता है. आंकड़ों के अनुसार, पर्यटन राज्य की जीडीपी में लगभग 4.1% योगदान देता है और करीब 50,000 लोग सीधे तौर पर इस सेक्टर में काम करते हैं.

जून 2023 में मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने ‘टूरिज्म पॉलिसी 2023’ लॉन्च की थी, ताकि मेघालय की सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सुंदरता को पर्यटन के जरिए विकसित किया जा सके. हाल के बजट में सरकार ने 600 करोड़ के नए पर्यटन प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी है. इसके तहत राज्य में रेन एंड बैम्बू इंटरप्रिटेशन सेंटर, वारी चोरा कल्चरल सेंटर और कई लग्जरी रिसॉर्ट्स और हॉस्पिटैलिटी सेंटर बनाए जाएंगे.

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मेघालय की शानदार जगहें

शिलांग

मेघालय की राजधानी. यहां आपको ज्यादातर इमारतें ब्रिटिश काल की दिखेंगी हैं. ये जगह प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक विविधता से भी भरपूर है. यहां उमियम झील, एलीफैंट फॉल्स जहां हाथी की आकृति वाली चट्टानों से पानी गिरता है. शिलांग पीक जो राज्य का सबसे ऊंचा स्थान है.

चेरापूंजी

दुनिया में जहां सबसे ज्यादा बारिश होती है उनमें से एक जगह है चेरापूंजी. यहां नोकालिकाई फॉल्स है जो भारत का सबसे ऊंचा प्लंज वॉटरफॉल है जिसकी ऊंचाई लगभग 340 मीटर. इसकी एक दिलचस्प कहानी भी है. फिर आप लिविंग रूट ब्रिजेस जा सकते हैं जो पेड़ों की जड़ों से बना प्राकृतिक पुल है. मावस्माई गुफा भी है जो आकर्षक है.

डॉकी

यहां की उमगोट नदी इतनी साफ है कि उसमें नावें हवा में तैरती दिखती हैं. इसके अलावा यहां:

  • मॉवलीननोंग: एशिया का सबसे साफ गांव
  • बालपाक्रम नेशनल पार्क: बायोडायवर्सिटी
  • जोवाई: जयंतिया हिल्स का मुख्यालय
  • मावसिनराम: भारी बारिश के लिए जाना जाता है
  • लैटलुम कैन्यन: गहरी घाटी और अद्भुत नजारे
  • मॉफलांग सेक्रेड फॉरेस्ट