खुद FATF ने खोला पाकिस्तान का काला सच, लग सकते हैं सख्त प्रतिबंध! भारत की बड़ी जीत
FATF की एक रिपोर्ट में पाकिस्तान के मिसाइल विकास कार्यक्रम का खुलासा किया गया है. रिपोर्ट में बताया गया कि साल 2020 में भारतीय कस्टम अधिकारियों ने एक खेप जब्त की थी, जो कराची भेजी जा रही थी. इस खेप में ऐसे सामान थे जिनका उपयोग बैलिस्टिक मिसाइल तकनीक में किया जा सकता था, लेकिन उन्हें निर्यात दस्तावेजों में गलत तरीके से दिखाया गया. ये सामान पाकिस्तान के नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स से जुड़े पाए गए, जो मिसाइल निर्माण में शामिल है.

FATF Report On Pakistan: FATF यानी फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की एक नई रिपोर्ट में पाकिस्तान के खिलाफ बड़े खुलासे हुए हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे पाकिस्तान की मिसाइल तकनीक से जुड़ा एक सामान भारत ने 2020 में पकड़ा था, जो कराची बंदरगाह जा रहा था. इस रिपोर्ट के बाद भारत, पाकिस्तान को फिर से FATF की ग्रे लिस्ट में डालने की कोशिश कर सकता है.
मिसाइल बनाने और नियम तोड़ने के आरोप
FATF ने एक केस स्टडी में बताया है कि 2020 में भारत के कांडला पोर्ट पर एक शिपिंग कंटेनर रोका गया था. ये खेप हांगकांग के झंडे वाली एक जहाज Da Cui Yun से आ रही थी, जो चीन के जियांगयिन पोर्ट से चली थी. अधिकारियों ने इसमें 35 से 40 फीट लंबा एक भारी प्रेशर चेंबर बरामद किया, जो मिसाइल बनाने में इस्तेमाल हो सकता है. यह उपकरण ऑटोक्लेव्स के नाम पर फर्जी तरीके से डिक्लेयर किया गया था. FATF की रिपोर्ट में कहा गया है कि यह खेप सीधे तौर पर पाकिस्तान के नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स से जुड़ी थी, जो लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों के विकास में शामिल है. यह एक ड्यूल यूज तकनीक है, जिसे नागरिक और सैन्य दोनों उद्देश्यों से इस्तेमाल किया जा सकता है.
FATF ने आतंक फंडिंग पर जताई चिंता
इस खुलासे के साथ-साथ FATF ने 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का भी जिक्र किया, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी. FATF ने कहा, ऐसे हमले बिना पैसों और फंड ट्रांसफर सिस्टम के मुमकिन नहीं होते.
प्रोलिफरेशन फाइनेंसिंग को लेकर भी चेतावनी
PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत इस खुलासे को FATF के अगस्त में होने वाले एशिया-पैसिफिक ग्रुप की बैठक और अक्टूबर की प्लेनरी बैठक में उठाएगा. भारत पाकिस्तान को फिर से ग्रे लिस्ट में डालने की तैयारी में है. इस पूरे मामले की जांच में DRDO (Defence Research and Development Organisation) भी शामिल हुआ है. हालांकि मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा था, इसलिए कस्टम विभाग ने काफी गोपनीयता रखी है. FATF ने अपनी रिपोर्ट में इस बात पर भी जोर दिया है कि दुनिया में बढ़ते हुए प्रोलिफरेशन फाइनेंसिंग (PF) यानी हथियारों के लिए पैसे जुटाने को लेकर सख्त नियमों की जरूरत है. रिपोर्ट में कहा गया कि अगर इसे कंट्रोल नहीं किया गया, तो ऐसे फाइनेंशियल सिस्टम का गलत फायदा उठाया जा सकता है.
इसे भी पढ़ें- GST चोरी ने तोड़े रिकॉर्ड, FY25 में 2.23 लाख करोड़ की धोखाधड़ी, CBIC ने जब्त किया 2,140.35 किलो सोना
Latest Stories

GENIUS बिल और अमेरिका के खर्च प्लान पर टिका है क्रिप्टो मार्केट का फ्यूचर ट्रेड, जानें बाजार का क्या है माहौल

कितने दिन लड़ पाएंगे ईरान और इजरायल, खजाने हो रहें तेजी से खाली, जानें किसके पास ज्यादा पैसा

अनिल अंबानी पर फिदा अमिताभ बच्चन, जानें जिगरी दोस्तों का ABCL से लेकर टीना-जया का कनेक्शन
