रिलायंस ने फिर एशियन पेंट्स में बेची अपनी हिस्सेदारी, इतने रुपये में हुआ 85 लाख शेयरों का सेटलमेंट

Reliance-Asian Paints: . पिछले सप्ताह ऑयल से लेकर रिटेल कारोबार करने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड RIL ने 2,201 रुपये प्रति शेयर के भाव पर एशियन पेंट्स के 3.5 करोड़ इक्विटी शेयर बेचे थे. रिलायंस ने जनवरी 2008 में 500 करोड़ रुपये का निवेश करके एशियन पेंट्स में हिस्सेदारी खरीदी थी.

एशियन पेंट्स में रिलायंस ने बेची हिस्सेदारी. Image Credit: money9live

Reliance-Asian Paints: भारत की सबसे बड़ी पेंट कंपनी एशियन पेंट्स लिमिटेड में रिलायंस इंडस्ट्रीज के स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनी सिद्धांत कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड ने हिस्सेदारी बेची है. सोमवार 16 जून को ओपन मार्केट ब्लॉक डील के जरिए 1,876 करोड़ रुपये वैल्यू के लगभग 85 लाख शेयर या लगभग 0.88 फीसदी इक्विटी का कारोबार हुआ. एक्सचेंज डेटा से पता चला है कि ब्लॉक डील सोमवार को 2,207 रुपये प्रति शेयर के भाव पर हुई. पिछले सप्ताह ऑयल से लेकर रिटेल कारोबार करने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड RIL ने 2,201 रुपये प्रति शेयर के भाव पर एशियन पेंट्स के 3.5 करोड़ इक्विटी शेयर बेचे थे.

85 लाख शेयरों का सेटलमेंट

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर ब्लॉक डील के आंकड़ों के अनुसार, रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने सहयोगी सिद्धांत कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से 85 लाख शेयरों का सेटलमेंट किया, जो एशियन पेंट्स में 0.88 फीसदी हिस्सेदारी का प्रतिनिधित्व करता है.

500 करोड़ किया था निवेश

रिलायंस ने वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान जनवरी 2008 में 500 करोड़ रुपये का निवेश करके एशियन पेंट्स में अपनी हिस्सेदारी खरीदी थी. उस रणनीतिक दांव ने शानदार प्रदर्शन किया है, क्योंकि शेयरों की कीमतें काफी तेजी से बढ़ीं.

हालांकि, हाल के दिनों में एशियन पेंट्स के शेयर का प्रदर्शन खराब रहा है. सोमवार को एनएसई पर एशियन पेंट्स का शेयर 1.21 फीसदी बढ़कर 2,241 रुपये पर बंद हुआ.

आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ने की खरीदारी

इस बीच आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड (MF) ने इन शेयरों को उसी कीमत पर खरीदा. शेयरों के अधिग्रहण के साथ आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एमएफ की एशियन पेंट्स में हिस्सेदारी 1.24 फीसदी से बढ़कर 2.12 फीसदी हो गई.

शेयरहोल्डिंग पैटर्न

मार्च तिमाही के शेयरहोल्डिंग आंकड़ों के अनुसार, कंपनी के प्रमोटरों के पास 52.6 फीसदी की मेजॉरिटी हिस्सेदारी थी. एफआईआई और डीआईआई के पास क्रमशः 12.2 फीसदी और 15.6 फीसदी हिस्सेदारी थी, जबकि पब्लिक शेयरहोल्डिंग 19.5 फीसदी थी. भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) 8.29 फीसदी हिस्सेदारी के साथ एशियन पेंट्स में सबसे बड़ा पब्लिक शेयरहोल्डर बना हुआ है.

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