अब बर्बाद होगी पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइंस ! 20 साल से अरबों का नुकसान; भारत का तगड़ा प्रहार
भारत ने 30 अप्रैल को पाकिस्तानी एयरलाइंस के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है. इससे PIA पर और आर्थिक दबाव पड़ेगा, क्योंकि पाकिस्तान से साउथ एशिया जाने वाले जहाजों को अब लंबी दूरी तय करनी होगी, जिससे यात्रा के खर्च में वृद्धि होगी. पहले भी जब भारत ने 2019 में एयरस्पेस बंद किया था, तब PIA को 400 करोड़ भारतीय रुपये का नुकसान हुआ था.
Pakistan International Airlines: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सरकार पाकिस्तान पर कड़ा रुख अपनाए हुए है और उसे कोई राहत देने के मूड में नहीं दिख रही है. सिंधु जल संधि को निलंबित करने से लेकर पाकिस्तानी कलाकारों की इंस्टाग्राम बैन करने तक कई तरह की कार्रवाई की जा रही है. इसी कड़ी में सरकार ने 30 अप्रैल को पाकिस्तानी एयरलाइंस के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है. इस फैसले के बाद अब पाकिस्तानी एयरलाइंस की कोई भी फ्लाइट भारत के एयरस्पेस से होकर नहीं गुज़रेगी. इस फैसले से पहले से ही खस्ताहाल स्थिति में चल रही पाकिस्तानी एयरलाइंस PIA पर और आर्थिक मार पड़ेगी और इसके हालात और खस्ताहाल हो सकते हैं.
क्या होगा असर?
सरकार के इस फैसले से पाकिस्तान से साउथ ईस्ट एशिया जाने वाले जहाजों को पहले से ज्यादा लंबी दूरी तय करनी होगी. इससे ज्यादा ईंधन खर्च होगा, जिससे यात्रा के खर्च में वृद्धि होगी. इससे यात्रा के टिकट के दाम बढ़ जाएंगे. इसकी मार यात्रियों पर पड़ेगी और इससे एयरलाइंस के यात्री के घटने की संभावना भी है. पहले से ही खस्ताहाल आर्थिक स्थिति में चल रही PIA पर और मार पड़ सकती है. 2019 में जब दोनों देशों के बीच रिश्ते खराब हुए थे, तब भी भारत ने पाकिस्तानी एयरलाइंस के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया था, तब उसे 400 करोड़ भारतीय रुपये का नुकसान हुआ था.
चीन के एयरस्पेस का इस्तेमाल करेगी PIA
भारत सरकार के इस बैन के बाद अब पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) को दक्षिण-पूर्व एशिया और साउथ एशिया जाने के लिए चीन और श्रीलंका के एयरस्पेस का उपयोग करना पड़ेगा. PIA भारतीय एयरस्पेस का इस्तेमाल कई जगहों तक पहुंचने के लिए करती है, जिनमें कुआलालंपुर और मलेशिया के अन्य शहरों के अलावा सिंगापुर और थाईलैंड भी शामिल हैं. 30 जून, 2020 को यूरोपीय एयरोस्पेस सुरक्षा एजेंसी ने PIA को सुरक्षा कारणों से यूरोप में उड़ान भरने से प्रतिबंधित कर दिया था, हालांकि यह प्रतिबंध 29 नवंबर, 2024 को हटा दिया गया था.
ज्यादा फ्यूल की जरूरत होगी
जब पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) चीन के एयरस्पेस का उपयोग करेगी, तो इसे कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. ज्यादा ईंधन खर्च करने के अलावा, यदि हिंदूकूश का रास्ता अपनाना पड़ा, तो बोइंग जैसे बड़े विमानों में अतिरिक्त सिलेंडर लगाना पड़ेगा. इसके अलावा, जहां सामान्य उड़ानों में 15 मिनट का ऑक्सीजन रिजर्व रखना होता है, वहीं इस रूट पर PIA को 22 मिनट का ऑक्सीजन रिजर्व रखना होगा. इन सब के अलावा, जिस एयरस्पेस का उपयोग पाकिस्तानी एयरलाइंस करेगी, उस रूट पर एयरपोर्ट पर ट्रैफिक भी बढ़ेगा और ज्यादा कर्मचारियों की जरूरत पड़ेगी.
कैसी है PIA की हालत?
पाकिस्तान की एकमात्र सरकारी एयरलाइन पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) की आर्थिक हालत सही नहीं है. पिछले दो दशकों में सिर्फ 2024 में यह फायदे में रही. हालांकि, कई लोगों ने इस डेटा पर सवाल उठाया है और इसे फर्जी करार दिया है. पिछले 10 सालों के डेटा के हिसाब से PIA का घाटा और मुनाफा कुछ इस प्रकार रहा है:
वर्ष | शुद्ध लाभ/हानि (PKR) |
---|---|
2015 | -32.1 अरब |
2016 | -45.3 अरब |
2017 | -44.9 अरब |
2018 | -67.3 अरब |
2019 | -52.6 अरब |
2020 | -34.6 अरब |
2021 | -50.0 अरब |
2022 | -88.0 अरब |
2023 | -75.0 अरब |
2024 | +26.2 अरब |
पाकिस्तान में कितनी एयरलाइंस हैं?
पाकिस्तान में PIA के अलावा भी कई इंटरनेशनल एयरलाइंस हैं, लेकिन ये सभी प्राइवेट हैं और इनका रूट भी फिक्स है. लगभग सभी पाकिस्तान से अरब देशों में जाती हैं, इसलिए इस फैसले का उनपर कोई असर नहीं पड़ेगा. इनमें एयरब्लू, सेरेनएयर, एयरसियाल और फ्लाई जिन्ना शामिल हैं.
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